Starlink vs JioFiber-Airtel Xstream: कौन है असली किंग? स्टारलिंक की कीमत सामने आने के बाद जान लें कौन बेहतर

Starlink vs JioFiber-Airtel Xstream: कौन है असली किंग? स्टारलिंक की कीमत सामने आने के बाद जान लें कौन बेहतर

Starlink की एंट्री भारत में जल्द होने वाली है. कंपनी अब लगभग इसके लिए लगभग तैयार है. Starlink की वेबसाइट पर भारत में इसके प्लान की डिटेल्स लाइव हो गई है. भारत में सैटेलाइट इंटरनेट की एंट्री से एक बड़ी क्रांति आने वाली है. लेकिन क्या यह आपके मौजूदा JioFiber या Airtel Xstream से बेहतर होगा? आइए इसके बारे में आपको डिटेल्स में बताते हैं.

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सबसे पहले हम Starlink की सभी डिटेल्स समझ लेते हैं फिर आपको JioFiber या Airtel Xstream के बारे में बताएंगे. Elon Musk का Starlink भारत में अपनी सैटेलाइट कम्युनिकेशन सेवाएं शुरू करने के करीब है. इससे भारत में इंटरनेट कनेक्टिविटी में बड़ा बदलाव आना तय है.

सैटेलाइट इंटरनेट: दूरदराज के इलाकों की लाइफलाइन

सैटेलाइट इंटरनेट (जैसे Starlink) उपग्रहों के माध्यम से डेटा संचारित करके काम करता है. यह उन दूरदराज और ग्रामीण इलाकों में पहुंच सकता है जहां कोई तार या टावर नहीं है.

  • स्पीड: 25-150 Mbps (फाइबर और कुछ वायरलेस विकल्पों से धीमा).
  • विश्वसनीयता: मौसम की स्थिति (बारिश/बादल) से प्रभावित होता है, जिससे रुकावट आ सकती है.
  • उपलब्धता: पारंपरिक बुनियादी ढांचे की कमी वाले दूरदराज के क्षेत्रों के लिए उत्कृष्ट.
  • लागत: महंगा सब्सक्रिप्शन प्लान और डिश इक्विपमेंट के लिए अतिरिक्त खर्च.

फाइबर ब्रॉडबैंड: हाई-स्पीड का ‘गोल्ड स्टैंडर्ड’

फाइबर ब्रॉडबैंड फाइबर-ऑप्टिक केबलों के माध्यम से डेटा पहुंचाता है, जो हाई-स्पीड और विश्वसनीय कनेक्टिविटी सुनिश्चित करता है.

  • स्पीड: 250 Mbps से 1 Gbps (सैटेलाइट इंटरनेट से काफी तेज).
  • विश्वसनीयता: अत्यधिक विश्वसनीय क्योंकि केबल जमीन के नीचे दबे होते हैं, जिससे वे मौसम की मार से बचे रहते हैं.
  • उपलब्धता: उन क्षेत्रों तक सीमित जहां फाइबर इन्फ्रास्ट्रक्चर बिछाया गया है.
  • लागत: सैटेलाइट की तुलना में अधिक किफायती, और इंस्टॉलेशन लागत अक्सर प्लान में शामिल होती है.

वायरलेस ब्रॉडबैंड: सबसे सस्ता और मोबाइल

  • वायरलेस ब्रॉडबैंड इंटरनेट पहुंचाने के लिए सेल टावरों (4G/5G) या फिक्स्ड वायरलेस ट्रांसमीटरों का उपयोग करता है.
  • स्पीड: 4G या 5G तकनीक के आधार पर भिन्न होती है.
  • विश्वसनीयता: आमतौर पर स्थिर, लेकिन टावरों से दूरी या नेटवर्क की भीड़ के कारण सिग्नल कमजोर हो सकता है.
  • उपलब्धता: सेल टावरों की पहुंच तक सीमित.
  • लागत: तीनों में सबसे किफायती, एक्सेस के लिए केवल एक सिम कार्ड की आवश्यकता होती है.

इन तीनों की तुलना से आप साफ समझ सकते हैं कि अगर आप शहर में हैं और स्पीड चाहिए, तो फाइबर बेस्ट है. अगर आप किसी पहाड़ी या गांव में हैं, तो Starlink वरदान साबित हो सकता है और अगर बजट कम है, तो वायरलेस ही राजा है. आइए एक नजर तीनों के न्यूनतम प्लान पर डाल लेते हैं.

जैसा की ऊपर बताया गया है कि Starlink की कीमत अब भारत में सामने आ गई है. इसकी कीमत 8600 रुपये प्रति माह रहने वाली है. कंपनी नए कस्टमर्स को 30 दिन का फ्री ट्रायल भी दे रही है. हालांकि, इसको सेटअप करने के लिए आपको 34 हजार रुपये का अतिरिक्त खर्च करना होगा. इसमें आपको सेटअप के लिए हार्डवेयर दिया जाता है. यानी आपको 34 हजार के अलावा हर महीने 8600 रुपये प्रति माह खर्च करने होंगे.

JioFiber या Airtel Xstream की कीमत

आपको पहले ही बता चुके हैं कि JioFiber या Airtel Xstream फाइबर ब्रॉडबैंड सर्विस है. यानी इसके लिए कंपनी तार लगाती है. आपके घर पर एक छोटा सा एंटीना लगता है और आप इस सर्विस का फायदा ले सकते हैं. इसके लिए आपको ज्यादा तामझाम की जरूरत नहीं होती है. लगभग देश के सभी हिस्सों में आप इन कंपनियों की फाइबर ब्रॉडबैंड सर्विस उपलब्ध है. जबकि स्टारलिंक का मकसद उन दूर-दराज के क्षेत्रों में तेज इंटरनेट सर्विस उपलब्ध करवाना जहां पर फाइबर ब्रॉडबैंड या पारंपरिक इंटरनेट नहीं पहुंच पाता है.

अब कीमत की बात कर लेते हैं. स्टारलिंक की तुलना में फाइबर ब्रॉडबैंड सर्विस की कीमत काफी कम है. जियो की वेबसाइट के अनुसार, इसकी कीमत 399 रुपये से शुरू होती है. इसके साथ 30Mbps की स्पीड मिलेगी. ज्यादा स्पीड के लिए आपको ज्यादा पैसा खर्च करना होगा. 1Gbps तक की स्पीड की कीमत 3,999 रुपये से शुरू होती है.

वहीं, एयरटेल ब्रॉडबैंड की कीमत की बात करें तो इसकी कीमत 40Mbps स्पीड के लिए 499 रुपये से शुरू होती है. जबकि जियो की तरह ही 1Gbps तक की स्पीड की कीमत 3,999 रुपये है. यानी सबसे ज्यादा स्पीड वाला प्लान भी स्टारलिंक से लगभग आधी कीमत पर आता है.

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Sudhanshu Shubham

Sudhanshu Shubham

सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile

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