दक्षिण एशिया का पहला मेडिकल रोबोटिक्स सर्जरी सिस्टम लॉन्च, जानें कैसे करता है काम

Updated on 27-Jul-2023

दशकों से सफल रोबोट-असिस्टेड सर्जरी ने लाखों रोगियों को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है और इसकी पहुंच बहुत बड़ी है। मगर वर्तमान रोबोट प्रणाली महंगी है जिसके परिणाम स्वरूप छह अरब से अधिक आबादी की दुनियाभर में इसकी सीमित उपलब्धता है।  

न्यूनतम इनवेसिव रोबोटिक सर्जरी समाधान पेश करने की दृष्टि डॉ सुधीर पी श्रीवास्तव और उनकी टीम ने SSI MANTRA (मल्टी आर्म नोवल टेली रोबोटिक असिस्टेंस) सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम लॉन्च किया।

डॉ श्रीवास्तव ने कहा “रोबोटिक्स सर्जरी का भविष्य होगा, और मेरा विजन एक तकनीकी रूप से उन्नत प्रणाली बनाने का है जो लागत प्रभावी, उपयोग में आसान होगी साथ ही इसे सभी सर्जिकल विशेषताओं के लिए लागू किया जा सकता है। इस प्रकार, दुनिया भर में अधिक रोगियों को इससे लाभ होगा। पारंपरिक सर्जरी की तुलना में, रोबोटिक सर्जरी में छोटे चीरे होते हैं, जिससे दर्द कम हो जाता है और व्यक्ति जल्दी भी ठीक हो जाता है। डॉ श्रीवास्तव ने एक सर्जन के रूप में अपने करियर में 1400 से अधिक रोबोटिक कार्डियक सर्जरी की है। उनका लक्ष्य एक ऐसी सस्ती सर्जिकल रोबोटिक प्रणाली का निर्माण करना है जिसकी पहुँच दुनिया भर के रोगियों के लिए आसान हो और सर्जनों के लिए उपयोग करना भी आसान हो। 

MANTRA प्रणाली का उपयोग हाल ही में राजीव गांधी कैंसर संस्थान में मानव पायलट अध्ययन में पहली बार किया गया, जहां सर्जनों ने एक महीने से भी कम समय में 18 जटिल यूरोलॉजी, गायनोकोलॉजी और जनरल सर्जरी प्रक्रियाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया। 

एसएसआई मंत्र सर्जिकल रोबोटिक प्रणाली का उपयोग यूरोलॉजी, जनरल सर्जरी, गायनोकोलॉजी, थोरैसिक, कार्डिएक और हेड एंड नेक सर्जरी समेत सभी प्रमुख सर्जिकल विशेषताओं के लिए किया जा सकता है। एसएसआई मंत्र प्रणाली में कोरोनरी बाईपास और वाल्व संचालन के लिए स्वचालित रूप से सक्षम तकनीकों को शामिल किया जाएगा।

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