क्या इस WhatsApp scam के बारे में जानते हैं आप, SBI ने किया खुलासा

Updated on 13-Mar-2019
HIGHLIGHTS

हाल ही में State Bank of India यानी SBI ने अपने बैंक अकाउंट यूज़र्स को सावधान करते हुए WhatsApp scam के बारे में बताया।

खास बातें:

  • WhatsApp मैसेजेस को लेकर SBI ने बैंक अकाउंट होल्डर्स को किया सचेत
  • नया WhatsApp स्कैम आया सामने
  • फॉड होने पर कुछ शर्तों पर बैंक करेगा भुगतान

 

State Bank of India (SBI) अपने बैंक अकाउंट होल्डर्स को WhatsApp messages को लेकर सचेत किया है कि ऐप पर कुछ मैसेजेस से बच कर रहें और अपनी बैंकिंग डीटेल्स को किसी भी हाल में शेयर न करें। SBI ने कहा कि उसकी जानकारी में यह बात सामने आयी है कि WhatsApp और बाकी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यूज़र्स को OTP (One Time Password) पर सलाह देते हुए पाया गया है। जी हाँ, ये कुछ नया WhatsApp scam है जिसके बारे में हम आपको जानकारी देने वाले हैं।

क्या है ये WhatsApp scam?

इस स्कैम में यूज़र्स को OTPs पर पहले जानकारी दी जाती है और फिर उसके बाद यूज़र का विश्वास जीता जाता है जिससे जी वह अपना ओरिजिनल OTP भेजे। कुछ केस में WhatsApp मैसेज एक लिंक के साथ आता है जो बैकग्राउंड में malicious app इंस्टॉलेशन के साथ होता है। इसी malicious app की मदद से फ़ोन से OTPs को निकाला जा सकता है लेकिन यह स्कैम का दूसरा पार्ट है। 

पहले पार्ट में फ्रौड़स्टर बैंक कर्मचारी बनकर यूज़र्स  को जानकारी देता है उसके बाद उसके डेबिट या क्रेडिट कार्ड को रेन्यु और अपग्रेड करने के बारे में बताता है। इसके बाद यूज़र्स से उसका क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड का नम्बर, CVV, कार्ड की एक्सपायरी डेट मांगी जाती है, ये कहकर कि बैंक उसे अपग्रेड करेगा। इसके बाद यूज़र्स के पास एक SMS या WhatsApp message जाने की जानकारी फ्रौड़स्टर उसे देता है जिससे कार्ड अपग्रडेशन की पुष्टि की जा सके। 

स्कैम के दूसरे पार्ट में SMS या WhatsApp text आता है जिसे यूज़र्स कार्ड अपग्रडेशन के लिए क्लिक कर देता है। SMS लिंक में एक malware आ जाता है जिससे OTP फ्रौड़स्टर के पास रेडिरेक्ट हो जाता है। फ्रौड़स्टर पहले से ही यूज़र्स से उसकी बैंकिंग डीटेल्स यानी उसका क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड का नम्बर, CVV, कार्ड की एक्सपायरी डेट ले चुका होता है, अब वह अनऑथोराइज़्ड ट्रांसक्शन्स कर सकता है। ट्रांसक्शन ऑथेंटिकेशन के लिए जैसे ही OTP, यूज़र के पास जाता है, वही OTP malware के रूप में फ्रौड़स्टर के फ़ोन में आ जाता है। एक बार OTP फ्रौड़स्टर आसानी से ट्रांसक्शन कर सकता है।

क्लेम कर सकते हैं अपना पैसा, ये है शर्त

इस केस में अगर आपके साथ भी ऐसी धोखाधड़ी होती है तो उसके 3 दिन के अंदर आप इसकी रिपोर्ट कराके अपना अमाउंट रीफंड कराने का क्लेम कर सकते हैं। रिपोर्ट करने के लिए आप 1-800-111109 पर कांटेक्ट करके आधिकारिक तौर पर अपने साथ ही धोखाधड़ी की डीटेल बैंक को बता सकते हैं। इसके साथ ही आप SMS भी कर सकते हैं जिसमें आपको “Problem” टाइप करना पड़ेगा और फिर आप उसे 9212500888 पर भेज सकते हैं। इसके अलावा आप Twitter के ज़रिये @SBICard_Connect पर भी रिपोर्ट कर सकते हैं।

SBI का कहना है कि अगर कोई फ्रॉड SBI की तरफ से या उसकी गलती से होता है तो  यूज़र को पूरा कंपनसेशन मिलता है, फिर चाहे यूज़र ने रिपोर्ट कराई हो या नहीं। वहीं अगर फ्रॉड यूज़र की लापरवाही या उसकी मर्ज़ी से शेयर की गयी डीटेल्स की वजह से होता है तो इसके लिए बैंक उसे किसी भी तरह का भुगतान नहीं करेगा।

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