नेटफ्लिक्स पर आई साउथ की नई साइको थ्रिलर, देती है ट्विस्ट पर ट्विस्ट, दिमाग हिलाकर रख देगी 2 घंटे 3 मिनट की कहानी
ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर हर हफ्ते ढेर सारी फिल्में और वेब शोज रिलीज होते हैं, लेकिन उनमें से चुनिंदा ही ऐसे होते हैं जो दर्शकों का ध्यान खींच पाते हैं और ट्रेंडिंग लिस्ट में जगह बना लेते हैं. अगर आप इस वीकेंड कुछ हटकर और दिमाग को उलझा देने वाला कंटेंट देखने की सोच रहे हैं, तो हमारे पास आपके लिए एक लेटेस्ट फिल्म का ऑप्शन है, जिसे रिलीज हुए अभी महज एक दिन हुआ है और यह ओटीटी पर टॉप 10 में शामिल हो चुकी है.
Surveyकहानी क्या है
इस फिल्म की कहानी की शुरुआत एक छोटे बच्चे से होती है, जो हैरानी के साथ एक विशाल झूलेनुमा पहिये को देख रहा होता है. थोड़ी ही देर में उसे अपने माता-पिता की आवाजें सुनाई देती हैं, जो उसे अपने साथ राइड पर चलने के लिए बुलाते हैं. जैसे ही बच्चा उस पहिये पर सवार होता है, घूमने का सिलसिला शुरू हो जाता है. कुछ ही समय बाद यह एहसास होने लगता है कि एक बार चल पड़ा यह पहिया दोबारा रुकता नहीं. कहानी आगे बढ़ते हुए एक चौंकाने वाले मोड़ पर पहुंचती है, जहां फिल्म का मुख्य किरदार छह महीनों के अंदर नौ महिलाओं की सिलसिलेवार हत्याओं की बात स्वीकार करता है. वह बिना किसी डर या हिचक के खुद पुलिस के सामने सरेंडर कर देता है, जिसके बाद इन खौफनाक हत्याओं की हकीकत जानने की प्रक्रिया शुरू होती है.
इस साइकोलॉजिकल क्राइम थ्रिलर की सबसे अलग बात यह है कि कहानी उस मोड़ से शुरू होती है, जहां आमतौर पर बाकी क्राइम फिल्मों का अंत होता है. फिल्म का क्लाइमैक्स इसकी सबसे मजबूत कड़ी बनकर सामने आता है, जो दर्शकों को आखिर तक बांधे रखता है. यह फिल्म न सिर्फ दिमाग घुमाती है बल्कि उससे पहले सोचने पर भी मजबूर कर देती है. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ती है, दर्शक खुद अंदाजे लगाने लगते हैं कि आगे क्या हो सकता है, लेकिन आखिरी मोड़ पर फिल्म सारी संभावनाओं को पलट देती है और अंत आपकी सोच से कहीं आगे निकल जाता है.
टॉप 10 में कर रही ट्रेंड
यह फिल्म निर्देशक मिथुन बालाजी द्वारा बनाई गई ‘स्टीफन’ है, जो 5 दिसंबर को नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हुई है. रिलीज के तुरंत बाद यह फिल्म भारत में नेटफ्लिक्स की टॉप 10 ट्रेंडिंग फिल्मों में तीसरे स्थान पर पहुंच चुकी है. करीब 2 घंटे 3 मिनट की इस फिल्म का रनटाइम कम होने के बावजूद इसकी कहानी इतनी कसकर बुनी गई है कि दर्शक बीच में नजरें नहीं हटा पाते और क्लाइमैक्स तक दिमाग की दौड़ जारी रहती है.
फिल्म में स्टीफन जेबराज के किरदार को गोमती शंकर ने निभाया है, जबकि उसके अपराधों के पीछे छिपे कारणों की तह तक पहुंचने की जिम्मेदारी पुलिस ऑफिसर माइकल के रूप में माइकल थंगादुरई और साइकेट्रिस्ट सीमा के रोल में स्मृति वेंकट पर होती है. जांच के दौरान जब माइकल और सीमा सीमित सुरागों को जोड़ने की कोशिश करते हैं, तब कहानी स्टीफन के बचपन, किशोरावस्था और उसके बीसवें दशक की शुरुआती मानसिक स्थिति को भी सामने लाती है. ये फ्लैशबैक और ट्विस्ट किरदार को समझने में काफी हद तक सफल रहते हैं. लेकिन ठीक उसी समय जब लगता है कि सारी परतें खुल चुकी हैं, फिल्म एक और बड़ा झटका देती है, जो दर्शकों को एक बार फिर हैरान कर देता है. यह सस्पेंस जानने के लिए आपको नेटफ्लिक्स पर यह फिल्म देखनी होगी.
Faiza Parveen
फाईज़ा परवीन डिजिट हिंदी में एक कॉन्टेन्ट राइटर हैं। वह 2023 से डिजिट में काम कर रही हैं और इससे पहले वह 6 महीने डिजिट में फ्रीलांसर जर्नलिस्ट के तौर पर भी काम कर चुकी हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक स्तर की पढ़ाई कर रही हैं, और उनके पसंदीदा तकनीकी विषयों में स्मार्टफोन, टेलिकॉम और मोबाइल ऐप शामिल हैं। उन्हें हमारे हिंदी पाठकों को वेब पर किसी डिवाइस या सेवा का उपयोग करने का तरीका सीखने में मदद करने के लिए लेख लिखने में आनंद आता है। सोशल मीडिया की दीवानी फाईज़ा को अक्सर अपने छोटे वीडियो की लत के कारण स्क्रॉलिंग करते हुए देखा जाता है। वह थ्रिलर फ्लिक्स देखना भी काफी पसंद करती हैं। View Full Profile