यूज करते हैं सैमसंग का फोन तो हो जाएँ सावधान.. मिनटों में चोरी हो सकता है डेटा, देखें कारण

यूज करते हैं सैमसंग का फोन तो हो जाएँ सावधान.. मिनटों में चोरी हो सकता है डेटा, देखें कारण

दुनियाभर में इस्तेमाल किए जा रहे Samsung Galaxy स्मार्टफोन्स पर एक नया साइबर खतरा मंडरा रहा है। साइबर सिक्योरिटी कंपनी Palo Alto Networks की यूनिट 42 के रिसर्चर्स ने एक नई गंभीर कमजोरी (vulnerability) का पता लगाया है, जिसकी मदद से हैकर्स एक खतरनाक स्पाइवेयर ‘Landfall’ को यूज़र्स के फोन में डाल सकते हैं। यह स्पाइवेयर खास तौर पर मिडिल ईस्ट के यूज़र्स को निशाना बना रहा है, लेकिन इसका असर दुनियाभर के Galaxy यूज़र्स पर पड़ सकता है।

Digit.in Survey
✅ Thank you for completing the survey!

क्या कहती है रिपोर्ट?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, हैकर्स ने Android OS की सुरक्षा खामी का फायदा उठाकर यह स्पाइवेयर इंस्टॉल किया है। इसे एक Zero-Day Attack कहा जा रहा है, यानी Samsung को इस बग की जानकारी पहले नहीं थी। यह हमला Pegasus Spyware की तरह ही काम करता है, क्योंकि इसमें यूज़र को कुछ भी क्लिक करने या डाउनलोड करने की ज़रूरत नहीं होती। केवल एक मैलिशियस इमेज WhatsApp या किसी और ऐप के ज़रिए भेजने भर से फोन संक्रमित हो सकता है। एक बार यह स्पाइवेयर डिवाइस में घुस जाए, तो वह यूज़र के डेटा, मैसेज, कॉल्स, कैमरा और माइक्रोफोन तक पूरी पहुंच बना लेता है।

किन सैमसंग फोन्स पर है निशाना?

Unit 42 की रिपोर्ट के अनुसार, Landfall स्पाइवेयर के सोर्स कोड से पता चला कि यह स्पाइवेयर Samsung Galaxy S23, S22, S24 और कुछ Galaxy Z Series मॉडल्स को खास तौर पर टारगेट कर रहा है। इसके अलावा, कई अन्य Galaxy डिवाइसेज़ में भी कमजोरियां पाई गई हैं, जो Android 13 से Android 15 पर चल रहे हैं। इसका मतलब है कि हाल के अधिकांश Samsung फोन्स इस खतरे की चपेट में आ सकते हैं।

क्या कहती है रिसर्च टीम?

रिसर्च टीम ने बताया कि यह हमला ‘CVE-2025-21042’ नामक एक गंभीर ज़ीरो-डे वल्नरेबिलिटी का फायदा उठाकर किया जा रहा है। यह बग Samsung की Image Processing Library में पाया गया था और इसके ज़रिए हैकर्स ने DNG (Digital Negative) इमेज फाइल्स को मॉडिफाई कर के स्पाइवेयर पहुंचाया।

सैमसंग कर चुका है उपाय!

Samsung ने इस सुरक्षा समस्या को अप्रैल 2025 में सिक्योरिटी पैच के ज़रिए ठीक कर दिया था। हालांकि, Landfall का इस्तेमाल पहली बार जुलाई 2024 में पाया गया था, यानी यह लगभग एक साल तक ऐक्टिव रहा और किसी को पता भी नहीं चला। Unit 42 ने कहा, ‘यह स्पाइवेयर DNG फाइल्स के ज़रिए एक्टिव हुआ, जो CVE-2025-21042 का फायदा उठाकर Samsung की इमेज प्रोसेसिंग को एक्सप्लॉइट करता था।’

वर्तमान में Samsung ने सभी प्रभावित मॉडलों के लिए अपडेट जारी कर दिए हैं और यूज़र्स को सलाह दी है कि वे अपने फोन को लेटेस्ट सिक्युरिटी पैच के साथ अपडेट रखें। अगर आपने अप्रैल 2025 के बाद से अपना Galaxy फोन अपडेट नहीं किया है, तो यह तुरंत करना ज़रूरी है।

यह भी पढ़ें: Samsung Galaxy Z Fold 6 पर धुआंधार डिस्काउंट, खरीदने से पहले देख लें 4 सबसे बड़ी खासियतें

Ashwani Kumar

Ashwani Kumar

Ashwani Kumar has been the heart of Digit Hindi for nearly nine years, now serving as Senior Editor and leading the Vernac team with passion. He’s known for making complex tech simple and relatable, helping millions discover gadgets, reviews, and news in their own language. Ashwani’s approachable writing and commitment have turned Digit Hindi into a trusted tech haven for regional readers across India, bridging the gap between technology and everyday life. View Full Profile

Digit.in
Logo
Digit.in
Logo