दुनिया के हर कोने में इंटरनेट का विस्तार करने के लिए फेसबुक ने कहा है कि उसने सरकार के जनसंख्या आंकड़ों के संयोजन के साथ उपग्रहों से मिली जानकारी को जुटाकर 23 देशों की मानव आबादी का एक डाटा नक्शा तैयार किया है.
दुनिया के हर कोने में इंटरनेट का विस्तार करने के लिए फेसबुक ने कहा है कि उसने सरकार के जनसंख्या आंकड़ों के संयोजन के साथ उपग्रहों से मिली जानकारी को जुटाकर 23 देशों की मानव आबादी का एक डाटा नक्शा तैयार किया है. सीनएबीसी के मुताबिक, फेसबुक के रणनीतिक नवाचार साझेदारी और सोर्सिग के प्रमुख जेना लेविस ने कहा कि मैपिंग तकनीक पृथ्वी के किसी भी देश के पांच मीटर के दायरे के किसी भी मानव निर्मित संरचनाओं का पता लगा सकती है. Flipkart की आज की सेल (1 सितम्बर 2017)
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फेसबुक इस डाटा का इस्तेमाल मानव आबादी को समझने के लिए करेगी जो यह निधार्रित करने में मदद करेगा कि इंटरनेट सेवा किस तरीके की हो–जमीन पर आधारित हो, या हवा में या फिर अंतरिक्ष में–इसके इस्तेमाल से उन ग्राहकों तक पहुंच बनाई जा सकती है जिनके पास इंटरनेट नहीं (या फिर बेहद ही कम गुणवत्ता वाला) है.
"उपग्रह हम सभी को उत्तेजित करने वाले हैं. हमारा डाटा आसमान में इंटरनेट के जरिये शहरों को जोड़ने का सबसे बेहतर तरीका दिखाता है." लुईस ने यह बातें स्पेस टेकनोलॉजी एंड इन्वेस्टमेंट फोरम में कही जिसे स्पेस फांउडेशन ने इस हफ्ते सैन फ्रांसिस्को में प्रायोजित किया.
लुईस ने कहा, "हम लोगों को पृथ्वी आधारित नेटवर्क के जरिए अंतरिक्ष से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं."
फेसबुक ने कहा कि इस मानचित्रण तकनीक को उसने खुद विकसित किया है.