‘शादी में जरूर आना’.. WhatsApp पर मिला निमंत्रण, क्लिक करते ही अकाउंट से गायब हो गए लाखों, सरकारी कर्मचारी बना शिकार
आजकल आप WhatsApp पर लगभग कुछ भी भेज सकते हैं. चाहे वह ऑफिशियल डॉक्यूमेंट हों, बड़ी-बड़ी फाइलें हों या फिर शादी के कार्ड. सच तो यह है कि डिजिटल वेडिंग कार्ड भेजने का चलन हाल ही में बहुत बढ़ा है. हालांकि, एक सरकारी कर्मचारी के लिए, एक डिजिटल शादी का निमंत्रण कार्ड उसके बैंक अकाउंट को साफ कर गया.
Surveyडिजिटल शादी कार्ड की वजह से उनके लगभग 1.9 लाख रुपये चोरी हो गए. यह सब बस एक बटन के एक क्लिक पर हुआ. WhatsApp पर डिजिटल निमंत्रण से जुड़ा यह स्कैम सालों से चल रहा है. इसको लेकर सरकार और पुलिस लोगों को कई बार चेतावनी भी जारी कर चुकी हैं.
हालांकि, महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में रहने वाले एक सरकारी कर्मचारी इस स्कैम के झांसे में आ गए, जिसके कारण उनके बैंक खाते से 1.9 लाख रुपये का गायब हो गए. यह घटना इस बात को दिखाती है कि कैसे स्कैमर्स लोगों के भरोसे और आधुनिक तकनीक का फायदा उठाकर उन्हें अपना शिकार बना रहे हैं.
कैसे हुआ यह WhatsApp वेडिंग कार्ड स्कैम?
पीड़ित को एक अज्ञात नंबर से एक संदेश मिला जिसमें शादी का एक आकर्षक निमंत्रण कार्ड था. इसके साथ एक मैसेज भी था. जिसमें तारीख और एक फ्रेंडली मैसेज लिखा हुआ था. लेकिन, वेडिंग कार्ड के साथ एक फाइल भी भेजी गई थी जो PDF फॉर्मेट में एक वेडिंग कार्ड की तरह दिख रही थी.
हालांकि, असल में वह फाइल एक खतरनाक एंड्रॉयड एप्लिकेशन पैकेज (APK) थी जिसे चालाकी से ऐसा रूप दिया गया था ताकि किसी भी अनजान यूजर्स को वह हानिरहित लगे. जैसे ही पीड़ित ने उस फाइल पर क्लिक किया, वह APK फाइल उनके फोन पर इंस्टॉल हो गया.
इंस्टॉलेशन के बाद APK फाइल ने स्कैमर्स को फोन का पूरा एक्सेस दे दिया. कुछ ही मिनटों के भीतर, धोखेबाज सिक्योरिटी उपायों को बायपास करने, उनके बैंकिंग एप्लिकेशन तक पहुंचने और उनके खाते से पैसे दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर करने में सक्षम हो गए. यह सब इतनी तेजी से हुआ कि पीड़ित को कुछ समझने का मौका ही नहीं मिला. जब तक उन्हें बैंक से पैसे कटने का मैसेज आया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
मामले की जानकारी मिलने के बाद, पुलिस ने साइबर सेल विभाग में मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन अपराधियों को पकड़ना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यह कोई अकेली घटना नहीं है. हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में साइबर पुलिस ने पहले भी इस स्कैम के बारे में सलाह जारी की थी, जिसमें लोगों से अनजान नंबरों से फाइलें डाउनलोड करने से बचने का आग्रह किया गया था. भले ही वे किसी भरोसेमंद सोर्स से आए लेकिन अनजान फाइल अपने फोन में इंस्टॉल न करें.
यह स्कैम इंसानी भरोसे और डिजिटल निमंत्रण शेयर करने के चलन का फायदा उठाकर काम करता है. एक बार मैलवेयर इंस्टॉल हो जाने के बाद, अपराधी पीड़ित के फोन की निगरानी कर सकते हैं, व्यक्तिगत डेटा चुरा सकते हैं, और यहां तक कि उनके दोस्तों और परिवार को धोखा देने के लिए उनका क्लोन भी कर सकते हैं.
इस WhatsApp स्कैम से सुरक्षित कैसे रहें?
आपको WhatsApp पर किसी भी अज्ञात या अनसेव्ड फोन नंबर से भेजी गई किसी भी फाइल पर कभी भी क्लिक नहीं करना चाहिए. आपको हमेशा कोई भी अगला कदम उठाने से पहले ऐसे वेरिफाई को वेरिफाई करना चाहिए. फाइल खोलने या जवाब देने से पहले कॉन्टैक्ट के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए Truecaller जैसे थर्ड-पार्टी ऐप्स का उपयोग कर सकते हैं.
एंड्रॉयड डिवाइस पर किसी भी APK फाइल पर क्लिक करने से बचें. आपको Google Play Store के अलावा अपने एंड्रॉयड फोन पर कहीं और से कोई भी फाइल इंस्टॉल नहीं करना चाहिए. अगर कोई परिचित भी आपको कोई फाइल भेजता है, तो उसे खोलने से पहले कॉल करके पुष्टि कर लें कि फाइल उसी ने भेजी है. थोड़ी सी सावधानी आपको बड़े वित्तीय नुकसान से बचा सकती है.
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Sudhanshu Shubham
सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile