Starlink को भारत में एंट्री के साथ लगेगा झटका? 200 रुपये से भी कम में सैटेलाइट-इंटरनेट लॉन्च की तैयारी में ये कंपनी
भारत में Starlink सैटेलाइट इंटरनेट कंपनी की एंट्री जल्द होने वाली है. लेकिन, इसकी सेटअप कीमत और प्लान ने लोगों को निराश किया है. भारत में भी इसकी कीमत बजट में नहीं होने की उम्मीद है. लेकिन, भारतीय यूजर्स के लिए राहत वाली खबर है. एक और सैटेलाइट इंटरनेट देने वाली कंपनी की एंट्री जल्द देश में होने वाली है. खास बात है कि इसकी कीमत को लेकर कहा जा रहा है कि यह 200 रुपये प्रति माह से भी कम होगी.
Surveyइससे Starlink का सफर भारत में आसान नहीं रहने वाला है. फ्लोरिडा बेस्ड Spacecoin इस साल के अंत तक भारत में सैटेलाइट बेस्ड इंटरनेट सर्विस शुरू करने की तैयारी में है. जिसकी कीमत 200 रुपये प्रति माह से कम होगी. यह कदम Starlink और अन्य ग्लोबल प्लेयर्स को सीधी चुनौती देगा. जहां Starlink हाई-स्पीड 5G जैसी ब्रॉडबैंड सर्विस देने पर फोकस करता है, वहीं Spacecoin का लक्ष्य भारत के दूरदराज इलाकों में लो-बैंडविड्थ सर्विस देना है, जहां ट्रेडिशनल नेटवर्क पहुंचना मुश्किल है.
Spacecoin के फाउंडर Tae Oh ने Moneycontrol को बताया कि उनकी सर्विसेज में फाइनेंशियल एक्सेस, मैसेजिंग और बेसिक वेब ब्राउजिंग शामिल होंगी.
Spacecoin की भारत में एंट्री और पार्टनरशिप मॉडल
Spacecoin भारत में डायरेक्ट कंज्यूमर सर्विस देने के बजाय पार्टनरशिप मॉडल पर काम करेगा. कंपनी मौजूदा टेलीकॉम कंपनियों के साथ मिलकर अपनी सैटेलाइट बेस्ड कम्युनिकेशन सर्विस देगी. Tae Oh ने कहा, “हम भारत की कई टेलीकॉम कंपनियों के साथ बातचीत कर रहे हैं और सर्विस के को-इंजीनियरिंग में जुटे हैं. हमें दूर-दराज इलाकों में इंटरनेट की डिमांड को लेकर टेलकॉस से पॉजिटिव फीडबैक मिल रहा है.” Spacecoin इस साल के अंत तक अपनी पहली टेलीकॉम पार्टनरशिप फाइनल करने की उम्मीद कर रही है.
भारतीय टेलकॉस Spacecoin की सैटेलाइट टेक्नोलॉजी में दिलचस्पी दिखा रही हैं, ताकि वे Starlink के साथ कॉम्पिटिशन में बनी रहें. Tae Oh ने कहा, “टेलकॉस उन लोगों को कवरेज देना चाहते हैं, जहां सर्विस पहुंचाना मुश्किल है. हमारा प्लान डायरेक्ट कंज्यूमर्स तक जाने का नहीं है, बल्कि टेलकॉस के साथ मिलकर उनकी यूजर बेस को सर्विस देने का है.”
कीमत और सर्विस मॉडल
Spacecoin की एंट्री-लेवल सर्विस की कीमत $2 (लगभग 170 रुपये) प्रति माह होगी और डेटा यूज के हिसाब से ज्यादा चार्ज लगेगा. Tae Oh ने बताया, “ज्यादा डेटा का मतलब ज्यादा पेमेंट. लेकिन हमारा टारगेट $2 मंथली है. बिलिंग टेलीकॉम कंपनियां करेंगी और वे डेटा ट्रांसमिशन के लिए Spacecoin को फी देंगी.” यह मॉडल भारत के रिमोट एरियाज में सस्ती कनेक्टिविटी देने के लिए डिजाइन किया गया है, जहां करीब 47.6% आबादी (600 मिलियन लोग) अभी भी इंटरनेट से अछूती है.
Spacecoin की सर्विस लो-बैंडविड्थ यूज केसेज, जैसे मैसेजिंग, फाइनेंशियल ट्रांजैक्शंस और बेसिक वेब ब्राउजिंग, पर फोकस करेगी. Tae Oh ने कहा, “हमारा नेटवर्क हाई-स्पीड डेटा की बजाय ज्यादा सिमुलटेनियस कनेक्शंस के लिए ऑप्टिमाइज़्ड है.” यह Starlink से अलग है, जो 4K वीडियो स्ट्रीमिंग जैसे हाई-बैंडविड्थ ऐप्लिकेशंस के लिए बना है.
Spacecoin का रोडमैप और टेक्नोलॉजी
Spacecoin ने दिसंबर 2024 में SpaceX के साथ अपना पहला सैटेलाइट लॉन्च किया था. अब अक्टूबर 2025 में तीन और सैटेलाइट लॉन्च करने की कंपनी की योजना है. कंपनी लो-अर्थ ऑर्बिट (LEO) नैनोसैटेलाइट्स का एक कन्स्टलेशन बनाना चाहती है. Tae Oh ने कहा, “10 या उससे कम सैटेलाइट्स के साथ हम सर्विस शुरू कर सकते हैं. इसके बाद हम स्केल करेंगे और लाखों सैटेलाइट्स का नेटवर्क बनाएंगे.”
Spacecoin एक Decentralised Physical Infrastructure Network (DePIN) बना रहा है, जो ब्लॉकचेन बेस्ड LEO सैटेलाइट्स पर काम करता है. यह एक ओपन-सोर्स प्रोजेक्ट है, जिसमें कोई भी कंपनी Spacecoin की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर अपना सैटेलाइट लॉन्च कर सकती है और डेटा ट्रांसमिशन फीस में हिस्सा कमा सकती है. Tae Oh ने कहा, “हम सबसे पहले सैटेलाइट कन्स्टलेशन डिप्लॉय करेंगे, लेकिन दूसरी टेलीकॉम कंपनियां, मिलिट्री और गवर्नमेंट्स भी इस नेटवर्क का हिस्सा बन सकते हैं.”
भारत में कॉम्पिटिशन और मार्केट
Spacecoin की भारत में एंट्री ऐसे समय हो रही है, जब Starlink, Amazon का Project Kuiper, Eutelsat OneWeb और Globalstar जैसे ग्लोबल प्लेयर्स भी भारतीय मार्केट में उतरने की तैयारी कर रहे हैं. Eutelsat OneWeb और Reliance Jio के SES जॉइंट वेंचर को पहले ही GMPCS लाइसेंस और IN-SPACe अप्रूवल मिल चुका है.
Starlink ने हाल ही में Bharti Airtel और Reliance Jio के साथ डिस्ट्रीब्यूशन और टेक्नोलॉजी पार्टनरशिप की है, लेकिन उसे अभी Department of Telecommunications और IN-SPACe से अप्रूवल का इंतजार है. Project Kuiper और Globalstar भी अप्रूवल्स की प्रक्रिया में हैं.
Starlink की सर्विस हाई-स्पीड इंटरनेट (25-220 Mbps) देने पर फोकस करती है, लेकिन इसकी कीमत (लगभग 4,000-8,700 रुपये प्रति माह) और इक्विपमेंट कॉस्ट (20,000-35,000 रुपये) इसे प्रीमियम सर्विस बनाती है. दूसरी ओर, Spacecoin की 170 रुपये मंथली सर्विस और लो-कॉस्ट मॉडल इसे रूरल और अंडरसर्व्ड एरियाज के लिए ज्यादा सुलभ बनाता है.
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Sudhanshu Shubham
सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile