पलक झपकते खत्म हो जाती है फोन की चार्जिंग? 90 प्रतिशत लोग नहीं जानते असली वजह, बैटरी को चोरी-छिपे कमज़ोर कर रही ये चीज़

पलक झपकते खत्म हो जाती है फोन की चार्जिंग? 90 प्रतिशत लोग नहीं जानते असली वजह, बैटरी को चोरी-छिपे कमज़ोर कर रही ये चीज़

क्या आपके स्मार्टफोन की बैटरी भी जल्दी खत्म हो जाती है? कई बार ऐसा होता है कि फोन का इस्तेमाल बहुत कम किया जाता है, फिर भी बैटरी तेजी से डिस्चार्ज हो जाती है. इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, लेकिन एक वजह ऐसी भी है, जिस पर लोग शायद ही ध्यान देते हों, और वह है टेम्पर्ड ग्लास. अक्सर लोग स्क्रीन को सुरक्षित रखने के लिए सस्ता या लोकल टेम्पर्ड ग्लास लगवा लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह न केवल टच रिस्पॉन्स को प्रभावित करता है बल्कि बैटरी लाइफ को भी कम कर देता है? आज के समय में जब हर मिनट बैटरी की अहमियत बढ़ गई है, ऐसे में एक छोटा-सा एक्सेसरी अगर बड़ा नुकसान कर रहा हो, तो उसे नजरअंदाज करना समझदारी नहीं है. आइए जानते हैं कैसे गलत टेम्पर्ड ग्लास आपके फोन की बैटरी पर असर डाल सकता है और इससे बचने के उपाय क्या हैं.

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टेम्पर्ड ग्लास और बैटरी

बाजार में टेम्पर्ड ग्लास कई तरह के आते हैं, जिनमें से एक है प्राइवेसी टेम्पर्ड ग्लास. इसे खास तौर पर उन लोगों के लिए बनाया जाता है जो अपनी स्क्रीन पर मौजूद जानकारी को दूसरों से छिपाकर रखना चाहते हैं. इस ग्लास में एक खास परत होती है जो स्क्रीन की रोशनी को किनारों से ब्लॉक करती है, जिससे स्क्रीन केवल सीधे देखने पर साफ नजर आती है और साइड से काली दिखती है. हालांकि यह फीचर प्राइवेसी के लिहाज से फायदेमंद है, लेकिन इसका एक नुकसान यह है कि यह स्क्रीन को थोड़ा डार्क कर देता है. नतीजे ममें यूजर्स को ब्राइटनेस बढ़ानी पड़ती है, और ज्यादा ब्राइटनेस पर फोन चलाने से बैटरी ज्यादा तेजी से खर्च होती है.

एक्सपर्ट्स का कहना है कि प्राइवेसी टेम्पर्ड ग्लास के कारण बैटरी लगभग 10 से 15 प्रतिशत तक जल्दी खत्म हो सकती है. लंबे समय तक ऐसा होने से बैटरी हेल्थ पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और बार-बार चार्ज करने की जरूरत महसूस होती है.

नॉर्मल बनाम यूवी टेम्पर्ड ग्लास: कौन है बेहतर विकल्प?

अगर आप अपने फोन की स्क्रीन को सिर्फ टूट-फूट से बचाने के लिए प्रोटेक्शन लगाना चाहते हैं, तो एक अच्छी क्वालिटी वाला नॉर्मल टेम्पर्ड ग्लास ही काफी है. यह न तो बैटरी लाइफ पर असर डालता है और न ही टच की परफॉर्मेंस को प्रभावित करता है. दूसरी ओर, मार्केट में मिलने वाला यूवी टेम्पर्ड ग्लास एक खास तरह के यूवी ग्लू से चिपकाया जाता है. यह ग्लू कई बार फोन की टच स्क्रीन, स्पीकर, बटन और यहां तक कि वॉटर रेजिस्टेंस को भी नुकसान पहुंचा सकता है. कुछ मामलों में तो यूवी टेम्पर्ड लगाने के बाद स्क्रीन की टच काम करना बंद कर देती है या रिस्पॉन्स काफी धीमा हो जाता है. इसलिए अगर आपकी जरूरत केवल बेसिक प्रोटेक्शन की है, तो नॉर्मल टेम्पर्ड ग्लास सबसे सुरक्षित और भरोसेमंद विकल्प है.

सही टेम्पर्ड ग्लास बेहद जरूरी

स्मार्टफोन एक्सपर्ट्स और बड़ी टेक कंपनियां सलाह देती हैं कि यूजर्स को प्राइवेसी या यूवी टेम्पर्ड ग्लास का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए, क्योंकि ये लंबे समय में फोन की बैटरी और टच सेंसिटिविटी दोनों पर नकारात्मक असर डाल सकते हैं. आज के दौर में टेम्पर्ड ग्लास फोन की स्क्रीन प्रोटेक्शन का जरूरी हिस्सा बन चुका है, लेकिन सही ग्लास का चयन करना बेहद जरूरी है. अगर आपकी प्राथमिकता केवल स्क्रीन की सुरक्षा है, तो नॉर्मल टेम्पर्ड ग्लास सबसे बेहतर विकल्प साबित होगा. यह न केवल बैटरी को सुरक्षित रखता है, बल्कि आंखों पर भी किसी तरह का अतिरिक्त दबाव नहीं डालता.

Faiza Parveen

Faiza Parveen

फाईज़ा परवीन डिजिट हिंदी में एक कॉन्टेन्ट राइटर हैं। वह 2023 से डिजिट में काम कर रही हैं और इससे पहले वह 6 महीने डिजिट में फ्रीलांसर जर्नलिस्ट के तौर पर भी काम कर चुकी हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक स्तर की पढ़ाई कर रही हैं, और उनके पसंदीदा तकनीकी विषयों में स्मार्टफोन, टेलिकॉम और मोबाइल ऐप शामिल हैं। उन्हें हमारे हिंदी पाठकों को वेब पर किसी डिवाइस या सेवा का उपयोग करने का तरीका सीखने में मदद करने के लिए लेख लिखने में आनंद आता है। सोशल मीडिया की दीवानी फाईज़ा को अक्सर अपने छोटे वीडियो की लत के कारण स्क्रॉलिंग करते हुए देखा जाता है। वह थ्रिलर फ्लिक्स देखना भी काफी पसंद करती हैं। View Full Profile

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