Panchayat के ‘बनराकस’ पर भी भारी है ये सालों पुराना टीवी शो, दर्शकों के दिमाग में बसी है कहानी.. वीकेंड पर परिवार के साथ बैठकर देखना न भूलें

Panchayat के ‘बनराकस’ पर भी भारी है ये सालों पुराना टीवी शो, दर्शकों के दिमाग में बसी है कहानी.. वीकेंड पर परिवार के साथ बैठकर देखना न भूलें

आज के डिजिटल युग में ओटीटी प्लेटफॉर्म सुनते ही मनोरंजन का नया जादू शुरू हो जाता है। भारत में ज्यादातर लोग अब वेब सीरीज और फिल्में अपने फोन, टीवी या लैपटॉप के साथ साथ अपने डेस्कटॉप पर देखने लगे हैं, यही वजह है कि ओटीटी की लोकप्रियता आये दिन बढ़ती ही जा रही है। OTT Platforms पर हर कलेवर और लगभग लगभग हर पीढ़ी के लिए कॉन्टेंट का खजाना मिल जाता है, OTT Platforms पर पुरानी फिल्मों से लेकर नए ट्रेंड, कॉमेडी का बेमिसाल नया पुराना तड़का, थ्रिलर, एक्शन और रोमांस के साथ साथ बहुत बड़ी संख्या में पारिवारिक कहानियाँ देखने को मिल जाती हैं।

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बहुत से दर्शकों के लिए “मिर्जापुर (Mirzapur)”, “गुल्लक (Gullak)”, “पंचायत (Panchayat)”, “द फैमिली मैन (The Family Man)” और “सेक्रेड गेम्स” ऐसी वेब सीरीज हैं, जिन्होंने ओटीटी को आम भारतीय जीवन का हिस्सा बना दिया है। इनकी दिलचस्प कहानियां और किरदार देश-विदेश के दर्शकों को बांधे रखते हैं, और ये सीरीज़ बार-बार टॉप रेटिंग्स में नजर आती हैं। लेकिन, जब हम आज की भावुक कहानियों की चर्चा करते हैं, तो एक पुरानी कहानी जो सभी के जहन में आज भी बसी है, याद आ जाती है, यह कहानी हर उम्र के दर्शकों को आज भी उतना ही रोमांचित करती है, जितना 39 साल पहले कर रही थी।

मालगुडी डेज़ (Malgudi Days): 39 साल पुरानी कहानी, आज भी जीत रही है दर्शकों का दिल

“मालगुडी डेज़” वो शानदार शो है, जिसकी सादगी और गहराई ने दर्शकों के दिल में अब तक खास जगह बनाई हुई है। आर.के. नारायण की लिखी कहानियों पर आधारित यह शो पहली बार 1986 में दूरदर्शन पर प्रसारित हुआ था। उसके बाद से इतनी प्रसिद्धि मिली है कि यह आज भी उतना ही प्रासंगिक लगता है।

60 से ज्यादा एपिसोड हैं इस कहानी के

इसकी अनोखी बात ये है कि इसकी हिंदी और इंग्लिश दोनों के 60+ एपिसोड्स हैं और शो का हर किरदार, हर कहानी, हमारे ग्रामीण भारत की सच्ची झलक दिखाती है। पहले तीन सीज़न शंकर नाग ने डायरेक्ट किए थे, जबकि बाद के एपिसोड्स कविता लंकेश के निर्देशन में बने हैं। हिंदी संस्करण का लेखन किशोर मूडबिद्री ने किया था।

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क्यों खास है मालगुडी डेज़ (Malgudi Days)?

इस शो की लोकप्रियता का अंदाज़ा आप IMDB रेटिंग (9.4) से भी लगा सकते हैं! नब्बे के दशक में इस शो ने कर्नाटक के अरसालु स्टेशन का नाम ही बदलवा दिया, इसका ग्रामीण जीवन, सरलता और भारतीयता “पंचायत (Panchayat)” जैसी नई नई वेब सीरीज़ को भी चुनौती दे रहा है।

मालगुडी डेज़ (Malgudi Days) न केवल आपके मनोरंजन का बेहतरीन साधन है, बल्कि भारतीय समाज की गहराई, रिश्तों की गर्माहट और गांव की सच्ची झलक को भी हमारे सामने रखता है। इसकी कहानियाँ, हर बार चेहरे पर मुस्कान लाती हैं, और पीढ़ी दर पीढ़ी दर्शकों को अपने साथ यह जोड़ती आ रही हैं।

कहां देखें मालगुडी डेज़ (Malgudi Days)?

अब आपको दूरदर्शन की तलाश नहीं करनी पड़ेगी! मालगुडी डेज़ को आप Amazon Prime Video पर देख सकते हैं, इसके अलावा आपको यह JioHotstar पर भी देखने के लिए मिल जाने वाला है, हालाँकि आप इसे YouTube पर भी जाकर देख सकते हैं। इन प्लेटफॉर्म्स पर आप इस शो को हिंदी और इंग्लिश में देख सकते हैं।

OTT प्लेटफॉर्म्स और भारतीय वेब सीरीज की नई लहर

जहां एक ओर आजकल मिर्जापुर (Mirzapur), पंचायत (Panchayat), गुल्लक (Gullak), द फैमिली मैन (The Family Man) (Amazon Prime Video) और सेक्रेड गेम्स (Netflix) जैसी वेब सीरीज नए ज़माने के लोगों को लुभा रही हैं, वहीं मालगुडी डेज़ जैसा 39 साल पुराना शो आज भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।

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Ashwani Kumar

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Ashwani Kumar has been the heart of Digit Hindi for nearly nine years, now serving as Senior Editor and leading the Vernac team with passion. He’s known for making complex tech simple and relatable, helping millions discover gadgets, reviews, and news in their own language. Ashwani’s approachable writing and commitment have turned Digit Hindi into a trusted tech haven for regional readers across India, bridging the gap between technology and everyday life. View Full Profile

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