OTT पर भौकाल मचा रही ये पॉलिटिकल वेब-सीरीज, राजनीति देख खुल जाएंगी दिमाग की नसें, IMDb पर 9 से ज्यादा रेटिंग
OTT पर कई वेब-सीरीज और फिल्में आती रहती हैं. हालांकि, इनमें से कुछ ही दर्शकों को इम्प्रेस करने में कामयाब हो पाती हैं. कुछ समय पहले आई एक वेब-सीरीज अभी भी अपना जलवा बिखेर रही है. खासतौर पर पॉलिटिक्स बेस्ट ड्रामा देखने वालों के लिए यह काफी अच्छी वेब-सीरीज है. इसको IMDb पर भी टॉप क्लास रेटिंग मिली है.
Surveyइस वेब-सीरीज को SonyLIV पर स्ट्रीम किया जा रहा है. अगर आपने अभी तक इस वेब-सीरीज को नहीं देखा है तो अब बढ़िया मौका है. इसको फौरन देख लें. हम बात कर रहे हैं साउथ की रियल-लाइफ पॉलिटिक्स पर आधारित दमदार ड्रामा ‘मायासभा’ (Mayasabha) की.
तेलुगु सिनेमा के मशहूर डायरेक्टर देवा कट्टा की यह सीरीज आंध्र प्रदेश की राजनीति के दो सबसे बड़े धुरंधरों चंद्रबाबू नायडू और स्वर्गीय वाई.एस. राजशेखर रेड्डी की दोस्ती और दुश्मनी की अनकही कहानी बयां करती है. यह सीरीज अगस्त में रिलीज हुई थी और तब से ही अपने दमदार कंटेंट को लेकर चर्चा में है. आइए आपको बताते हैं कि इस पॉलिटिकल थ्रिलर में ऐसा क्या खास है जो इसे एक मस्ट-वॉच बनाता है.
क्या है ‘Mayasabha‘ की कहानी?
‘मायासभा’ की कहानी 90 के दशक के उस दौर में ले जाती है जब अविभाजित आंध्र प्रदेश की राजनीति में TDP और कांग्रेस का उदय हो रहा था. सीरीज की शुरुआत मशहूर ‘वाइसरॉय होटल’ की घटना से होती है, जहां एन.टी. रामा राव अपने ही विधायकों के खिलाफ एक्शन लेने वाले होते हैं, और उनके दामाद चंद्रबाबू नायडू उनके खिलाफ एक क्रांति का नेतृत्व करने के लिए तैयार होते हैं.
लेकिन यह सीरीज सिर्फ राजनीतिक दांव-पेंच के बारे में नहीं है. यह दो करीबी दोस्तों, चंद्रबाबू नायडू (आदि पिनिसेट्टी) और राजशेखर रेड्डी (चैतन्य राव), की कहानी है जो शुरुआत में एक ही पार्टी में थे, लेकिन महत्वाकांक्षाओं और परिस्थितियों ने उन्हें भारतीय राजनीति का सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी बना दिया. कैसे दो दोस्त हमेशा के लिए अलग हो गए, यह इस सीरीज का मुख्य सार है.
दमदार कास्ट और देवा कट्टा का शानदार डायरेक्शन
देवा कट्टा जैसे डायरेक्टर से एक दमदार कहानी की उम्मीद की जाती है, और ‘मायासभा’ में उन्होंने निराश नहीं किया है. चंद्रबाबू नायडू के किरदार में आदि पिनिसेट्टी और YSR की भूमिका में चैतन्य राव ने शानदार काम किया है.
सीरीज में श्रीकांत अयंगर, दिव्या दत्ता, रविंद्र विजय, और नस्सर जैसे कई और मंझे हुए कलाकार भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं. यहां यह बताना जरूरी है कि कानूनी कारणों से सीरीज में पात्रों, स्थानों और पार्टियों के नाम बदल दिए गए हैं, लेकिन कहानी आंध्र प्रदेश की राजनीति के उस ऐतिहासिक दौर से ही प्रेरित है. अगर आप इस दिलचस्प पॉलिटिकल सागा को देखना चाहते हैं, तो ‘मायासभा’ Sony LIV पर हिंदी में स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध है.
Sudhanshu Shubham
सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile