Telegram दे रहा 43 लाख तक का इनाम, ‘कॉपीकैट’ WhatsApp के ‘खिलाफ’ बनाना होगा शॉर्ट वीडियो, कोई भी कर सकता अप्लाई
Telegram और WhatsApp की लंबे समय से चली आ रही प्रतिद्वंद्विता अब और रोमांचक हो गई है. इसका फायदा अब यूजर्स भी उठा सकते हैं. इससे आपको 43 लाख रुपये तक कमाने का मौका है. Telegram के अरबपति सह-संस्थापक और सीईओ पावेल दुरोव यह मौका दे रहे हैं.
उन्होंने WhatsApp पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने इसे “सस्ता नकलची” या “चीप कॉपीकेट” करार देते हुए एक $50,000 (लगभग 43 लाख रुपये) का इनामी कॉन्टेस्ट शुरू किया है. इस कॉन्टेस्ट में लोगों से टिकटॉक-स्टाइल वीडियो यानी शॉर्ट फॉर्मेट वीडियो बनाने को कहा गया है. इस वीडियो में यूजर्स को दिखाना होगा कि WhatsApp ने Telegram के किन फीचर्स को कॉपी किया है.
‘Telegram से पहले WhatsApp पर आए थे फीचर्स’
पावेल दुरोव का कहना है कि यह कॉन्टेस्ट WhatsApp द्वारा Telegram के खिलाफ कथित तौर पर चलाए गए बदनाम करने वाले अभियानों के जवाब में शुरू किया गया है. उनका उद्देश्य WhatsApp यूजर्स को यह बताना है कि उनके पसंदीदा कई फीचर्स असल में Telegram ने सबसे पहले पेश किए थे.
क्रिएटर्स की मदद के लिए Telegram ने 30 फीचर्स की एक लिस्ट जारी की है, जिन्हें उसने पहले शुरू किया और WhatsAppने कथित तौर पर कॉपी किया. दुरोव ने कहा कि यह लिस्ट “पूरी नहीं है,” यानी Telegram के पास ऐसे कई टूल्स हैं जो WhatsApp के पास नहीं हैं.
कॉन्टेस्ट की डिटेल्स:
- इनाम: $50,000 (लगभग 43 लाख रुपये) तक.
- डेडलाइन: 26 मई 2025, रात 11:59 बजे (दुबई समय), क्योंकि Telegram का हेडक्वार्टर दुबई में है.
- विजेता की घोषणा: जून 2025 में.
- वीडियो के नियम:——
- 180 सेकंड से ज्यादा नहीं.
- सभी टेक्स्ट और बातें इंग्लिश में.
- टिकटॉक, इंस्टाग्राम रील्स, यूट्यूब शॉर्ट्स जैसे प्लेटफॉर्म्स के लिए उपयुक्त.
- AI टूल्स का इस्तेमाल सप्लीमेंट्री तौर पर किया जा सकता है.
- मूल्यांकन: क्लैरिटी, विजुअल अपील, मीम पोटेंशियल और वायरल होने की संभावना.
- पात्रता: दुनिया भर के सभी लोग हिस्सा ले सकते हैं.
आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब दुरोव ने WhatsAppकी आलोचना की है. 2022 में उन्होंने WhatsApp पर बिल्ट-इन बैकडोर्स होने का आरोप लगाया था, जिससे यूजर सिक्योरिटी खतरे में पड़ती है. उन्होंने चेतावनी दी थी, “अगर आपके फोन में WhatsApp है, तो हर ऐप का डेटा एक्सेस किया जा सकता है.” दुरोव ने यूजर्स को सलाह दी थी, “कोई भी मैसेजिंग ऐप यूज करें, लेकिन WhatsApp से दूर रहें.”
1 बिलियन से ज्यादा मंथली यूजर्स, एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन (डिफॉल्ट नहीं), 2 लाख तक के ग्रुप चैट्स और TON ब्लॉकचेन इंटीग्रेशन के साथ Telegram प्राइवेसी और फ्री स्पीच पर जोर देता है. जबकि WhatsApp का इस्तेमाल 3 बिलियन से ज्यादा लोग करते हैं. इसमें डिफॉल्ट एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन और हाल में कई प्राइवेसी अपग्रेड्स पेश किए गए हैं.
Telegram का दावा है कि चैनल्स, एडिटेबल मैसेज, डिसअपीयरिंग चैट्स, इंटरैक्टिव पोल्स और एडवांस्ड स्टिकर्स जैसे फीचर्स उसने पहले शुरू किए, जिन्हें WhatsApp ने बाद में अपनाया.
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Sudhanshu Shubham
सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile