BSNL ने कर दिया कमाल! पूरे देश में लॉन्च किया ये शानदार फीचर, स्कैम के नहीं होंगे शिकार

BSNL ने कर दिया कमाल! पूरे देश में लॉन्च किया ये शानदार फीचर, स्कैम के नहीं होंगे शिकार

भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने पूरे देश में अपने मोबाइल ग्राहकों के लिए नेटवर्क-साइड-एंटी-स्पैम और anti-smishing प्रोटेक्शन शुरू करने की घोषणा की है. यह सिस्टम नेटवर्क लेवल पर SMS में मौजूद संदिग्ध और फ़िशिंग URLs को ब्लॉक करता है, जिससे ऐसे लिंक उपयोगकर्ताओं तक पहुंच ही नहीं पाते हैं.

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वहीं, बैंकिंग OTPs, सरकारी नोटिफिकेशन और वैध अलर्ट TRAI के DLT/UCC फ्रेमवर्क के अनुरूप सामान्य रूप से डिलीवर होते रहेंगे. यह अत्याधुनिक समाधान भारत-स्थित क्लाउड कम्युनिकेशंस प्रोवाइडर Tanla के साथ साझेदारी में विकसित किया गया है. इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग (ML), नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP), रिप्यूटेशन इंटेलिजेंस और लिंक एक्सपैंशन जैसी तकनीकों का उपयोग किया गया है.

सिस्टम DLT (Distributed Ledger Technology) आधारित ब्लॉकचेन नेटवर्क से भी जुड़ा है, जो भारत में सभी टेलिकॉम ऑपरेटर्स द्वारा अवांछित व्यावसायिक संचार (Unsolicited Commercial Communication) को नियंत्रित करने के लिए अपनाया गया है.

यह समाधान पहली बार India Mobile Congress 2024 में प्रीव्यू किया गया था और अब इसे देशभर के BSNL सर्किल्स में लागू किया जा रहा है.

हर महीने लाखों खतरों की पहचान

BSNL के अनुसार, यह सुरक्षा प्रणाली प्रतिदिन 1.5 मिलियन से अधिक स्कैम का पता लगाती है, हर महीने 35,000 से अधिक यूनिक फ्रॉडुलेंटt लिंक और 60,000+ स्कैम-संबंधित WhatsApp और मोबाइल नंबर को फ्लैग करती है. चार प्रॉप्रायटरी AI/ML इंजनों द्वारा संचालित, यह प्लेटफॉर्म 99% से अधिक प्रभावशीलता के साथ स्मिशिंग हमलों को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है.

ग्राहकों के लिए आसान और ऑटोमैटिक सुरक्षा

इस सुरक्षा के लिए ग्राहकों को कोई ऐप इंस्टॉल करने, सेटिंग बदलने या रजिस्टर करने की ज़रूरत नहीं है. यह डिफ़ॉल्ट रूप से सभी सक्रिय BSNL मोबाइल सर्किल्स में लागू है. BSNL और Ministry of Communications के मुताबिक, इससे ग्राहकों के लिए क्रेडेंशियल चोरी और पेमेंट फ्रॉड का जोखिम काफी कम हो जाएगा.

“अगर आप BSNL के ग्राहक हैं, तो आपके फ़ोन पर आने वाले किसी भी मैलिशियस लिंक वाले SMS को डिलीवरी के समय ही ब्लॉक कर दिया जाएगा,” मंत्रालय ने कहा.

डिजिटल धोखाधड़ी पर कड़ा प्रहार

मोबाइल नेटवर्क पर सीधे सुरक्षा तंत्र लगाने से यह समाधान स्कैमर्स के खिलाफ एक सक्रिय कदम साबित होगा. चूंकि यह सिस्टम प्रमुख वेब और मैसेजिंग प्लेटफ़ॉर्म्स के साथ एकीकृत है, इसलिए यह नए और विकसित होते डिजिटल खतरों का मुकाबला करने में सक्षम है.

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Sudhanshu Shubham

Sudhanshu Shubham

सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile

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