साइबर अपराधियों पर चल रहा सरकार का हथौड़ा, उठाए जा रहे हैं ये ठोस कदम
देश में डेढ़ करोड़ से ज्यादा मोबाइल कनेक्शन काट दिए गए हैं।
साइबर क्राइम को रोकने के लिए सरकार ये बड़ा कदम उठा रही है।
ऐसा भी सामने आ रहा है कि 18 लाख से ज्यादा Mobile Connection बंद किए जाने वाले हैं।
ऐसा सामने आ रहा है कि देश में लगभग 1.66 लाख कनेक्शन काट दिए गए हैं, यह जानकारी News18 की एक रिपोर्ट से मिल रही है, रिपोर्ट में अधिकारियों ने News18 को बताया कि 30 अप्रैल तक, दूरसंचार मंत्रालय ने धोखाधड़ी से निपटने के लिए लगभग 1.66 करोड़ कनेक्शन काट दिए हैं, जबकि एक हालिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दूरसंचार ऑपरेटर धोखा देने वाली गतिविधियों के कारण देश भर में लगभग 18 लाख मोबाइल कनेक्शन काटने के लिए तैयार हैं। इस रिपोर्ट के बारे में हमने आपको कल ही बताया था, आप इसके बारे में यहाँ भी पढ़ सकते हैं।
Surveyकैसे की गई है ये कार्रवाई
ये कार्रवाइयां दूरसंचार विभाग (DoT) सहित कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा की गई विस्तृत जांच के बाद की गई हैं, और देश में वित्तीय घोटालों के खिलाफ दूरसंचार परिदृश्य को सुरक्षित करने के लिए सरकार की व्यापक रणनीति का हिस्सा भी हैं।
ऑनलाइन फ्रॉड और साइबर क्राइम रोकने के लिए उठाए जा रहे हैं महत्त्वपूर्ण कदम
जालसाज जो संभावित पीड़ितों के साथ कॉल, मैसेज या व्हाट्सएप के माध्यम से संवाद करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें अब अपने मंसूबों में कामयाब होने में मुश्किल आने वाली है, असल में एजेंसियां इस तरह के क्राइम को रोकने के लिए बहुस्तरीय दृष्टिकोण अपना रही हैं, कई प्रमुख प्लेटफार्मों का उपयोग कर रही हैं जो न केवल नागरिकों की मदद करती हैं, बल्कि एजेंसियों की भी सहायता करती हैं। आइए इन प्लेटफॉर्म्स के बारे में आपको बताते हैं।
Sanchar Saathi, Chakshu और DIP कैसे आते हैं काम
मई 2023 में, DoT ने मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए एक नागरिक-केंद्रित मंच, संचार साथी लॉन्च किया। तब से, नागरिक इस पोर्टल का उपयोग यह जानने के लिए कर रहे हैं कि उनके नाम पर कितने सिम कार्ड चल रहे हैं, यहाँ अगर उन्हें लगता है कि कोई ऐसा नंबर है, जो वह नहीं चला रहा हैं तो उस नंबर को ब्लॉक करने के लिए भी कहा जा सकता है।

संचार साथी के फायदे
संचार साथी डेटा से पता चलता है कि मई 2024 के मध्य तक 16 लाख से अधिक मोबाइल ब्लॉक कर दिए गए थे और 8 लाख से अधिक मोबाइल चोरी या खो जाने के बाद ट्रेस किए गए थे। इस पहल से अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने में मदद मिली कि इनमें से किसी भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल धोखाधड़ी वाली गतिविधियों के लिए नहीं किया जा सके।
अब उठाए जा रहे हैं नए नए कदम
हालाँकि, अब दूरसंचार मंत्रालय की अनुसंधान शाखा सी-डॉट संचार साथी ऐप पर काम कर रही है, जो दूरसंचार से संबंधित धोखाधड़ी के मामलों से निपटने में सरकार के प्रयासों को बढ़ावा देने का वादा करता है। यह ऐप नागरिकों को धोखाधड़ी वाली गतिविधियों की रिपोर्ट करने और उन पर नज़र रखने के लिए एक उपयोगकर्ता-अनुकूल इंटरफ़ेस प्रदान करेगा।
Chakshu (चक्षु) और DIP भी लाए गए हैं
संचार साथी की सफलता के बाद, दूरसंचार विभाग ने दूरसंचार से संबंधित साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के अपने प्रयासों को बढ़ाने के लिए मार्च 2024 में चक्षु और डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म (डीआईपी) की शुरुआत की है। परिणामस्वरूप, ये प्लेटफ़ॉर्म मोबाइल कनेक्शन से जुड़ी धोखाधड़ी गतिविधियों की पहचान करने और उन्हें रोकने में महत्वपूर्ण साबित हुए हैं।

DoT साइबर अपराधों को रोकने के लिए निरंतर काम कर रहा है
इसी रिपोर्ट में ऐसा भी सामने आ रहा है कि DoT के अधिकारियों का कहना है कि इस साल 30 अप्रैल तक साइबर अपराध से जुड़े 1.58 लाख IMEI (इंटरनेशनल मोबाइल इक्विपमेंट आइडेंटिटी) नंबरों की पहचान करके उन्हें ब्लॉक किया गया है। IMEI नंबरों को बंद करने के साथ ही उन हैंडसेटों को भी Deactivate किया गया है, जिनमें यह सिम चलाए जा रहे थे। इसके अतिरिक्त, चक्षु में लगभग 10,000 से 11,000 मोबाइल नंबरों को री-वेरीफाई के लिए चिह्नित किया गया है, और 52 प्रमुख संस्थाओं (पीई) को संदिग्ध गतिविधियों के कारण ब्लॉक कर दिया गया है।
Ashwani Kumar
Ashwani Kumar has been the heart of Digit Hindi for nearly nine years, now serving as Senior Editor and leading the Vernac team with passion. He’s known for making complex tech simple and relatable, helping millions discover gadgets, reviews, and news in their own language. Ashwani’s approachable writing and commitment have turned Digit Hindi into a trusted tech haven for regional readers across India, bridging the gap between technology and everyday life. View Full Profile