न OTP, न लिंक.. बस WhatsApp से फोटो डाउनलोड करते ही अकाउंट से कट गए लाखों, नए फ्रॉड से रहें सावधान

न OTP, न लिंक.. बस WhatsApp से फोटो डाउनलोड करते ही अकाउंट से कट गए लाखों, नए फ्रॉड से रहें सावधान

आज की डिजिटल दुनिया में साइबर क्राइम लगातार बढ़ रहा है. WhatsApp दुनिया का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला मैसेजिंग प्लेटफॉर्म है. जिसकी वजह से यह हैकर्स का पसंदीदा निशाना बन गया है. इस साल एक खतरनाक ट्रेंड सामने आया है WhatsApp Image Scam. यह पारंपरिक फिशिंग लिंक्स या OTP फ्रॉड से अलग और ज्यादा खतरनाक है.

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एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह स्कैम सामान्य दिखने वाली इमेज फाइल्स में छिपे मैलवेयर का इस्तेमाल करता है. जिसे डिटेक्ट करना मुश्किल है. मध्य प्रदेश के जबलपुर में हाल ही में एक शख्स ने इस स्कैम की वजह से 2 लाख रुपये गंवाए, जिसने इस खतरे को राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में ला दिया.

WhatsApp Image Scam क्या है?

पारंपरिक फिशिंग स्कैम्स और OTP फ्रॉड के उलट, WhatsApp Image Scam फाइल-बेस्ड साइबर अटैक का नया रूप है. हैकर्स स्टेगनोग्राफी नाम की तकनीक का इस्तेमाल करते हैं, जो पहले सीक्रेट कम्युनिकेशन के लिए जानी जाती थी. इस तकनीक से मैलवेयर को इमेज फाइल्स में छिपाया जाता है, जो आम एंटीवायरस सिस्टम्स को चकमा दे देता है.

Times of India के अनुसार, जब कोई यूजर ऐसी इन्फेक्टेड इमेज को खोलता है तो मैलवेयर अपने आप डिवाइस में इंस्टॉल हो जाता है. यह मैलवेयर पासवर्ड्स, OTPs, बैंकिंग डिटेल्स जैसी संवेदनशील जानकारी चुरा सकता है और यूजर को बिना बताए अनऑथोराइज्ड ट्रांजैक्शन्स भी कर सकता है.

आपको बता दें कि जबलपुर के एक निवासी ने अनजान नंबर से आई WhatsApp इमेज खोलने के बाद अपने बैंक अकाउंट से 2 लाख रुपये गंवाए. जांच में पता चला कि इमेज फाइल के जरिए मैलवेयर उसके फोन में घुस गया था. रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित प्रदीप जैन को सुबह एक अनजान नंबर से कॉल और मैसेज आया, जिसमें पूछा गया, “क्या आप इस शख्स को जानते हैं?”

बार-बार कॉल्स के बाद उन्होंने इमेज डाउनलोड की और कुछ ही मिनटों में उनके Canara Bank अकाउंट से 2.01 लाख रुपये हैदराबाद के एक ATM से निकाल लिए गए. हैरानी की बात यह थी कि स्कैमर्स ने बैंक वेरिफिकेशन कॉल के दौरान जैन की आवाज की नकल भी की.

स्कैम से कैसे बचें?

साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह स्कैम पारंपरिक स्कैम्स से ज्यादा खतरनाक है क्योंकि यह कम ट्रेस छोड़ता है. यूजर्स को टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) ऑन रखना चाहिए. इसके अलावा डिवाइस सॉफ्टवेयर को अपडेट रखना चाहिए और एक भरोसेमंद एंटीवायरस ऐप यूज करना चाहिए. WhatsApp जल्द ही ऐसे खतरों को डिटेक्ट करने के लिए एडवांस्ड स्कैनिंग फीचर्स लाने वाला है. तब तक सावधानी ही सबसे बड़ा हथियार है.

इसके अलावा अगर कोई अनजान नंबर से इमेज, वीडियो या लिंक भेजता है, तो उसे न खोलें. फिर WhatsApp सेटिंग्स में जाएं, Storage and Data में ऑटोमैटिक मीडिया डाउनलोड बंद करें. अनजान कॉल्स या मैसेज को तुरंत ब्लॉक करें और WhatsApp पर रिपोर्ट करें. किसी भी साइबर घटना को cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें या 1930 पर कॉल करें.

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Sudhanshu Shubham

Sudhanshu Shubham

सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile

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