टैरिफ हाइक से iPhones होंगे महंगे? Tim Cook ने कही बड़ी बात, नया फोन खरीदने से पहले पढ़ लें ये खबर

टैरिफ हाइक से iPhones होंगे महंगे? Tim Cook ने कही बड़ी बात, नया फोन खरीदने से पहले पढ़ लें ये खबर

टैरिफ हाइक के बाद से लगातार iPhone की कीमत को लेकर चर्चा हो रही है. इसकी कीमत के बढ़ोत्तरी को लेकर बात हो रही है. Apple के CEO Tim Cook ने हाल ही में कंपनी की लेटेस्ट अर्निंग्स कॉल में इस मुद्दे पर कुछ अहम बातें शेयर की हैं. आप सोच रहे हैं कि क्या टैरिफ्स की वजह से iPhone महंगा हो जाएगा तो आप यह रिपोर्ट पढ़कर कई बातें समझ में आ जाएंगी.

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Apple की मौजूदा स्थिति

Tim Cook ने अर्निंग्स कॉल में बताया कि मार्च क्वार्टर में US टैरिफ्स का Apple के बिजनेस पर बहुत कम असर हुआ. कंपनी ने अपनी सप्लाई चेन को ऑप्टिमाइज किया और इन्वेंट्री को स्मार्टली मैनेज किया. जिससे टैरिफ्स का इम्पैक्ट कम रहा. मगर जून क्वार्टर के लिए तस्वीर इतनी साफ नहीं है. कुक ने माना कि टैरिफ्स की अनिश्चितता बनी हुई है. अगर मौजूदा टैरिफ्स ऐसे ही रहे तो Apple को करीब 900 मिलियन डॉलर का एक्सट्रा कॉस्ट बर्डन झेलना पड़ सकता है.

फिलहाल, Apple इस कॉस्ट को अब्सॉर्ब करने में सक्षम है. Cook ने कहा, “प्राइसिंग पर अभी कोई अनाउंसमेंट नहीं है. हमारी ऑपरेशनल टीम ने सप्लाई चेन और इन्वेंट्री को ऑप्टिमाइज़ करने में कमाल का काम किया है, और हम इसे और बेहतर करते रहेंगे.” इसका मतलब है कि Apple अभी iPhone की कीमतें नहीं बढ़ा रहा, मगर भविष्य में क्या होगा, ये ट्रेड पॉलिसी पर डिपेंड करता है.

iPhone की कीमतें बढ़ेंगी या नहीं?

Apple ने कन्फर्म किया कि अभी तक कंपनी टैरिफ्स की कॉस्ट को खुद अब्सॉर्ब कर रही है. ताकि यूजर्स पर बोझ न पड़े. मगर भविष्य अनप्रेडिक्टेबल है. कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर टैरिफ्स लंबे समय तक रहे तो Apple को कीमतें बढ़ानी पड़ सकती हैं. उदाहरण के लिए, Wedbush Securities ने अनुमान लगाया था कि 145% टैरिफ्स के साथ iPhone Pro की कीमत 2,000 डॉलर (लगभग 1,68,000 रुपये) तक जा सकती थी.

फिलहाल, Apple ने कीमतें स्थिर रखी हैं. कंपनी ने स्मार्ट मूव्स किए हैं, जैसे भारत से US के लिए iPhone प्रोडक्शन बढ़ाना. Cook ने कहा, “हमने पहले सीखा था कि सारी मैन्युफैक्चरिंग एक जगह करना रिस्की है.” Apple अब US में बिकने वाले आधे से ज़्यादा iPhones भारत से सोर्स करता है, जबकि Macs, iPads, AirPods, और Apple Watch का प्रोडक्शन वियतनाम में होता है. ये डायवर्सिफिकेशन स्ट्रैटेजी टैरिफ्स के असर को कम करने में मदद कर रही है.

ट्रंप के टैरिफ्स और Apple की राहत

US प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने पहले चीन के इम्पोर्ट्स पर 145% टैरिफ्स का ऐलान किया था, जो Apple जैसे ब्रैंड्स के लिए बड़ा झटका हो सकता था, क्योंकि कंपनी अपने ज़्यादातर iPhones चीन में बनाती है. मगर कुछ ही दिनों बाद ट्रंप ने स्मार्टफोन्स, कंप्यूटर्स, और टेक कॉम्पोनेंट्स को इस टैरिफ से छूट दे दी. व्हाइट हाउस का कहना था कि कंपनियों को प्रोडक्शन शिफ्ट करने का वक्त देना जरूरी है.

हालांकि, ये छूट पर्मानेंट नहीं हो सकती. कुछ रिपोर्ट्स का कहना है कि भविष्य में टेक प्रोडक्ट्स पर कम टैरिफ्स लग सकते हैं. साथ ही, ट्रंप ने भारत (10%) और वियतनाम (20%) जैसे देशों पर भी टैरिफ्स लगाए हैं, जहां Apple ने अपनी सप्लाई चेन डायवर्सिफाई की है. अगर व्हाइट हाउस Apple को US में प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए प्रेशर डालता है, तो इन ऑल्टरनेटिव देशों पर भी टैरिफ्स बढ़ सकते हैं.

फिलहाल, iPhone की कीमतें स्थिर हैं, और Apple टैरिफ कॉस्ट को अब्सॉर्ब कर रहा है. मगर अगर टैरिफ छूट खत्म हुई या नए टैरिफ्स लागू हुए, तो iPhone 16 Pro Max जैसी डिवाइसेज की कीमत 350-675 डॉलर तक बढ़ सकती है. अगर आप नया iPhone खरीदने की सोच रहे हैं, तो अभी खरीदना सेफ ऑप्शन हो सकता है, खासकर जब Amazon Great Summer Sale 2025 में iPhone 15 जैसे मॉडल्स पर डिस्काउंट्स मिल रहे हैं.

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Sudhanshu Shubham

Sudhanshu Shubham

सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile

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