अब गाँव गाँव में मिलेंगे नेटवर्क के पूरे डंडे, सरकार ने पेश कर दी ये वाली सेवा, सिग्नल की दिक्कत हो गई छूमंतर

HIGHLIGHTS

अब नेटवर्क की टेंशन खत्म, सरकार ने पेश की नई सेवा।

सरकार ने इस सेवा को किसी भी नेटवर्क पर कनेक्ट हो जाने के लिए पेश किया है।

इस सेवा के माध्यम से आप किसी भी नेटवर्क पर आसानी से स्विच कर सकते हैं।

अब गाँव गाँव में मिलेंगे नेटवर्क के पूरे डंडे, सरकार ने पेश कर दी ये वाली सेवा, सिग्नल की दिक्कत हो गई छूमंतर

जब कभी भी आप किसी दूरदराज के इलाके या किसी हिल स्टेशन पर समय बिताने के लिए जाते हैं तो आपको नेटवर्क की समस्या का सामना जरूर करना पड़ता है। ऐसा कोई ही होगा जिसे इस तरह की समस्या न हुई हो। कई बार आप टेंशन में भी आ जानते है कि नेटवर्क के न होने पर आप कैसे अपने कारीबियों से जुड़े रह सकते हैं, कैसे उनका अपडेट ले सकते हैं और कैसे उन्हें अपना अपडेट दे सकते हैं। ऐसे में आप ऐसे किसी स्थान की तलाश करते हैं जहां आपके मोबाइल के नेटवर्क आ रहे हों। कई बार आप किसी स्थान पर किसी होटल या अन्य किसी जगह से वाई-फ़ाई लेकर काम चलाते हैं। हालांकि, अब आपको नेटवर्क की इस समस्या को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है।

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टेलीकॉम मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अनुसार, यदि आप ऐसी जगह पर हैं जहां मोबाइल नेटवर्क नहीं है, तो आप इंटर सर्कल रोमिंग (inter circle roaming) (ICR) के जरिए किसी अन्य नेटवर्क प्रदाता के नेटवर्क से जुड़ सकते हैं, ऐसा करके आपके नेटवर्क चले जाने की समस्या खत्म हो जाने वाली है। हालांकि, सरकार ने इस सेवा के बारे में काफी समय पहले ही जानकारी दे दी थी, अब आखिकार इसे शुरू भी कर दिया गया है। आइए जानते है कि आखिर ये सेवा कैसे काम करने वाली है।

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आपको जानकारी के लिए बता देते है कि यह सेवा विशेष रूप से कठिन इलाकों में कनेक्टिविटी बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव के तौर पर देखी जा रही है। ICR के जरिए, जब भी या किसी भी इलाके में आपका प्राइमेरी सेवा प्रदाता उपलब्ध नहीं है तो आपका फोन ऑटोमैटिकली किसी अन्य नेटवर्क से जुड़ सकता है। उदाहरण के लिए, यदि जिओ उपयोगकर्ता का नेटवर्क डाउन हो जाता है, तो वह आसानी से किसी अन्य प्रदाता की सेवा से जुड़ सकते हैं। यह फीचर विशेष रूप से उन साइट्स के लिए उपलब्ध है जो डिजिटल भारत निधि (DBN) द्वारा चलाई जा रही हैं।

कैसे काम करती है इंटर सर्कल रोमिंग (ICR) सेवा?

ICR सेवा आपके फोन को उपलब्ध नेटवर्क की खोज करने, डिजिटल भारत निधि (DBN) द्वारा वित्त पोषित टावरों की पहचान करने और ऑटोमैटिक तौर पर उनसे कनेक्ट होने की आजादी देती है। हम आपको पहले ही बता चुके है कि अगर आपको किसी भी स्थान पर जियो का नेटवर्क नहीं मिल रहा है तो आप उपलब्ध नेटवर्क यानि बीएसएनएल, एयरटेल या वोडाफ़ोन आइडिया से कनेक्ट हो सकते हैं। ऐसा करके आप अपनों के साथ भी जुड़े रह सकते हैं। यह सेवा उस समय आपके बेहद काम आती है, जब आप कहीं फंस जाते हैं।

इंटर सर्कल रोमिंग (ICR) के लाभ?

इस सेवा के माध्यम से यूजर्स प्राकृतिक आपदाओं के दौरान भी कनेक्टेड रह सकते हैं, इससे भी यह भी सुनिश्चित होता है कि ग्रामीण इलाकों में लोग किसी किसी अतिरिक्त लागत के आसानी से मोबाइल नेटवर्क से कनेक्ट रह सकते हैं। इसका यह भी मतलब है कि आपको निरंतर कवरेज मिलता रहता है। इसके अलावा, सुरक्षा या डेटा स्पीड पर कोई समझौता नहीं होता है, ऐसे में इस सेवा को आप एक दमदार ऑप्शन के तौर पर देख सकते हैं।

ICR के बारे में डिटेल्स शेयर करते हुए टेलीकॉम मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लिखा, “अब दूरदराज क्षेत्रों में नेटवर्क समस्याओं से जूझने की कोई जरूरत नहीं है। इंटर सर्कल रोमिंग (ICR) के साथ, आपका फोन आसानी से उपलब्ध नेटवर्क पर स्विच करता है, जिससे बिना रुके कनेक्टिविटी बनी रहती है। ऐसे में आप कभी भी, कहीं भी कनेक्टेड रहते हैं!”

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Ashwani Kumar

Ashwani Kumar

Ashwani Kumar has been the heart of Digit Hindi for nearly nine years, now serving as Senior Editor and leading the Vernac team with passion. He’s known for making complex tech simple and relatable, helping millions discover gadgets, reviews, and news in their own language. Ashwani’s approachable writing and commitment have turned Digit Hindi into a trusted tech haven for regional readers across India, bridging the gap between technology and everyday life. View Full Profile

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