व्हाट्सऐप नए “सस्पिशियस लिंक डिटेक्शन” फीचर पर कर रहा है काम

Updated on 09-Jul-2018
HIGHLIGHTS

इस फीचर के ज़रिए यूज़र को प्राप्त हुआ कोई भी मैसेज जिसमें लिंक मौजूद हो उसे ऐप डिटेक्ट करेगा और देखेगा कि यह लिंक किसी झूठी वेबसाइट पर तो रिडायरेक्ट नहीं होता है।

Whatsapp is working on new “suspicious link detection” feature: व्हाट्सऐप एंड्राइड प्लेटफार्म के लिए अपने लेटेस्ट बीटा वर्जन में नए फीचर पर काम कर रहा है। कंपनी ने नए बीटा वर्जन में सस्पिशियस लिंक डिटेक्शन फीचर को शामिल किया है। इफ फीचर के ज़रिए कंपनी मैसेजिंग प्लेटफार्म पर फैलने वाली झूठी खबरों और स्पैम लिंक्स को रोकना चाहती है। WABetaInfo की रिपोर्ट के अनुसार व्हाट्सऐप ने इस फीचर को 2.18.206 वर्जन पर जारी किया है जिसे एंड्राइड बीटा प्रोग्राम के तहत पेश किया गया था। 
रिपोर्ट के अनुसार कंपनी 2.18.204 वर्जन से इस फीचर पर काम कर रही है और अभी यह बीटा यूज़र्स के लिए भी टेस्ट के लिए उपलब्ध नहीं है। इस फीचर के ज़रिए यूज़र्स स्पैम लिंक्स को पहचान सकते हैं जियो उन्हें प्राप्त हुए हैं ये उनके द्वारा भेजे गए हैं।

इस फीचर के ज़रिए यूज़र को प्राप्त हुआ कोई भी मैसेज जिसमें लिंक मौजूद हो उसे ऐप डिटेक्ट करेगा और देखेगा कि यह लिंक किसी झूठी वेबसाइट पर तो रिडायरेक्ट नहीं होता है। अगर ऐसा होता है तो लिंक रेड लेबल के साथ मार्क हो जाएगा जिससे संकेत मिलेगा कि यह लिंक सस्पिशियस है। 

यहां ध्यान देने योग्य दिलचस्प बात यह है कि अगर यूज़र स्पैम लिंक खोलने का प्रयास करता है तो व्हाट्सऐप यूज़र को चेतावनी देगा कि वे "संभावित संदिग्ध लिंक" खोलने की कोशिश कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि व्हाट्सऐप सर्वर पर किसी भी डेटा को भेजे बिना डिवाइस पर स्थानीय रूप से असामान्य वर्णों की जांच करने के लिए लिंक का विश्लेषण करता है। 

रिपोर्ट में ऐसा कहीं नहीं कहा गया है कि इस फीचर के ज़रिए कंपनी झूठी ख़बरों और झूठे लिंक्स से सामना करेगी लेकिन यह हो सकता है कि कंपनी स्पैम डिटेक्शन के क्षेत्र को बढ़ाए। यह प्लेटफार्म पर फैलने वाली झूठी ख़बरों को रोकने के लिए सही कदम हो सकता है।

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