धरती की ओर तेजी से बढ़ रहा है बड़ा एस्टेरॉयड, टकराने की संभावना हुई दोगुनी, मचा सकता है भारी तबाही

धरती की ओर तेजी से बढ़ रहा है बड़ा एस्टेरॉयड, टकराने की संभावना हुई दोगुनी, मचा सकता है भारी तबाही

एस्टेरॉयड 2024 YR4 तेजी से धरती की ओर बढ़ रहा है. यह एस्टेरॉयड सेंटर फॉर नियर अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडी में जोखिम सूची में सबसे ऊपर है. इसको लेकर कहा जा रहा है कि यह अब से सात साल बाद पृथ्वी से टकराएगा. इस वजह से अभी से इसको लेकर घबराने की जरूरत नहीं है. कुछ समय पहले विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों ने इसके प्रभाव की संभावना को बढ़ने का अनुमान लगाया था.

लेकिन, माना जा रहा है कि जैसे-जैसे एस्टेरॉयड पास आएगा इसकी कक्षा के बारे में ज्यादा जानकारी सामने आएगी. इससे इसके प्रभाव की संभावना काफी कम हो जाएगी. प्रसिद्ध एस्टेरॉइड हंटर डेविड रैनकिन ने कैटालिना स्काई सर्वे के डेटा की मदद से ऐस्टरॉइड 2024 YR4 के बारे में कई जानकारियां हासिल की है.

उन्होंने इसके डेटा को खोजने और फोटो को कैप्चर किया है. इस महीने की शुरुआत में इस चट्टान के पृथ्वी से टकराने की संभावना 83 में से 1 थी. लेकिन, अब लेटेस्ट आंकड़ा 43 में से 1 होने के बाद इसके टकराने की संभावना दोगुनी हो गई है. 43 में से 1 का लेटेस्ट आंकड़ा अनिवार्य रूप से टकराव की 2.3 प्रतिशत संभावना दिखाता है.

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चूक जाने का प्रतिशत अभी भी काफी ज्यादा

स्पेस डॉट कॉम के हवाले से रैनकिन ने कहा, “इसका मतलब है कि इस एस्टेरॉयड के चूक जाने की संभावना अभी भी 97.7% है. हालांकि, एस्टेरॉयड 2024 YR4 के पृथ्वी से टकराने की संभावना लगभग दोगुनी हो गई है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इसके चूकने की संभावना आधी हो गई है. उन्होंने दावा किया कि आने वाले भविष्य में हो सकता है कि इसके टकराने की संभावना फिर से कम सकती है.

क्या आपको घबराना चाहिए?

रिपोर्ट्स के अनुसार, ऐस्टरॉयड 2024 YR4 196-फुट चौड़ा एस्टेरॉयड है. इसे दिसंबर 2024 में खोजा गया था. हालांकि, एस्टेरॉयड हंटर ने दावा किया कि इससे लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. भले ही ऐस्टरॉइड के पृथ्वी के पास से गुजरने की संभावना है, लेकिन इसका प्रभाव अभी भी अस्पष्ट है.

2024 YR4 को 27 दिसंबर 2024 को चिली में एटलस टेलीस्कोप द्वारा स्पॉट किया गया था. रिपोर्ट्स के अनुसार, इस अंतरिक्ष चट्टान का व्यास लगभग 40 से 100 मीटर है. प्रभाव का परिणाम अज्ञात है क्योंकि मौजूदा संभावनाएं ज्यादातर सीमित ऑब्ज़र्वेशनल डेटा पर बेस्ड हैं. हालांकि, इससे आम लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है. वैज्ञानिक भविष्य में किसी भी संभावित जोखिम का आकलन करने और रिस्पांस देने के लिए अच्छी तरह से लैस हैं.

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Sudhanshu Shubham

Sudhanshu Shubham

सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile

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