Pikashow जैसे ऐप से आप भी फ्री में देखते हैं मूवी? फौरन छोड़ें ये काम, आ गई सरकारी चेतावनी, जाना पड़ सकता है जेल!
त्योहारों का मौसम चल रहा है और सिनेमाघरों में नई फिल्मों की बाढ़ आई हुई है. Dhurandar से लेकर कई बड़ी बॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्में रिलीज हो रही हैं. हर कोई इन फिल्मों को देखना चाहता है, लेकिन सिनेमा हॉल की महंगी टिकटें और OTT प्लेटफॉर्म्स के महंगे सब्सक्रिप्शन प्लान्स हर किसी के बजट में नहीं होते हैं. ऐसे में इंटरनेट पर Pikashow जैसे कई ऐप्स मौजूद हैं जो दावा करते हैं कि आप फ्री में नई-पुरानी फिल्में या सीरीज देख सकते हैं.
Surveyयह सुनने में यह बहुत अच्छा लगता है. लेकिन यह ‘फ्री’ का सौदा आपको बहुत महंगा पड़ सकता है. भारत सरकार के गृह मंत्रालय की साइबर सुरक्षा विंग ने एक गंभीर चेतावनी जारी की है. अगर आपके फोन में भी यह ऐप है, तो आप अनजाने में हैकर्स को अपने बेडरूम और बैंक लॉकर की चाबी सौंप रहे हैं.
Cyber Dost I4C ने दी चेतावनी
आपको बता दें कि Cyber Dost सरकार का आधिकारिक साइबर सुरक्षा हैंडल है. एजेंसी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि “फ्री फिल्मों का लालच” आपको मुसीबत में डाल सकता है. साइबर दोस्त के अनुसार, मुफ्त में फिल्में दिखाने वाले ये ऐप्स सुरक्षित नहीं हैं. इन्हें इस्तेमाल करना न केवल डेटा सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि यह आपको कानूनी पचड़ों में भी फंसा सकता है.
पोस्ट में बताया गया है कि लाखों यूजर्स अनजाने में अपना डेटा खतरे में डाल रहे हैं. जब आप ऐसे ऐप्स के जरिए पायरेटेड कंटेंट देखते हैं, तो आप सिर्फ एक दर्शक नहीं होते, बल्कि एक ‘विक्टिम’ बनने की कतार में खड़े होते हैं.
“Free movies” के लालच में अपने data और security को खतरे में न डालें।
— CyberDost I4C (@Cyberdost) December 20, 2025
Unknown apps से pirated content देखना आपको cyber risk और legal trouble में डाल सकता है।
सोच-समझकर install करें।
Piracy is Crime#PikashowApp #FakeAppsScam #Piracy #I4C #MHA pic.twitter.com/QUSbM8SSWq
सेफ नहीं हैं Pikashow जैसे ऐप
शायद आप सोचें, “मैं तो सिर्फ मूवी देख रहा हूं, इसमें हैकिंग कैसे होगी?” यहीं पर आप गलती कर रहे हैं. आइए इसके तकनीकी पहलू को समझते हैं. सबसे पहले गौर करने वाली बात यह है कि Pikashow और इस जैसे अन्य पायरेसी ऐप्स Google Play Store या Apple App Store पर उपलब्ध नहीं होते हैं.
वे Google और Apple की सख्त सुरक्षा नीतियों (Security Policies) को पास नहीं कर पाते. इन ऐप्स को डाउनलोड करने के लिए आपको किसी अनजान वेबसाइट से APK फाइल डाउनलोड करनी पड़ती है. इसे ‘Sideloading’ कहते हैं. जब आप ऐसा करते हैं, तो आपका फोन आपको चेतावनी देता है कि “यह फाइल हानिकारक हो सकती है”, लेकिन हम अक्सर उसे अनदेखा करके ‘Allow’ कर देते हैं.
जैसे ही आप किसी थर्ड-पार्टी सोर्स से ऐप इंस्टॉल करते हैं, आप अपने फोन के सुरक्षा कवच को खुद बंद कर देते हैं. इसके बाद उस ऐप के जरिए हैकर्स आपके फोन में कुछ भी डाल सकते हैं.
मैलवेयर और स्पाईवेयर का जाल
Cyber Dost I4C ने अपनी पोस्ट में साफ किया है कि फ्री मूवी ऐप्स आपके डिवाइस में मैलवेयर और स्पाईवेयर इंस्टॉल कर सकते हैं. जैसा कि नाम से पता चलता है कि स्पाईवेयर जासूसी करता है. यह बैकग्राउंड में चुपचाप चलता रहता है. यह आपके कीबोर्ड पर टाइप किए गए हर शब्द को रिकॉर्ड कर सकता है.
इसमें आपकी निजी तस्वीरें, आपके कॉन्टैक्ट्स, आपके मैसेज और यहां तक कि आपकी लोकेशन भी शामिल है. यह ऐप आपके फोन का कैमरा और माइक भी अपनी मर्जी से चालू कर सकता है.
बैंक खाता खाली होने का डर
यह चेतावनी का सबसे डरावना हिस्सा है. सरकार ने बताया कि ये ऐप्स आपकी बैंकिंग जानकारी तक पहुंच सकते हैं. स्पाईवेयर के जरिए हैकर्स आपके नेट बैंकिंग के पासवर्ड और यूजर आईडी चुरा सकते हैं. सबसे बड़ा खतरा OTP का है. चूंकि इन ऐप्स को अक्सर SMS पढ़ने की परमिशन मिल जाती है, इसलिए जब बैंक आपको OTP भेजता है, तो हैकर्स उसे आपसे पहले पढ़ लेते हैं.
आपको पता भी नहीं चलता और आपके खाते से पैसे ट्रांसफर हो जाते हैं. कई बार यूजर्स को लगता है कि बैंक की गलती है, लेकिन असल में गलती उस ‘फ्री मूवी ऐप’ की होती है जो उन्होंने महीनों पहले डाउनलोड किया था.
कानूनी कार्रवाई
सिर्फ डेटा चोरी ही नहीं, जेल जाने का भी खतरा है. भारत में पायरेटेड कंटेंट (चोरी की गई फिल्में) देखना और डाउनलोड करना अपराध की श्रेणी में आता है. कॉपीराइट एक्ट 1957 (Copyright Act 1957) के तहत, पायरेटेड कंटेंट को बढ़ावा देना गैरकानूनी है.
Cyber Dost की पोस्ट में स्पष्ट कहा गया है कि “यदि आप पायरेटेड फिल्में या सामग्री देखने के लिए कोई ऐप इंस्टॉल करते हैं, तो आपको कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है.”
हालांकि यूजर्स पर कार्रवाई कम होती है और डिस्ट्रीब्यूटर्स पर ज्यादा, लेकिन कानून के मुताबिक जुर्माना और जेल दोनों का प्रावधान है.
ऐसे रहें सुरक्षित
अगर आप सुरक्षित रहना चाहते हैं तो कुछ बातों का पालन करें.
- ऐप तुरंत डिलीट करें: अगर आपके फोन में Pikashow या ऐसा कोई भी ‘फ्री मूवी ऐप’ है, तो उसे अभी अनइंस्टॉल करें.
- फाइल मैनेजर चेक करें: अनइंस्टॉल करने के बाद फाइल मैनेजर में जाकर डाउनलोड फोल्डर चेक करें और बची हुई APK फाइल्स को भी डिलीट करें.
- Permissions जांचें: अपने फोन की सेटिंग्स में जाएं और देखें कि कौन से ऐप्स के पास SMS और कैमरा की परमिशन है. अगर कोई संदिग्ध ऐप दिखे, तो परमिशन बंद करें या ऐप हटा दें.
- सही रास्ता चुनें: फिल्में देखने के लिए हमेशा Netflix, Prime Video, Disney+ Hotstar, JioCinema या YouTube जैसे वैध (Legal) प्लेटफॉर्म्स का ही इस्तेमाल करें. JioCinema और YouTube पर बहुत सा कंटेंट मुफ्त और कानूनी तौर पर उपलब्ध है.
याद रखें, इंटरनेट पर “फ्री” कुछ भी नहीं होता. अगर आप प्रोडक्ट के लिए पैसे नहीं दे रहे हैं, तो इसका मतलब है कि आप खुद प्रोडक्ट हैं. आपकी प्राइवेसी और सुरक्षा किसी भी मूवी टिकट से ज्यादा कीमती है.
Sudhanshu Shubham
सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile