अगर आप एक एंड्राइड यूजर हैं तो आपका अपने जीवन में अभी तक एक न एक बार तो यह मन हुआ ही होगा कि आखिर आप कैसे अपने इस फोन से स्लो मोशन विडियो बना सकते हैं? आप न कहें तक भी हम मानने वाले नहीं हैं। कई स्मार्टफोंस इस दौर में ऐसे आ चुके हैं कि इनमें आपको स्लो मोशन विडियो रिकॉर्ड करने का मौक़ा मिलता है, हालाँकि सभी एंड्राइड फोंस ऐसे नहीं हैं, अर्थात् आपको सभी एंड्राइड फोंस में यह ऑप्शन नहीं मिलता है। तकनीकी जैसे जैसे उन्नत होती जा रही है, वैसे वैसे हम उसके साथ जुड़ते भी जा रहे हैं। ऐसा ही कुछ यहाँ भी सामने आता है। आजकल बाजार में ऐसे कई एप्स हैं, जिनके द्वारा आप सबसे बेहतर स्लो मोशन विडियो बना सकते हैं। हालाँकि यह ऑप्शन इनके लिए ही है, जो अपने फोन में यह ऑप्शन नहीं पाए हुए हैं कि वह आसानी से स्लो मोशन विडियो बना सकें। कई फोंस में यह ऑप्शन आपको मिलता है, जैसा कि हम आपको पहले भी बता चुके हैं।
अब स्लो मोशन विडियो को शूट करने के लिए आपको न तो एक ज्यादा महंगे एंड्राइड फोन को लेने की जरुरत है, और न ही आपको iOS डिवाइस पर जाने की जरूरत है। अगर आप स्लो मोशन विडियो बनाना चाहते हैं तो आपको बता देते हैं कि आप बिना इन फोंस के भी अब यह विडियो बना सकते हैं। हालाँकि इसके लिए आपको कुछ ऐस्प की जरूरत होने वाली है, जिनकी मदद से आप स्लो मोशन विडियो शूट कर सकते हैं। क्या आप जानते हैं कि आखिर आपको कहाँ से एप्प मिलने वाले हैं, और आप कैसे इन्हें इस्तेमाल कर सकते हैं।
हम आज आपको कुछ ऐसे एप्स के बारे में बताने वाले हैं जो आपको बिल्ट-इन कैमरा को रिप्लेस करके आपको स्लो मोशन विडियो शूट करने में मदद करते हैं। आपको बता देते हैं कि यह लेख एप्स के बारे में नहीं है, बल्कि इस बारे में है कि आखिर आप कैसे अपने सस्ते से सस्ते स्मार्टफोन में कैसे स्लो मोशन विडियो इन एप्स की सहायता से बना सकते हैं।
यहाँ हम आपको कुछ एप्स के बारे में बताने वाले हैं। जिनके माध्यम से आप अपने एंड्राइड फोन में बड़ी आसानी से स्लो मोशन विडियो शूट या कैप्चर कर सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ भी नहीं करना है, वस् इन एप्स को अपने फोन में डालना है। ऐसा आप अपनी सहूलियत के हिसाब से कर सकते हैं। इसके बाद आपको इस ऐप को समझने में बस कुछ ही समय लगने वाला है, इसके बाद आपको बड़ी आसानी से अपने एंड्राइड फोन में स्लो मोशन विडियो शूट कर सकते हैं।
अक्सर, आप में से कई लोग धीमी गति वाले वीडियो और टाइमलैप्स वीडियो के बीच भ्रमित होते हैं। दोनों के बीच एक अंतर है। क्या आप स्क्रीन पर अधिक समय तक रिकॉर्डिंग देखना चाहते हैं? धीमी गति वाले वीडियो बिल्कुल वैसा ही करते हैं। प्लेबैक की वास्तविक गति की तुलना में एक वीडियो की गति को उच्च स्तर पर कैप्चर किया जाता है। यानी टाइम ऑब्जर्वेशन धीमा हो गया है। उदाहरण के लिए, यदि आप 2 सेकंड के वीडियो में स्लो-मोशन इफ़ेक्ट जोड़ते हैं, तो यह स्क्रीन पर अधिक समय तक चलता है।
जबकि, एक टाइमलैप्स वीडियो एक प्रकार का फास्ट-फॉरवर्ड है। एक समय अवधि जो लंबे समय तक चली है लेकिन स्क्रीन पर इसका चित्रण करते समय, आप समय की धारणा को गति देते हैं या वास्तविक समय समय व्यतीत होता है।