Operation Sindoor: पाकिस्तानी आतंकवाद हमले का मुंह-तोड़ जवाब! लेकिन बढ़ गया साइबर अटैक का खतरा, कैसे बचें

Operation Sindoor: पाकिस्तानी आतंकवाद हमले का मुंह-तोड़ जवाब! लेकिन बढ़ गया साइबर अटैक का खतरा, कैसे बचें

हम सभी जानते हैं कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले ने एक बार फिर भारत को झकझोर दिया। 22 अप्रैल को हुए इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई, जिनमें कई नवविवाहित पुरुष शामिल थे। इस निर्मम हमले की क्रूरता का एक प्रतीक बनीं हिमांशी नरवाल, जिनके पति नौसेना अधिकारी विनय नरवाल को आतंकियों ने मौत के घाट उतार दिया। विनय और हिमांशी की हनीमून ट्रिप पलभर में मातम में तब्दील हो गई, जिसने देश के हर नागरिक की आत्मा को झकझोर दिया।

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इस क्रूरता का बदला लेने के लिए भारत ने आतंकवाद के खिलाफ एक गंभीर कदम उठाते हुए ‘Operation Sindoor’ शुरू किया। भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया। इन ठिकानों से भारत में हमलों की साजिशें रची जा रही थीं, जिनमें लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे पाक समर्थित आतंकी संगठन शामिल थे।

Operation Sindoor

इस मिशन का नाम ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ केवल सैन्य कार्रवाई का कोडनेम नहीं है, बल्कि यह एक गहरा भावनात्मक प्रतीक भी है। हिन्दू परंपरा में सिन्दूर शादी-शुदा महिलाओं की पहचान होता है, जो उनके पति के जीवन की सलामती का प्रतीक होता है। पहलगाम हमले में नवविवाहितों को निशाना बनाया गया, जिसमें कई महिलाओं का सिन्दूर छिन गया। ऐसे में ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ के नाम से भारत ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि यह केवल एक जवाबी हमला नहीं, बल्कि शहीदों और पीड़ितों की पीड़ा को न्याय दिलाने की पहल है।

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भारतीय सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया, “थोड़ी देर पहले भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ के तहत पाकिस्तान और PoK में स्थित आतंकवादी ढांचों को निशाना बनाते हुए नौ ठिकानों पर हमला किया।”

रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि यह एक “कैलिब्रेटेड और गैर-उत्तेजक” प्रतिक्रिया थी, जिसमें केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया। पाकिस्तान की सैन्य सुविधाओं को जानबूझकर निशाना नहीं बनाया गया, ताकि यह साफ किया जा सके कि भारत का उद्देश्य केवल आतंकवाद को खत्म करना है, न कि युद्ध भड़काना।

साइबर अटैक का खतरा

बयान में स्पष्ट रूप से यह चेतावनी भी दी गई कि ‘आने वाले समय में पाकिस्तान की ओर से भारत पर साइबर हमले भी किए जा सकते हैं’। इसलिए साइबर आतंकवाद और डिजिटल खतरों का बढ़ता दायरा भी अब देश की सुरक्षा के लिए उतना ही बड़ा संकट बन चुका है। देश की आम जनता से लेकर सरकार और सेना तक, हर किसी को अब साइबर सुरक्षा की गंभीर ज़रूरत है।

अगर हम सतर्क नहीं हुए, तो एक छोटा-सा डेटा ब्रीच हमारे बैंक अकाउंट, पहचान पत्र, निजी फोटो, और यहां तक कि पूरे नेटवर्क सिस्टम को खतरे में डाल सकता है।

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साइबर अटैक से बचने के लिए 10 ज़रूरी उपाय

  1. वेबसाइट haveibeenpwned.com पर जाकर चेक करें कि कहीं आपके ईमेल या पासवर्ड पहले से लीक तो नहीं हुए हैं।
  2. मज़बूत पासवर्ड बनाएं: कम से कम 14 अक्षरों का पासवर्ड चुनें। आसान और याद रहने वाला पासफ्रेज़ बनाना बेहतर होता है, जैसे “TigerChair#9School”।
  3. कमजोर पासवर्ड से बचें: ‘123456’, ‘qwerty’, ‘password’ जैसे पासवर्ड सबसे पहले हैक होते हैं।
  4. पासवर्ड मैनेजर का इस्तेमाल करें: Dashlane जैसे टूल्स का इस्तेमाल करें जो आपके सभी पासवर्ड को सुरक्षित रखता है।
  5. मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (MFA): अपने बैंक, सोशल मीडिया, और ऑफिस अकाउंट्स पर 2FA ज़रूर एक्टिवेट करें।
  6. किसी पर भी आंख बंद करके भरोसा न करें: फिशिंग ईमेल्स, नकली फोन कॉल्स या SMS से सतर्क रहें। कोई भी जानकारी शेयर करने से पहले दो बार सोचें।
  7. अपने डिवाइस को सुरक्षित करें: फोन और लैपटॉप में एंटीवायरस लगाएं, लॉकिंग सिस्टम ऑन रखें, और डिवाइस खो जाने पर रिमोट लॉक/वाइप की सुविधा रखें।
  8. सॉफ्टवेयर अपडेट करते रहें: ऑपरेटिंग सिस्टम, एप्लिकेशन और एंटीवायरस को समय-समय पर अपडेट करें।
  9. केवल सुरक्षित वेबसाइट्स पर जाएं: ‘HTTPS’ और ग्रीन पैडलॉक वाले वेबसाइट्स पर ही जानकारी दें। डोमेन नेम को ध्यान से चेक करें।
  10. किसी भी संदिग्ध चीज़ की सूचना तुरंत IT टीम को दें: कॉलेज, ऑफिस या ऑर्गनाइज़ेशन की IT टीम को किसी भी अनजान ईमेल, लिंक या अटैचमेंट की तुरंत रिपोर्ट करें।

अगर हर नागरिक डिजिटल सतर्कता को अपनाए, तो हम न केवल आतंकवाद से, बल्कि साइबर अपराधों से भी एकजुट होकर लड़ सकते हैं।

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Faiza Parveen

Faiza Parveen

फाईज़ा परवीन डिजिट हिंदी में एक कॉन्टेन्ट राइटर हैं। वह 2023 से डिजिट में काम कर रही हैं और इससे पहले वह 6 महीने डिजिट में फ्रीलांसर जर्नलिस्ट के तौर पर भी काम कर चुकी हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक स्तर की पढ़ाई कर रही हैं, और उनके पसंदीदा तकनीकी विषयों में स्मार्टफोन, टेलिकॉम और मोबाइल ऐप शामिल हैं। उन्हें हमारे हिंदी पाठकों को वेब पर किसी डिवाइस या सेवा का उपयोग करने का तरीका सीखने में मदद करने के लिए लेख लिखने में आनंद आता है। सोशल मीडिया की दीवानी फाईज़ा को अक्सर अपने छोटे वीडियो की लत के कारण स्क्रॉलिंग करते हुए देखा जाता है। वह थ्रिलर फ्लिक्स देखना भी काफी पसंद करती हैं। View Full Profile

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