राजकुमार राव के पैन कार्ड पर लिया गया Rs 2500 का लोन
ऐसे जानें आपके पैन कार्ड पर तो नहीं लिया गया है लोन
बॉलीवुड एक्टर राजकुमार राव (Rajkummar Rao) ने ट्वीट पर पैन कार्ड (PAN Card) फ्रॉड में फंस गए हैं। एक्टर ने दावा किया है कि लोन के के कारण उनका क्रेडिट स्कोर प्रभावित किया है। एक्टर ने ट्वीट करके क्रेडिट इनफॉरमेशन ब्यूरो लिमिटेड (CIBIL) को इस मामले पर कार्रवाई करने की गुजारिश की है।
ट्वीट में राजकुमार राव ने लिखा, “मेरे पैन कार्ड का दुरुपयोग किया गया है और मेरे नाम पर Rs 2500 का छोटा सा लोन लिया गया है जिससे मेरा सिबिल स्कोर प्रभावित हुआ है। @CIBIL_Official कृपया इसे ठीक करें और इसके खिलाफ एहतियाती कदम उठाएं।”
इस साल दूसरी बार ऐसा हुआ है जब राजकुमार राव किसी फ्रॉड का शिकार हुए हैं। इससे पहले इस जनवरी में उन्होंने एक फेक ईमेल का खुलासा किया था जिसमें राजकुमार राव के नाम पर ₹3 करोड़ रुपये मांगे गए थे। यहां हम आपको कुछ टिप्स बताने वाले हैं जिसके ज़रिए आप भी इस तरह के पैन कार्ड फ्रॉड से बच सकते हैं।
ऐसे चेक करने आपके पैन कार्ड पर तो नहीं लिया गया है लोन
ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब पैन कार्ड होल्डर्स को पता लगता है कि उनकी बिना अनुमति के उनके पैन कार्ड (PAN Card) पर बिना अनुमति के लोन दे दिया गया है। आप भी अपना क्रेडिट स्कोर जनरेट करके यह जान सकते हैं कि आपके पैन नंबर पर कोई लोन है या नहीं। इसके लिए आप पेटीएम (Paytm) या बैंक बाज़ार जैसे किसी प्लेटफॉर्म का उपयोग कर सकते हैं और अपनी फाइनेंशियल रिपोर्ट चेक कर सकते हैं। आपको बस अपना नाम, जन्मतिथि और पैन कार्ड डिटेल्स सबमिट करना होगा और पता लग जाएगा कि आपके पैन कार्ड पर किसी और ने तो नहीं लिया।
PAN कार्ड फ्रॉड से कैसे बचें?
किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ अपना पैन कार्ड नंबर साझा न करें।
अपनी पैन कार्ड डिटेल्स को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म या व्हाट्सऐप पर कभी शेयर न करें।
अपने पैन कार्ड की फोटो कॉपी को अपने पास संभाल कर रखें।
अगर आपके साथ भी पैन कार्ड फ्रॉड हुआ है तो आप इसकी शिकायत इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से कर सकते हैं।
इसके लिए आपको https://incometax.intelenetglobal.com/pan/pan.asp. पर जाना होगा।
यहां आपको कुछ डिटेल्स और अपनी शिकायत दर्ज करनी होगी।
Disclaimer: Digit, like all other media houses, gives you links to online stores which contain embedded affiliate information, which allows us to get a tiny percentage of your purchase back from the online store. We urge all our readers to use our Buy button links to make their purchases as a way of supporting our work. If you are a user who already does this, thank you for supporting and keeping unbiased technology journalism alive in India.