12वीं फेल, YouTube से ट्रेनिंग..ऑपरेशन सिंदूर के बाद 50+ सरकारी वेबसाइट पर साइबर हमला, गुजरात से अरेस्ट
ऑपरेशन सिंदूर के बाद से देश में सुरक्षा बढ़ा गई है. अब एक नई रिपोर्ट चौंकाने वाली है. पुलिस ने ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है जिसने 50 से ज्यादा सरकारी वेबसाइट पर साइबर हमले किए. रिपोर्ट के अनुसार, 18 साल के युवक ने YouTube से Python प्रोग्रामिंग सीखी और GitHub से साइबर अटैक टूल्स डाउनलोड किए.
उसने अपनी स्किल्स का इस्तेमाल गलत दिशा में किया. यह युवक, हाल ही में 12वीं साइंस में फेल हुआ था. इसके बावजूद उसने भारत की 50 से ज्यादा सरकारी वेबसाइट्स पर साइबर हमले किए. गुजरात के नडियाद का यह युवक ऑपरेशन सिंदूर के बाद साइबर टेररिज्म में और सक्रिय हो गया, जो पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था.
गुजरात एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) के अनुसार, इस युवक का नाम जसीम शाहनवाज अंसारी है. ATS का कहना है कि जसीम और कुछ अन्य नाबालिगों ने अप्रैल और मई 2025 के बीच रक्षा, वित्त, विमानन, शहरी विकास और कई राज्य सरकारों से जुड़ी वेबसाइट्स को निशाना बनाया.
जसीम अंसारी ने वेबसाइट्स पर कैसे हमला किया?
AnonSec टेलीग्राम ग्रुप: ATS के मुताबिक, जसीम और उसके साथियों ने AnonSec नाम का एक टेलीग्राम ग्रुप बनाया, जहां वे DDoS (Distributed Denial of Service) हमलों की योजना बनाते और अंजाम देते थे. ये हमले वेबसाइट्स को भारी ट्रैफिक भेजकर ठप करने के लिए थे.
ऑनलाइन टूल्स: जसीम ने YouTube से Python सीखा और GitHub से साइबर अटैक टूल्स डाउनलोड किए. इन टूल्स को Termux और Pydroid जैसे मोबाइल ऐप्स के जरिए इस्तेमाल किया गया.
हमले की पुष्टि: हमलों की सफलता को checkhost.net पर चेक करने के बाद, जसीम AnonSec ग्रुप में स्क्रीनशॉट्स शेयर करता था, साथ में भारत-विरोधी मैसेज जैसे, “हाय इंडिया, हमने तुम्हारा शील्ड और सर्वर ठप कर दिया.” जैसे मैसेज को वेबसाइट पर डाल देता था.
ग्रुप का इतिहास: AnonSec नाम बाद में आया. जसीम और उसके साथियों ने पहले EXPLOITXSEC नाम का चैनल बनाया, जो @BYTEXPLOIT ID से चलता था. बाद में एक बैकअप चैनल ELITEXPLOIT बनाया गया, जिसका ID था @YourMindFvcker और इसे बाद में AnonSec नाम दिया गया.
प्रचार: ATS के अनुसार, वे अपने सफल हमलों को AnonSec पर शेयर कर भारत-विरोधी प्रचार करते थे. 7 मई 2025 को एक बड़ा हमला हुआ, जिसमें 20 वेबसाइट्स निशाना बनीं, और ग्रुप ने लिखा, “भारत ने शुरू किया, लेकिन हम इसे खत्म करेंगे.”
ये युवा कौन हैं?
Times of India को ATS ने बताया कि जसीम हाल ही में 12वीं साइंस में फेल हुआ, जबकि उसका एक 17 साल का साथी अभी 12वीं में पढ़ रहा है. यह अभी स्पष्ट नहीं है कि जसीम और उसके साथी स्वतंत्र रूप से काम कर रहे थे या किसी विदेशी ताकत के प्रभाव में थे. ATS इसकी जांच कर रही है और उनके डिजिटल फुटप्रिंट्स, टूल्स और सॉफ्टवेयर की गहन जांच चल रही है.
जसीम और एक नाबालिग पर इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट की धारा 43 (कंप्यूटर सिस्टम को नुकसान) और 66(f) (साइबर टेररिज्म) के तहत केस दर्ज किया गया है. उनके फोन फोररेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) को भेजे गए हैं.
ऑपरेशन सिंदूर और साइबर हमले
ऑपरेशन सिंदूर 7 मई 2025 को शुरू हुआ, जब भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल 2025) के जवाब में पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर में आंतकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए. इसके बाद साइबर हमलों में तेजी आई. Cyble की रिपोर्ट के अनुसार, AnonSec, Keymous+ और Electronic Army Special Forces जैसे 40 से ज्यादा हैक्टिविस्ट ग्रुप्स ने भारत के खिलाफ हमले किए, जिसमें DDoS और वेबसाइट डिफेसमेंट शामिल थे. AnonSec ने प्रधानमंत्री कार्यालय, नेशनल ज्यूडिशियल डेटा ग्रिड, और चुनाव आयोग जैसी वेबसाइट्स को निशाना बनाया.
यह भी पढ़ें: Google Maps पर केवल ब्लू-ग्रीन, रेड और येलो ही नहीं, होते हैं ये कलर भी..मतलब जान लिया तो सुपर-फास्ट हो जाएगी यात्रा
Sudhanshu Shubham
सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं. View Full Profile