2 और iPhone को कंपनी ने बना दिया ‘कबाड़’, लिस्ट में आपका डिवाइस तो नहीं शामिल?
Apple ने अपनी विंटेज और ऑब्सोलीट प्रोडक्ट्स की लिस्ट को फिर से अपडेट किया है. इस बार कंपनी ने दो iPhone मॉडल्स और दो iPad मॉडल्स को इस लिस्ट में शामिल किया है. iPhone 7 Plus और iPhone 8 के चुनिंदा वेरिएंट्स को अब आधिकारिक तौर पर विंटेज घोषित किया गया है. यानी इन डिवाइसेज के लिए रिपेयर सपोर्ट अब लिमिटेड हो रहा है.
Surveyवहीं, iPad Air 2 और iPad mini 2 को अब ऑब्सोलीट माना गया है. जिसका मतलब है कि Apple अब इन डिवाइस के लिए कोई ऑफिशियल रिपेयर या सपोर्ट नहीं देगा.
Apple के ऑफिशियल सपोर्ट डॉक्यूमेंट के अनुसार, कोई प्रोडक्ट तब विंटेज माना जाता है, जब उसे बिक्री बंद हुए पांच साल से ज्यादा लेकिन सात साल से कम समय हुआ हो. सात साल का निशान पार करने के बाद डिवाइस ऑब्सोलीट हो जाता है. ऑब्सोलीट होने पर Apple उस डिवाइस के लिए सभी हार्डवेयर सर्विस बंद कर देता है और रिप्लेसमेंट पार्ट्स की सप्लाई भी रोक देता है.
iPhone 7 Plus को अब विंटेज लिस्ट में डाला गया है और इसके सभी मॉडल्स प्रभावित हैं. 2016 में लॉन्च हुआ iPhone 7 Plus Apple का पहला फोन था, जिसमें डुअल-कैमरा सिस्टम था और हेडफोन जैक हटाया गया था.
iPhone 8 के मामले में, केवल 64GB और 256GB वेरिएंट्स को विंटेज माना गया है. 128GB मॉडल, जो लंबे समय तक बिक्री में रहा अभी इस लिस्ट में शामिल नहीं हुआ है. इसके अलावा, iPhone 8 और 8 Plus के (PRODUCT)RED वेरिएंट्स पहले से ही विंटेज लिस्ट में थे.
दूसरी ओर, Apple ने iPad Air 2 और iPad mini 2 को विंटेज से ऑब्सोलीट कैटेगरी में शिफ्ट कर दिया है. ये दोनों डिवाइसेज अपने लॉन्च के समय बजट-फ्रेंडली ऑप्शन्स के रूप में लोकप्रिय थे, लेकिन अब ये सात साल से ज्यादा पुराने हो चुके हैं. इस बदलाव के साथ, Apple ने इन मॉडल्स के लिए सभी ऑफिशियल सपोर्ट और सर्विसिंग बंद कर दी है, जिसमें बैटरी रिप्लेसमेंट, डिस्प्ले रिपेयर, या कोई अन्य हार्डवेयर सपोर्ट शामिल है.
Apple के अनुसार, “प्रोडक्ट्स को तब ऑब्सोलीट माना जाता है, जब Apple ने उन्हें बिक्री के लिए वितरित करना सात साल पहले बंद कर दिया हो.” इसके अलावा, ऑफिशियल Apple सर्विस प्रोवाइडर्स अब इन डिवाइसेज के लिए पार्ट्स ऑर्डर नहीं कर सकते और रिपेयर के लिए केवल अनऑफिशियल थर्ड-पार्टी सोर्सेज ही विकल्प हैं.
भारत में इन डिवाइसेज के यूजर्स क्या करें?
अगर आप अभी भी इन मॉडल्स का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो इस अपडेट का मतलब यह नहीं है कि आपका फोन या टैबलेट अचानक काम करना बंद कर देगा. आपका Apple डिवाइस तब तक काम करता रहेगा, जब तक उसमें कोई खराबी नहीं आती. हालांकि, अब Apple के ऑफिशियल चैनल्स के जरिए रिपेयर की गारंटी नहीं मिलेगी. अगर रिप्लेसमेंट पार्ट स्टॉक में नहीं है, तो Apple स्टोर्स और ऑथराइज़्ड सर्विस प्रोवाइडर्स आपको वापस लौटा सकते हैं, भले ही आप रिपेयर के लिए पैसे देने को तैयार हों.
भारत में, जहां iPhone 7 Plus और iPhone 8 अभी भी सेकेंड-हैंड मार्केट में लोकप्रिय हैं, यूज़र्स को थर्ड-पार्टी रिपेयर शॉप्स पर निर्भर रहना पड़ सकता है. iPad Air 2 और iPad mini 2 के यूजर्स को अब बैटरी या स्क्रीन रिप्लेसमेंट के लिए लोकल मार्केट्स या अनऑफिशियल सर्विस सेंटर्स की तलाश करनी होगी.
Apple ऐसा क्यों करता है?
Apple की विंटेज और ऑब्सोलीट प्रोडक्ट लिस्ट को नियमित रूप से अपडेट करना इसके प्रोडक्ट लाइफसाइकल मैनेजमेंट का हिस्सा है. कंपनी अपने डिवाइसेज को कई सालों तक चलने के लिए डिजाइन करती है. लेकिन एक समय ऐसा आता है, जब पुराना हार्डवेयर नए सॉफ्टवेयर की मांगों या मैन्युफैक्चरिंग लॉजिस्टिक्स के साथ तालमेल नहीं रख पाता.
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Sudhanshu Shubham
सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile