भारत में स्मार्टफोन के बाजार में बड़ी गिरावट को देखा गया है, आपको बता देते है कि इस समय अगर भारत के स्मार्टफोन बाजार पर नजर डालें तो पिछले साल के इसी समय के मुकाबले यह 48 फीसदी तक गिर गया है। इस तरह की गिरावट पिछले दस साल में पहली बार देखी गई है। आपको बता देते हैं कि इस बात जी जानकारी बीते शुक्रवार को रिसर्च फर्म Canalys की ओर से दी गई है।
आपको बता देते हैं कि इस रिपोर्ट में ऐसा भी कहा गया है कि Q2 2019 में जहां स्मार्टफोन शिपमेंट 33 मिलियन थी, वहीँ Q2 2020 में यह आधी होकर मात्र 17.3 मिलियन ही रह गई है। हालाँकि Q1 2020 की बात करें तो यह लगभग 33.5 मिलियन के आंकड़े पर थी।
आपको बता देते हैं कि स्मार्टफोन बाजार में गिरावट का यह सबसे बड़ा आंकड़ा लॉकडाउन के कारण सामने आया है। आपको बता देते हैं कि देश में कोरोना महामारी के चलते मार्च में देशव्यापी लॉकडाउन किया गया था। जिसके कारण सभी कुछ प्रभावित हुआ है, और बड़े पैमाने पर स्मार्टफोन बाजार भारत में प्रभावित हुआ है। लॉकडाउन के कारण ही उत्पादन में गिरावट को भी देखा गया है, इसके अलावा आयात में देरी के चलते ऑनलाइन और ऑफलाइन रिटेलर्स पर पाबन्दी भी लगी है। जिसके बाद चुनौतियां बढ़ती ही गई थी। हालाँकि इसके बाद भी चीनी स्मार्टफोन्स कंपनियां जैसे Xiaomi, Realme, Oppo और Vivo अभी भी भारत में टॉप 5 की लिस्ट में बरकरार हैं।
आपको बता देते हैं कि इस बड़े संकट के समय में भी Xiaomi ने अपने आप को 30.9 फीसदी बाजार शेयर के साथ टॉप पर बरकरार रखा है। इसके अलावा Vivo और सैमसंग अपने 21.3 और 16.8 फीसदी बाजार शेयर के साथ दूसरे पायदान पर अपने आपको काबिज़ रख पाए हैं। हालाँकि इसके अलावा आपको बता देते हैं कि Realme अपने तीसरे स्थान से गिरकर चौथे स्थान पर आ पहुंचा है, आपको बता देते हैं कि इसके बाजार शेयर में 1.7 फीसदी की गिरावट आई है। इसके अलावा तीसरे स्थान पर OPPO ने अपने आप को बनाए रखा है।
आपको बता देते हैं कि जिन कंपनियों का जिक्र हमने आपसे ऊपर किया है, इनके शिपमेंट में भी भारी गिरावट आई है। आपको बता देते हैं कि अगर हम Xiaomi की चर्चा करें तो पहली तिमाही में जहां इसकी शिपमेंट 10.3 मिलियन थी, वहीँ दूसरी तिमाही में यह गिरकर 5.3 मिलियन ही रह गई है, इसका मतलब है कि इसकी शिपमेंट में आधी की गिरावट हुई है।
हालाँकि इतना ही नहीं इसके अलावा विवो भी इस लिस्ट में शामिल है, आपको बता देते है कि विवो भी 6.7 मिलियन से घटकर 3.7 ,मिलियन यूनिट्स पर आ टिका है। इसके अलावा अगर हम सैमसंग की चर्चा करें तो एक चीनी कंपनी न होने पर भी लॉकडाउन के दौरान इसने भारत में बड़ी गिरावट को देखा है। आपको बता देते हैं कि इसके पहले 6.3 मिलियन यूनिट भारत में शिप हो रहे थे, जो अब मात्र 2.9 मिलियन ही रह गए हैं। इसके अलावा Realme 3.9 मिलियन से गिरकर 1.7 मिलियन पर आ पहुंचा है, साथ ही अगर हम OPPO की चर्चा करें तो यह लगभग 3.5 मिलियन से घटकर 2.2 मिलियन ही रह गया है।
यहाँ हम देख सकते हैं कि स्मार्टफोन की शिपमेंट इस दौरान आधी हो गई है, हालाँकि जहां चीनी स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों ने अपने आप टॉप पर काबिज़ रखा है इसके बाद भी इसकी शिपमेंट में भारी या ऐसा भी कह सकते हैं कि आधी गिरावट को देखा है, अर्थात् पहली तिमाही को देखें तो दूसरी तिमाही में शिपमेंट आधिक रह गई है, इस लिस्ट में सैमसंग भी शामिल है। हमने कुछ समय पहले देखा भी है कि भारत सरकार ने 59 चीनी एप्स को भारत में बैन कर दिया है। अब देखना यह है कि क्या स्मार्टफ़ोन पर भी इस तरह की कोई रोक लगाई जाती है या नहीं? यह अभी के लिए एक बड़ा सवाल है, जिसे हम आपके साथ छोड़े जा रहे हैं।