AI इस्तेमाल में एक कदम आगे बढ़ा चीन, DeepSeek से बनवा रहा है फाइटर प्लेन, एडवांस लेवल पर ले जाने पर कर रहा काम
AI का इस्तेमाल हमारे काम में बढ़ता ही जा रहा है. अब एक नई रिपोर्ट चौंकाने वाली है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन AI की मदद से एडवांस वारप्लेन बना रहा है. इसके लिए चीन अपनी होमग्रोन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म DeepSeek का उपयोग कर रहा है. DeepSeek का इस्तेमाल विमान को डिजाइन करने के लिए किया जा रहा है.
Surveyसाउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि Shenyang Aircraft Design Institute के लीड डिजाइनर वांग योंगकिंग ने इस बात की पुष्टि की है. आपको बता दें कि यह कंपनी स्टेट-रन एविएशन इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन ऑफ चाइना (AVIC) की सब्सिडियरी है.
DeepSeek का वार प्लेन डिजाइन में योगदान
वांग योंगकिंग 40 साल से Shenyang Aircraft Design Institute में काम कर रहे हैं. उन्होंने Chinanews.com को बताया कि DeepSeek AI ने पहले ही एयरोस्पेस रिसर्च में “नए आइडिया और अप्रोच” प्रदान करके अपनी उपयोगिता दिखाई है. उनकी टीम बड़े लैंग्वेज मॉडल्स (LLMs) पर गहन रिसर्च कर रही है. जो जटिल समस्याओं को प्रैक्टिकल जरूरतों के आधार पर हल करने में मदद करते हैं.
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AI रूटीन और टाइम-कंज्यूमिंग रिव्यू टास्क्स को ऑटोमेट करता है. जिससे इंजीनियर्स क्रिटिकल डिजाइन और इनोवेशन पर फोकस कर सकते हैं. यह इंस्टीट्यूट J-15 Flying Shark (नेवी का मल्टीरोल फाइटर) और J-35 स्टील्थ फाइटर जैसे एडवांस्ड युद्धक विमानों के डिजाइन के लिए जाना जाता है.
वांग ने कहा कि J-35 के मल्टीपर्पस वैरिएंट्स जैसे एयर-सी ड्यूल-कैपेबल मॉडल्स, “प्लान के मुताबिक प्रोग्रेस” कर रहे हैं. वांग ने इसे “एयरोस्पेस रिसर्च की भविष्य की दिशा” बताया, जो AI और डिफेंस टेक्नोलॉजी के इंटीग्रेशन को हाइलाइट करता है.
Hangzhou-बेस्ड DeepSeek ने ग्लोबल AI मार्केट में तेजी से अपनी जगह बनाई है. इसकी कॉस्ट-एफिशिएंट मॉडल्स जैसे DeepSeek-R1 और V3, OpenAI और Anthropic जैसे अमेरिकी दिग्गजों को टक्कर दे रही हैं. DeepSeek-R1 का सक्सेसर, R2 जल्द लॉन्च होने वाला है. यह हाइब्रिड Mixture-of-Experts (MoE) आर्किटेक्चर पर बना है, जो OpenAI के GPT-4o से 97.3% सस्ता है.
MoE मॉडल को सब-नेटवर्क्स में बांटकर टास्क्स को एफिशिएंटली हैंडल करता है. एक रिपोर्ट के अनुसार, R2 में 1.2 ट्रिलियन पैरामीटर्स और 78 बिलियन एक्टिव पैरामीटर्स हैं, जो इसे हाई-परफॉर्मेंस और कॉस्ट-एफेक्टिव बनाते हैं.
मार्च 2025 में DeepSeek ने V3 लैंग्वेज मॉडल को अपग्रेड किया, जिसने US मॉडल्स के साथ कॉम्पिटिशन को और बढ़ा दिया. DeepSeek ने केवल 2,000 Nvidia चिप्स और $6 मिलियन के कंप्यूटिंग पावर से V3 बनाया जो Meta के Llama 3.1 (16,000 चिप्स) से 10 गुना सस्ता है.
डिफेंस में DeepSeek का प्रभाव
Shenyang Aircraft Design Institute ने DeepSeek का उपयोग J-35 के कैरियर-बेस्ड और लैंड-बेस्ड वेरिएंट्स को बेहतर बनाने में किया है. AI ने डिजाइन प्रोसेस को तेज किया और रिसर्चर्स को कॉम्प्लेक्स प्रॉब्लम्स सॉल्व करने में मदद की. यह डेवलपमेंट चीन के छठी पीढ़ी के फाइटर जेट प्रोग्राम (जैसे J-36) की प्रोग्रेस के साथ मेल खाता है.
डिफेंस के अलावा DeepSeek का यूज ऑटोमोटिव (BMW), गवर्नमेंट सिस्टम्स (Shenzhen) और न्यूक्लियर पावर प्लांट्स में हो रहा है. DeepSeek का Shenyang Aircraft Design Institute में यूज चीन के AI और डिफेंस सेक्टर में टेक्नोलॉजिकल लीप को दर्शाता है. J-15 और J-35 जैसे विमानों के डिज़ाइन में AI का योगदान और R2 मॉडल की अपकमिंग लॉन्चिंग US और वेस्टर्न AI लीडर्स के लिए चुनौती है.
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Sudhanshu Shubham
सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile