बड़ा फैसला! Chrome और Android OS को बेचने का दबाव बना रहा अमेरिका, क्या टूट जाएगा Google?

HIGHLIGHTS

Google दुनिया के सबसे बड़े तकनीकी खिलाड़ियों में से एक है, लेकिन अब शायद ज्यादा समय तक इसके पास यह ओहदा नहीं रहेगा।

वर्तमान में अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) द्वारा इसकी जांच की जा रही है।

DOJ कुछ बड़े उपायों पर विचार कर रहा है, जिनमें अल्फाबेट के गूगल को तोड़ना भी शामिल है।

बड़ा फैसला! Chrome और Android OS को बेचने का दबाव बना रहा अमेरिका, क्या टूट जाएगा Google?

Google दुनिया के सबसे बड़े तकनीकी खिलाड़ियों में से एक है, लेकिन अब शायद ज्यादा समय तक इसके पास यह ओहदा नहीं रहेगा। वर्तमान में अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) द्वारा इसकी जांच की जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, DOJ कुछ बड़े उपायों पर विचार कर रहा है, जिनमें अल्फाबेट के गूगल को तोड़ना भी शामिल है। यह उस अविश्वास निर्णय के ठीक बाद आया है जहां अदालत ने फैसला सुनाया था कि गूगल ने गैर कानूनी तरीके से ऑनलाइन सर्च बाजार पर एकाधिकार कर लिया है।

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जब से यह खबर आई है तब से गूगल की कैलिफोर्निया-स्थित मूल कंपनी अल्फाबेट के शेयर्स बढ़ी हुई ट्रेडिंग में 1.4 प्रतिशत से गिर गए हैं। फैसले के अनुसार, गूगल ने दुनिया के डिफ़ॉल्ट सर्च इंजन के तौर पर अपनी जगह बनाए रखने के लिए अरबों डॉलर खर्च करके अविश्वास कानूनों का उल्लंघन किया है।

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अब, इस मामले से निपटने के लिए DOJ कुछ समाधानों पर विचार कर रहा है। उनमें से एक यह है कि इसे गूगल पर अपने विशाल डेटा सूत्रों को प्रतिस्पर्धियों के साथ साझा करने के लिए दबाव बनाना होगा और उभरती हुई AI प्रोद्योगिकियों में कंपनी को गलत फायदा उठाने से रोकने के लिए उपाय लागू करने होंगे। वहीं एक अन्य विकल्प है गूगल के एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम को छीन लेना, जिसे दुनियाभर में अरबों डिवाइसेज पर इस्तेमाल किया जाता है।

आगे Bloomberg की एक रिपोर्ट से पता चला है कि ऐसी संभावना है कि गूगल को अपने सबसे ज्यादा फायदेमंद सर्च एडवर्टाइज़िंग प्रोग्राम- AdWords और Chrome वेब ब्रॉउज़र को बेचने के लिए मजबू किया जा सकता है, जो ब्रॉउज़र मार्केट पर हावी है।

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यह सब टेक इंडस्ट्री में एकाधिकार वाले कार्यों से निपटने के लिए DOJ के विस्तृत प्रयासों का एक हिस्सा है। पिछले चार सालों में संघीय अविश्वास नियामकों ने कई अन्य बड़ी तकनीकी कम्पनियों को भी निशाना बनाया है, जिनमें Meta Platforms, Amazon.com और Apple भी शामिल हैं।

Reuters से संपर्क करने पर Alphabet और DOJ दोनों ने रिपोर्ट पर कॉमेंट करने से इनकार कर दिया। अब देखना यह है कि भविष्य में गूगल के चीजें कैसी रहेंगी।

Faiza Parveen

Faiza Parveen

फाईज़ा परवीन डिजिट हिंदी में एक कॉन्टेन्ट राइटर हैं। वह 2023 से डिजिट में काम कर रही हैं और इससे पहले वह 6 महीने डिजिट में फ्रीलांसर जर्नलिस्ट के तौर पर भी काम कर चुकी हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक स्तर की पढ़ाई कर रही हैं, और उनके पसंदीदा तकनीकी विषयों में स्मार्टफोन, टेलिकॉम और मोबाइल ऐप शामिल हैं। उन्हें हमारे हिंदी पाठकों को वेब पर किसी डिवाइस या सेवा का उपयोग करने का तरीका सीखने में मदद करने के लिए लेख लिखने में आनंद आता है। सोशल मीडिया की दीवानी फाईज़ा को अक्सर अपने छोटे वीडियो की लत के कारण स्क्रॉलिंग करते हुए देखा जाता है। वह थ्रिलर फ्लिक्स देखना भी काफी पसंद करती हैं। View Full Profile

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