OTT पर आ गई साउथ की टॉप थ्रिलर फिल्म, सीट से उठने नहीं देगी एक भी सेकेंड, क्लाइमैक्स देख फट जाएंगी आंखें

OTT पर आ गई साउथ की टॉप थ्रिलर फिल्म, सीट से उठने नहीं देगी एक भी सेकेंड, क्लाइमैक्स देख फट जाएंगी आंखें

Best South Indian Thriller Movie on OTT: मलयालम सिनेमा की सबसे बड़ी ताकत उसकी सस्पेंस थ्रिलर फिल्में हैं. ये फिल्में बिना किसी बड़े बजट या शोर-शराबे के आपको सीट से बांधे रखने का दम रखती हैं. ऐसी ही एक फिल्म OTT पर दस्तक दे चुकी है. फिल्म काफी लंबे समय के बाद ओटीटी पर आई है. आपको बता दें कि यह सिनेमाघरों में मार्च में ही आ चुकी थी.

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यहां हम बात रहे हैं कि Dial 100 मूवी की. यह थ्रिलर फिल्म अब आपके घर की स्क्रीन्स पर आ चुकी है. क्या आपने कभी सोचा है कि दोस्तों का एक ग्रुप, जो सिर्फ एक-दूसरे की मदद करना चाहता है, कैसे एक गलत फैसले के कारण एक भयानक मुसीबत में फंस सकता है? Ratheesh Nedumangad द्वारा निर्देशित यह फिल्म डर, अपराधबोध और पुलिस जांच का एक बेहतरीन मिक्स्चर है.

अंत तक आपको पता नहीं चलेगा कि फिल्म में आगे क्या होने वाला है. अगर आप भी इस हॉलिडे वीक में थ्रिलर फिल्म देखने का प्लान कर रहे हैं तो इसको अपनी वॉचलिस्ट में जरूर शामिल कर लें. आइए आपको यहां पर Dial 100 मूवी की कहानी से लेकर स्ट्रीमिंग और बाकी डिटेल्स के बारे में बताते हैं.

OTT पर कहां देखें Dial 100?

अगर आप सिनेमाघरों में इस फिल्म को मिस कर गए थे, तो अब आप इसे घर बैठे देख सकते हैं. यह फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म Manorama Max पर स्ट्रीम हो रही है. फिल्म अब लाइव है, यानी आप इसे कभी भी अपने स्मार्ट टीवी, लैपटॉप या मोबाइल पर देख सकते हैं.

डर और अपराधबोध का खेल

फिल्म की कहानी तीन दोस्तों सौम्या, राम्या और मेघा के इर्द-गिर्द घूमती है. ये तीनों अपनी निजी जिंदगी की उलझनों से जूझ रही हैं. कहानी तब मोड़ लेती है जब उन्हें पता चलता है कि उनकी सहकर्मी एनी किसी गंभीर मुसीबत में फंस गई है.

दोस्तों का यह ग्रुप एनी की मदद करने की कोशिश करता है, लेकिन घबराहट में वे कुछ ऐसे फैसले ले लेते हैं जो उनकी जिंदगी को हमेशा के लिए बदल देते हैं. वे एक अनजाने खतरे और एक घातक स्थिति में फंस जाते हैं.

जब डर और गिल्ट उन पर हावी होने लगते हैं, तब एंट्री होती है सीआई जैकब जॉन (CI Jacob John) की. पुलिस जांच शुरू होती है और धीरे-धीरे परतें खुलने लगती हैं. फिल्म यह दिखाती है कि कैसे एक सामान्य इंसान अपराध के दलदल में फंसता चला जाता है और पुलिस कैसे सच्चाई को उजागर करती है.

भले ही फिल्म की कोई आधिकारिक IMDb रेटिंग अभी चर्चा में न हो, लेकिन दर्शकों के बीच इसे काफी पसंद किया गया है. इसकी कहानी “रिलेटेबल” है. यह दिखाती है कि कैसे आम लोग पैनिक में आकर गलतियां करते हैं. इसका तनावपूर्ण वातावरण और एक्टर्स की नेचुरल एक्टिंग इसे एक अच्छी वन-टाइम वॉच बनाती है.

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Sudhanshu Shubham

Sudhanshu Shubham

सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile

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