YouTube-Instagram आपकी हर एक्टिविटी पर रखते हैं नजर, टॉप-10 ऐप की लिस्ट आई सामने, रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे

YouTube-Instagram आपकी हर एक्टिविटी पर रखते हैं नजर, टॉप-10 ऐप की लिस्ट आई सामने, रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे

आज के दौर में स्मार्टफोन हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है. हम हर दिन दर्जनों ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं, चाहे सोशल मीडिया हो, शॉपिंग ऐप हो या फिर कैब बुकिंग ऐप. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये ऐप्स आपके फोन से कितना निजी डेटा चुरा रहे हैं? एक नई रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है.

रिसर्च फर्म की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

ब्रिटेन की डेटा एनालिटिक्स कंपनी Apteco ने एक नई रिपोर्ट जारी की है जिसमें उसने उन ऐप्स की लिस्ट दी है जो यूजर्स का सबसे ज्यादा डेटा इकट्ठा कर रही हैं. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे ये ऐप्स आपकी निजी जानकारियां जैसे लोकेशन, कॉन्टैक्ट्स, ब्राउज़िंग बिहेवियर, फोन लॉग्स, फोटो, कैमरा एक्सेस और यहां तक कि आपकी फाइनेंशियल जानकारी तक को ट्रैक कर सकती हैं.

इन 10 ऐप्स से सबसे ज्यादा खतरा

  • Facebook (Meta)
  • Instagram (Meta)
  • Threads (Meta)
  • LinkedIn
  • Pinterest
  • Amazon और Alexa
  • YouTube (Google)
  • X (पूर्व में Twitter)
  • TikTok
  • Snapchat

इनमें से Facebook, Instagram और Threads को Meta ऑपरेट करता है, जो पहले भी डेटा स्कैंडल्स के चलते चर्चा में रह चुका है. Meta के ऐप्स खासतौर पर Facebook और Instagram आपकी ब्राउज़िंग हिस्ट्री, लोकेशन, सर्च पैटर्न, कैमरा एक्सेस, फोटो एल्बम और यहां तक कि आपके फ्रेंड्स के साथ बातचीत का पैटर्न भी रिकॉर्ड करती हैं. यह सब कुछ टारगेटेड ऐड्स दिखाने और यूजर बिहेवियर को ट्रैक करने के लिए किया जाता है.

Google और Amazon भी पीछे नहीं

YouTube और Amazon जैसी कंपनियां भी यूजर्स का डेटा बड़े पैमाने पर एकत्र करती हैं. Alexa जैसे वॉयस असिस्टेंट ऐप्स आपकी वॉइस कमांड्स को रिकॉर्ड करते हैं और उन्हें सर्वर पर स्टोर करते हैं ताकि वो आपको “पर्सनलाइज्ड” अनुभव दे सकें.

क्या ऐप्स डिलीट करना है सही उपाय?

रिपोर्ट कहती है कि इन ऐप्स को डिलीट करना ही एकमात्र हल नहीं है, बल्कि समझदारी से सेटिंग्स को कस्टमाइज करना ज्यादा बेहतर विकल्प है. एंड्रॉयड और iOS दोनों प्लेटफॉर्म पर आप ऐप्स की परमिशन मैनेज कर सकते हैं.

कैसे करें खुद को सुरक्षित?

लोकेशन एक्सेस कंट्रोल करें

Uber या Zomato जैसे ऐप्स लोकेशन के बिना अच्छे से काम नहीं करते हैं. हालांकि, आप ऐप को बैकग्राउंड में लोकेशन एक्सेस करने से रोक सकते हैं.

कैमरा और माइक्रोफोन एक्सेस को सीमित करें

यदि किसी ऐप को कैमरा या माइक्रोफोन एक्सेस की आवश्यकता नहीं है, तो उसे मैनुअली बंद कर दें.

स्टोरेज परमिशन को मैनेज करें

बिना जरूरत के किसी भी ऐप को फोटो, फाइल्स या कॉन्टैक्ट्स का एक्सेस न दें.

अनावश्यक ऐप्स को अनइंस्टॉल करें

ऐसे ऐप्स जो आप नियमित रूप से उपयोग नहीं करते, उन्हें फोन से हटा दें. इससे रिस्क कम होता है.

VPN का उपयोग करें

डेटा प्राइवेसी के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का इस्तेमाल करें, ताकि आपका इंटरनेट ट्रैफिक एनक्रिप्टेड रहे.

आज की डिजिटल दुनिया में डेटा ही सबसे बड़ा संसाधन बन चुका है. कंपनियां आपका डेटा इकट्ठा कर अरबों रुपये कमा रही हैं, वहीं आप अपनी निजता खो रहे हैं. ऐसे में जरूरी है कि आप सतर्क रहें, ऐप्स को परमिशन देने से पहले दो बार सोचें और हर महीने अपने ऐप्स की सेटिंग्स की समीक्षा करें.

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Sudhanshu Shubham

Sudhanshu Shubham

सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile

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