आपकी गाड़ी BS4 है या BS6? पता करने के 3 सबसे आसान तरीके, चालान से बचने के लिए अभी कर लें चेक
दिल्ली-NCR और भारत के कई बड़े शहरों में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए गाड़ियों के नियम बहुत सख्त हो गए हैं. अक्सर हम सुनते हैं कि प्रदूषण बढ़ने पर BS4 डीजल गाड़ियों पर रोक लगा दी गई है. ऐसे में कई बार कन्फ्यूजन होता है कि “मेरी गाड़ी BS4 (Bharat Stage 4) है या BS6 (Bharat Stage 6)?”
Surveyअगर आपको भी अपनी कार या बाइक के एमिशन नॉर्म्स (Emission Norms) को लेकर डाउट है, तो अब आरटीओ (RTO) के चक्कर काटने की जरूरत नहीं है. आप घर बैठे सिर्फ अपनी गाड़ी के नंबर या मैन्युफैक्चरिंग डेट से इसका पता लगा सकते हैं. अगर आप नहीं जानते कि आपकी कार या बाइक कौन से BS मानक का पालन करती है, तो इन तरीकों से पता करें.
विहान पोर्टल से चेक करें
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय का विहान (Vahan) पोर्टल सबसे भरोसेमंद तरीका है. यह एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जहां भारत में रजिस्टर्ड हर गाड़ी की कुंडली मौजूद है.
कैसे करें: बस आधिकारिक वेबसाइट (parivahan.gov.in) पर जाएं और अपना गाड़ी नंबर (Registration Number) डालें.
क्या मिलेगा: जैसे ही आप सर्च करेंगे, आपको मॉडल, फ्यूल टाइप और एमिशन स्टैंडर्ड (Emission Standard) की जानकारी मिल जाएगी. चूंकि यह डेटा सीधे सरकारी रिकॉर्ड से आता है, इसलिए यह सबसे सटीक तरीका है.
अपनी RC (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट) देखें
आपकी गाड़ी की RC सिर्फ मालिकाना हक का सबूत नहीं है, बल्कि उसमें गाड़ी की पूरी जन्मकुंडली होती है.
फिजिकल RC: कई राज्यों में RC पर साफ-साफ लिखा होता है कि गाड़ी BS IV है या BS VI. इसे आप ‘Fuel’ या ‘Maker Class’ सेक्शन के पास देख सकते हैं.
डिजिटल RC (mParivahan): अगर आपकी पुरानी प्रिंटेड RC पर यह नहीं लिखा है, तो आप अपने मोबाइल पर mParivahan App डाउनलोड करें. वहां अपनी गाड़ी का नंबर डालें, आपको डिजिटल RC दिखेगी जिसमें BS स्टेटस लिखा होगा.

मैन्युफैक्चरिंग डेट से पता करें
अगर आपके पास इंटरनेट नहीं है या RC अभी मिल नहीं रही, तो आप गाड़ी के बनने की तारीख (Manufacturing Date) से भी अंदाजा लगा सकते हैं.
नियम: भारत ने 1 अप्रैल 2020 से पूरे देश में BS6 नियम लागू कर दिए थे.
सीधा फॉर्मूला: इसका मतलब है कि 1 अप्रैल 2020 के बाद बनी और रजिस्टर्ड हुई कोई भी गाड़ी ऑटोमैटिकली BS6 है. वहीं, 2020 से पहले की गाड़ियां आमतौर पर BS4 (या उससे पुरानी) होती हैं.
तारीख कहां मिलेगी: गाड़ी के इंजन बे (बोनट के नीचे), ड्राइवर के दरवाजे के पास लगी मेटल प्लेट पर या ओनर मैनुअल (Owner’s Manual) में मैन्युफैक्चरिंग महीना और साल लिखा होता है.
अपनी गाड़ी का BS स्टेटस जानना सिर्फ नियमों के पालन के लिए ही नहीं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी जरूरी है. साथ ही, अगर आप दिल्ली जैसे शहर में रहते हैं, तो यह जानना और भी जरूरी है ताकि आप गलती से प्रतिबंधित (Banned) दिनों में गाड़ी न निकालें.
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Sudhanshu Shubham
सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile