Ola-Uber को टक्कर देने आया ‘Bharat Taxi’ ऐप, जीरो कमीशन और सस्ती राइड का वादा, बुक करने से पहले जान लें ये खास बातें
दिल्ली में 'भारत टैक्सी' ऐप लॉन्च हुआ, जो Ola-Uber को टक्कर देगा
यह 'जीरो कमीशन' मॉडल पर काम करता है, यानी ड्राइवर रखेंगे पूरी कमाई
इसे Amul और IFFCO जैसी 8 बड़ी सहकारी संस्थाओं का समर्थन प्राप्त है
Ola और Uber की मनमानी कीमतों और कमीशन से परेशान ड्राइवरों और यात्रियों के लिए एक नई उम्मीद की किरण जगी है. दिल्ली की सड़कों पर अब एक नया खिलाड़ी उतर चुका है – ‘भारत टैक्सी’ (Bharat Taxi). यह कोई आम प्राइवेट कंपनी का ऐप नहीं है, बल्कि इसे Amul जैसी 8 बड़ी सहकारी संस्थाओं का समर्थन प्राप्त है.
Surveyसबसे खास बात यह है कि यह ‘जीरो कमीशन’ मॉडल पर काम करता है, यानी ड्राइवर अपनी पूरी कमाई खुद रखेंगे. मंगलवार को दिल्ली में इसकी पायलट शुरुआत हो चुकी है और 51,000 से ज्यादा ड्राइवर इससे जुड़ चुके हैं. आइए जानते हैं इस ‘स्वदेशी’ टैक्सी ऐप के बारे में सबकुछ.
इस पायलट चरण में, ‘भारत टैक्सी’ कार, ऑटो-रिक्शा और बाइक सहित विभिन्न प्रकार के वाहन प्रदान करता है. अब तक, 51,000 से अधिक ड्राइवरों ने ऐप का उपयोग करने के लिए साइन अप किया है.
क्या है ‘भारत टैक्सी’ और कौन चला रहा है इसे?
यह ऐप ‘सहकर टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड’ द्वारा प्रबंधित किया जाता है. इसकी शुरुआत 6 जून, 2025 को हुई थी. यह एक कोऑपरेटिव सोसाइटी है, जिसका मतलब है कि इसका मकसद मुनाफा कमाना नहीं, बल्कि सेवा देना है. इसके प्रमोटर्स में देश की सबसे बड़ी सहकारी संस्थाएं शामिल हैं:
- Amul (GCMMF)
- IFFCO
- NAFED
- NABARD
- NDDB और अन्य.
सहकर टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड के चेयरमैन जयेन मेहता (जो Amul के भी MD हैं) ने बताया कि प्रधानमंत्री के ‘सहकार से समृद्धि’ के विजन से प्रेरित होकर इसे बनाया गया है, ताकि ड्राइवरों को प्राइवेट कंपनियों की निर्भरता से आजाद किया जा सके.
‘जीरो कमीशन’ मॉडल: ड्राइवरों की पूरी कमाई
इस ऐप की सबसे क्रांतिकारी बात इसका ‘जीरो-कमीशन सिस्टम’ है. Ola या Uber जहां हर राइड पर ड्राइवरों से मोटा कमीशन लेते हैं, वहीं भारत टैक्सी में ड्राइवर अपनी कमाई का 100% हिस्सा खुद रखेंगे. अगर कोऑपरेटिव को कोई मुनाफा होता है, तो वह भी ड्राइवरों में बांट दिया जाएगा. इससे ड्राइवरों की आय बढ़ेगी और वे यात्रियों को बेहतर सेवा देने के लिए प्रेरित होंगे.
यात्रियों के लिए क्या है खास?
सिर्फ ड्राइवरों के लिए ही नहीं, आम जनता के लिए भी इसमें कई सुविधाएं हैं.
- ट्रांसपेरेंट किराया: कोई छिपा हुआ चार्ज नहीं.
- मेट्रो कनेक्टिविटी: यह ऐप पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवाओं जैसे मेट्रो रेल के साथ भी काम करता है, जिससे आप एक ही जगह से अपनी पूरी यात्रा प्लान कर सकते हैं.
- सुरक्षा: दिल्ली पुलिस के साथ गठजोड़ के जरिए सवारों और ड्राइवरों दोनों के लिए पूरी सुरक्षा सुनिश्चित की गई है.
- 24/7 सपोर्ट: बहुभाषी इंटरफेस और चौबीसों घंटे ग्राहक सेवा.
फिलहाल यह सेवा दिल्ली में शुरू हुई है, लेकिन गुजरात में भी ड्राइवरों का पंजीकरण चल रहा है और जल्द ही इसे अन्य शहरों में भी विस्तारित किया जाएगा.
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Sudhanshu Shubham
सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile