आपके नंबर पर कितने SIM चल रहे? 2 मिनट में बता देगी ये सरकारी वेबसाइट, हाथों-हाथ बंद करवा सकते हैं फर्जी नंबर
आधार आज के समय में काफी उपयोगी डॉक्यूमेंट है. इसका इस्तेमाल ही सिम जारी करने के लिए भी किया जाता है. लेकिन, कई बार हमारे आधार पर कई ऐसे सिम जारी हो जाते हैं जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती है. लेकिन, इसका पता लगाया जा सकता है. इसके लिए एक सरकारी वेबसाइट की मदद लेनी होगी.
Surveyआपके आधार पर जारी होने वाले सिम की जानकारी इसलिए भी जरूरी है क्योंकि साइबर फ्रॉड या गैर-कानूनी कामों में आपके आधार से जारी सिम का इस्तेमाल हो सकता है. इससे बाद में आप भारी परेशानी में फंस सकते हैं. लेकिन, परेशान होने की जरूरत नहीं है. आप छोटी-सी ट्रिक से इसका पता लगा सकती है. इतना ही नहीं, आप अनऑथोराइज्ड नंबर को बंद करने की रिक्वेस्ट भी दर्ज करवा सकते हैं.
यानी आज के समय में यह जानना बहुत जरूरी हो गया है कि आपके Aadhaar से कितने मोबाइल नंबर जुड़े हुए हैं, साथ ही कहीं कोई फर्जी नंबर तो आपके नाम से इस्तेमाल नहीं हो रहा? आइए आपको इसका पता करने का पूरा प्रोसेस स्टेप-बाय-स्टेप बताते हैं. बस 2 मिनट में आप सारा कुछ पता कर सकते हैं.
क्यों जरूरी है Aadhaar से लिंक मोबाइल नंबरों को चेक करना?
आजकल हर छोटा-बड़ा काम मोबाइल और OTP से होता है, बैंकिंग, सरकारी योजनाएं, ऐप लॉगिन, टिकट बुकिंग और यहां तक कि लोन भी. ऐसे में अगर आपके Aadhaar से जुड़ा कोई सिम कार्ड किसी फ्रॉड या अपराध में इस्तेमाल होता है तो आप पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है.
नियमित रूप से जांच करने से आप:
- अपनी पहचान की चोरी (Identity Theft) से बच सकते हैं.
- फर्जी सिम कार्ड्स को डिटेक्ट और बंद करा सकते हैं.
- DoT के नए नियमों का पालन कर सकते हैं.
कैसे चेक करें कि आपके Aadhaar से कितने SIM कार्ड जुड़े हैं?
सरकार ने इसके लिए Sanchar Saathi पोर्टल लॉन्च किया है, जहां आप आसानी से ये जानकारी पा सकते हैं.
फॉलो करें ये स्टेप्स:
इसके लिए सबसे पहले सरकारी वेबसाइट https://www.sancharsaathi.gov.in/ पर जाए. फिर Citizen-Centric Services पर क्लिक करें. इसके बाद‘Know Your Mobile Connections (TAFCOP)’ पर जाएं. यहां पर अपना मोबाइल नंबर, कैप्चा डालें और OTP से वेरिफाई करें.
यहां पर Aadhaar से जुड़े सभी मोबाइल नंबर स्क्रीन पर दिखेंगे. अगर कोई नंबर आपका नहीं है तो “Not My Number” ऑप्शन चुनें और रिपोर्ट करें. आपको इसका कन्फर्मेशन मैसेज से भी मिल जाएगा और आपके नंबर को डिएक्टिवेट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.
DoT ने SIM से जुड़े फ्रॉड मामलों पर लगाम कसने के लिए कई कड़े कदम उठाए हैं. अगर कोई व्यक्ति किसी और के Aadhaar से फर्जी सिम एक्टिवेट करता है और पकड़ा जाता है, तो तीन साल तक उसे नया सिम खरीदने की इजाजत नहीं मिलेगी. DoT की मुहिम के तहत अब तक लाखों नकली सिम कार्ड्स डिएक्टिवेट किए जा चुके हैं. E-KYC सिस्टम और Facial Verification अनिवार्य कर दिए गए हैं, जिससे बायोमेट्रिक और आधार आधारित सत्यापन मजबूत हो.
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Sudhanshu Shubham
सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile