डिलीवरी बॉय नहीं..घर-घर सामान की डिलीवरी करेंगे रोबोट, Amazon ने शुरू की टेस्टिंग, लोगों की जाएगी जॉब?
Amazon अभी सबसे पॉपुलर शॉपिंग ऐप में से एक
कंपनी ऑपरेशनल कॉस्ट को कम करने का कर रही प्रयास
Amazon के रोबोट घर-घर जाकर पहुंचाएंगे सामान
फिलहाल चल रही है Amazon रोबोट की ट्रेनिंग
अगर आप ऑनलाइन ऑर्डर करते हैं तो डिलीवरी बॉय सामान आपके घर तक लेकर आता है. लेकिन, Amazon इसको बदलने वाला है. डिलीवरी बॉय की जगह रोबोट आपके सामान की डिलीवरी करेगा. Amazon अब ह्यूमनॉइड रोबोट्स के लिए एडवांस्ड AI सॉफ्टवेयर डेवलप कर रहा है.
Surveyइसका मकसद है ह्यूमन डिलीवरी वर्कर्स को रिप्लेस करना. यह कदम Amazon की अपनी विशाल लॉजिस्टिक्स नेटवर्क में दक्षता बढ़ाने और लागत कम करने की स्ट्रैटेजी का हिस्सा है. Amazon कथित तौर पर अपने ऑटोमेशन प्रयासों में बड़ी प्रगति कर रहा है. कंपनी का लंबे समय का लक्ष्य है कि ये रोबोट्स ह्यूमन डिलीवरी वर्कर्स की जगह ले सकें.
लेटेस्ट्स रिपोर्ट्स के मुताबिक, Amazon न सिर्फ इन रोबोट्स को चलाने वाले सोफिस्टिकेटेड AI पर फोकस कर रहा है, बल्कि उसने San Francisco में एक खास टेस्टिंग फैसिलिटी भी बनाई है, जिसे “ह्यूमनॉइड पार्क” नाम दिया गया है.
पार्क में सीढ़ी और दरवाजे के सहारे ट्रेनिंग
यह इनडोर ऑब्स्टैकल कोर्स रियल-वर्ल्ड डिलीवरी सिनेरियो को सिमुलेट करने के लिए डिजाइन किया गया है ताकि रोबोट्स की नेविगेशन स्किल्स को टेस्ट किया जा सके. इस पार्क में मॉक डोरवेज, सीढ़ियां और यहां तक कि एक Rivian इलेक्ट्रिक डिलीवरी वैन भी शामिल है. जो ह्यूमन डिलीवरी पर्सनल की चुनौतियों को रीक्रिएट करता है.
Amazon भले ही अपना कटिंग-एज AI सॉफ्टवेयर डेवलप कर रहा हो, लेकिन शुरुआती टेस्टिंग के लिए वो दूसरी रोबोटिक्स कंपनियों के हार्डवेयर का इस्तेमाल करेगा. कंपनी कई तरह के ह्यूमनॉइड रोबोट्स को ट्रायल करने वाली है, जिनमें Unitree Robotics (जैसे Unitree G1 रोबोट) शामिल हैं, ताकि AI मॉडल्स को ट्रेन करने के लिए डायवर्स डेटा कलेक्ट किया जा सके.
इसका फाइनल विजन है कि ये ह्यूमनॉइड रोबोट्स Amazon की Rivian इलेक्ट्रिक वैन फ्लीट में सवार होंगे और फिर बाहर निकलकर कस्टमर्स के दरवाजे तक पैकेज डिलीवर करेंगे. यह इनिशिएटिव Amazon के ऑटोमेशन में तेजी लाने का हिस्सा है, जिसमें पहले से ही इसके वेयरहाउस में ढेर सारे रोबोटिक सिस्टम्स काम कर रहे हैं.
कंपनी ने पब्लिकली बताया है कि AI उसके स्टॉकरूम ऑपरेशन्स, डिलीवरी प्रोसेस और फुलफिलमेंट सेंटर्स में कैसे पैकेज डिलीवरी को तेज करेगा. हालांकि Amazon ने अभी तक “ह्यूमनॉइड पार्क” या डिलीवरी रोबोट्स के स्पेसिफिक प्लान्स पर कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट नहीं दिया है, लेकिन ये डेवलपमेंट इस बात का सबूत है कि कंपनी को एडवांस्ड टेक्नॉलॉजी, खासकर AI पर पूरा भरोसा है, जो ई-कॉमर्स लॉजिस्टिक्स का फ्यूचर है.
लॉन्ग टर्म में रिप्लेसमेंट का प्लान
ह्यूमनॉइड रोबोट्स के डिलीवरी रोल्स लेने की संभावना से लॉजिस्टिक्स सेक्टर में ह्यूमन एम्प्लॉयमेंट के फ्यूचर पर बड़ी चर्चा शुरू हो गई है. Amazon भले ही कहता हो कि उसके मौजूदा वेयरहाउस रोबोट्स ह्यूमन वर्कर्स को असिस्ट करने और सेफ्टी बढ़ाने के लिए हैं. लेकिन लंबे समय में “रिप्लेसमेंट” का साफ लक्ष्य डिलीवरी इंडस्ट्री में एक ट्रांसफॉर्मेटिव शिफ्ट की ओर इशारा करता है. यह सब फास्टर सर्विस और कम ऑपरेशनल खर्चे की तलाश में हो रहा है.
Amazon पहले से वेयरहाउस में Proteus, Vulcan जैसे रोबोट्स यूज करता है. 2019 में लॉन्च Scout साइडवॉक डिलीवरी रोबोट फेल हुआ क्योंकि यह स्क्विरल्स और पोर्च स्टेप्स से डील नहीं कर पाया. अब ह्यूमनॉइड रोबोट्स के साथ Amazon रियल-वर्ल्ड चैलेंजेस को टारगेट कर रहा है.
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Sudhanshu Shubham
सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile