Coronavirus को 99% तक बेअसर करने वाले एयर प्यूरिफायर, O2 क्योर प्लग एंड प्लग का सफलतापूर्वक टेस्ट

Updated on 27-Jul-2023
HIGHLIGHTS

कोरोना वायरस के मामलों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर कंपनियों का मानना है कि एयर प्यूरिफायर अब लक्जरी के सामान की जगह जरूरत बनते जा रहे हैं

हम सभी कोरोना वायरस से बचाव के लिए अपनाए जाने वाले उपायों से अच्छी तरह परिचित हो चुके हैं

इसमें मास्क पहनना, अपने हाथों को नियमित रूप से धोना और सामाजिक दूरी बरकरार रखना जैसे बचाव के नियम शामिल है

कोरोना वायरस के मामलों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर कंपनियों का मानना है कि एयर प्यूरिफायर अब लक्जरी के सामान की जगह जरूरत बनते जा रहे हैं। हम सभी कोरोना वायरस से बचाव के लिए अपनाए जाने वाले उपायों से अच्छी तरह परिचित हो चुके हैं। इसमें मास्क पहनना, अपने हाथों को नियमित रूप से धोना और सामाजिक दूरी बरकरार रखना जैसे बचाव के नियम शामिल है। हालांकि जिस तरह से कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है, उसे देखते हुए इस संक्रमण से बचाव के लिए और भी कई तरीके आजमाने की जरूरत है।

यह भी पढ़ें: Jio के सस्ते रिचार्ज की तुलना में Vi ले आया ज़बरदस्त टक्कर का रिचार्ज,देखें कौन है बेहतर

प्रोटीन जैकेट का जो वायरस कोरोना फैलाता है, उसमें मुख्य रूप से सांस लेने में सहायक बूंदों की प्रमुख भूमिका होती है। यह उस समय काफी तेजी से फैलता है, जब व्यक्ति बोलता, खांसता, छींकता और सांस लेता है।  कई शोधकर्ताओं ने यह दावा किया है कि यह वायरस हवा में मौजूद सूक्ष्म, महीन और बारीक प्रदूषित कणों से फैल भी सकता है, जो हवा में मिनटों या घंटों तक मौजूद रह सकते हैं।

विशेषज्ञों ने यह सिफारिश की है कि अगर आपके कमरे में खासकर बेहतर तरीके से वेंटिलेशन की व्यवस्था नहीं है तो आपके घर और परिवार को सुरक्षित रखने के लिए एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल एक सुरक्षित तरीका है। अगर आप अपने घर या ऑफिस के लिए उपयुक्त एयर प्यूरिफिकेशन सिस्टम को चयन करने से हवा में मौजूद रोगाणुओं को पकड़ कर काफी सतर्कता से निष्क्रिय  करता है। इस तरह से इस वायरस को फैलने से रोक सकते हैं।

यह भी पढ़ें: OPPO Reno 7 New Year Edition हुआ लॉन्च, जानें रेड कलर के अलावा क्या है इसमें खास 

यह एक काल्पनिक इमेज है!

O2 क्योर प्रॉडक्ट-प्लग एंड प्ले एक हलके वजन का एयर प्यूरिफायर है, जिसे आरजीएफ की पेटेंट ™ टेक्नोलॉजी के साथ O2 क्योर ने डिजाइन किया है। इस तकनीक का 2003 में 10-12 देशों में सार्स-सीओवी-1 को बेअसर करने और उसका इलाज कराने के लिए परीक्षण और प्रमाणन किया जा चुका है। इसके अलावा दूसरे जानलेवा वायरस जैसे एच1एन1, बर्ड फ्लू और नोरवॉक के खिलाफ भी यह प्रभावी और असरकारक साबित हो चुका है। इसका कोरोना को फैलाने वाले सार्स-सीओवी-2 कोरोना वायरस पर भी परीक्षण किया जा चुका था। इससे हवा और सतह में मौजूद वायरस में 99 फीसदी की कटौती की जा सकती है।

यह टेस्ट अमेरिका की इनोवेटिव बायोएनालिसिस लैब में किए गए। इसके अलावा भारत में सीएसआईआर के तहत सीसीएमबी-सीएसआईआर की वायरोलॉजी लैब में इसकी टेस्टिंग की जा चुकी है।

यह भी पढ़ें: Airtel ने अपनी धाक जमाने के लिए पेश किया नया रिचार्ज, 100 से भी कम में दे रहा है Jio को चुनौती

एडवांस्ड ऑक्सिडेशन पीएचआई टेक्नोलॉजी की टेस्टिंग और सत्यापन बहुत सारे कमरों में पाई जाने वाली बदबू, धुएं, मोल्ड, फंगस, वीओसी (रासायनिक गंध), जानलेवा वायरस और बैक्टीरिया को नाटकीय ढंग से कम करने के लिए की गई। यह एयर प्यूरिफायर मैकेनेकिल फिल्टर के बिना मिलता है। यह अस्थमा, निमोनिया, ब्रोंकाइटिस, टीबी जैसे सांस संबंधी रोगों में में कमी लाने वाला सबसे एडवांस प्रॉडक्ट है। यह 500 वर्गफीट के आवासीय और कमर्शल स्पेस में संक्रमण फैलने को भी रोकता है।

यह भी पढ़ें: 50 हज़ार रूपये वाले OnePlus फोन को कौड़ियों में खरीदने का मौका दे रहा है Amazon, जानें कैसे

घरों और चारों ओर से बंद कमरे में बेहतर तरीके से सांस लेने के लिए एयर प्यूरिफायर एक मददगार उपकरण है। इससे हवा काफी तेजी से फैलती है। यह कमरे को तरो-ताजगी से भरपूर हवा से भर देता है।  यह संभावित प्रदूषित हवा और वायरस को दूर करता है।

यह भी पढ़ें: 108MP कैमरा, बड़ी बैटरी वाला Motorola का फोन Flipkart पर मिल रहा है बेहद सस्ता

Disclaimer: Digit, like all other media houses, gives you links to online stores which contain embedded affiliate information, which allows us to get a tiny percentage of your purchase back from the online store. We urge all our readers to use our Buy button links to make their purchases as a way of supporting our work. If you are a user who already does this, thank you for supporting and keeping unbiased technology journalism alive in India.
Connect On :