Paytm Payments Bank ने हासिल किया बड़ा मुकाम, जानिये क्या किया हासिल

Updated on 13-Apr-2021
HIGHLIGHTS

मार्च 2021 में 970 मिलियन डिजिटल लेन-देन करने वाला भारत का पहला पेमेंट बैंक बना

6.4 करोड़ खातों के साथ भारत की सबसे बड़ी डिजिटल बैंकिंग सेवा प्रदाता कंपनी, कुल डिपॉजिट करीब 3200 करोड़ रुपये से अधिक

यूपीआई भुगतान पाने के मामले में सभी बैंकों के मुकाबले यूजर्स का पसंदीदा विकल्प

  • मार्च 2021 में 970 मिलियन डिजिटल लेन-देन करने वाला भारत का पहला पेमेंट बैंक बना
  • 6.4 करोड़ खातों के साथ भारत की सबसे बड़ी डिजिटल बैंकिंग सेवा प्रदाता कंपनी, कुल डिपॉजिट करीब 3200 करोड़ रुपये से अधिक
  • यूपीआई भुगतान पाने के मामले में सभी बैंकों के मुकाबले यूजर्स का पसंदीदा विकल्प
  • एनपीसीआई की रिपोर्ट के मुताबिक यह सबसे बड़ा लाभार्थी यूपीआई बैंक जिसकी सफलता दर 99.96 फीसदी है और यह तेजी से रेमिटर बैंक के रूप में लोकप्रिय हो रहा है
  • 325 मिलियन वॉलेट के साथ पेटीएम वॉलेट की स्थिति और अधिक मजबूत
  • पीपीबीएल सबसे ज्यादा फास्टैग जारी करने वाला प्लेटफॉर्म, देश भर में 9 मिलियन से अधिक इलेक्ट्रॉनिक टोल टैग की बिक्री

मार्च महीने में 97 करोड़ से अधिक डिजिटल लेन-देन के साथ पेटीएम देश का सबसे बड़ा डिजिटल प्लेटफॉर्म बनने में कामयाब रहा है। पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) देश का तेजी से बढ़ता डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म है। पेटीएम वॉलेट, पेटीएम फास्टैग, पेटीएम यूपीआई और नेट बैंकिंग माध्यमों के जरिए होने वाले लेन-देन की वजह से पेटीएम ने यह उपलब्धि हासिल की है। पीपीबीएल तेजी से लाखों भारतीयों का भरोसा अर्जित करते हुए हर महीने औसतन 10 लाख बचत और चालू खाते खोल रहा है। 6.4 करोड़ से अधिक खातों के साथ बैंक के पास कुल जमा 3200 करोड़ रुपये के स्तर को पार कर गया है।

उद्योग की सर्वश्रेष्ठ सफलता दर के साथ यूपीआई पेमेंट के लिए सर्वाधिक लाभान्वित बैंक, पीपीबीएल यूपीआई लेन-देन के लिए लगातार सबसे बड़ा बैंक बना हुआ है। साथ ही यह यूपीआई भुगतान के लिए सबसे बड़ा प्रेषक बैंक भी बना हुआ है। एनपीसीआई के आंकड़ों के मुताबिक सभी यूपीआई प्रेषक बैंकों के मुकाबले इसकी डिक्लाइन दर मात्र 0.11% है। वहीं सभी यूपीआई लाभार्थी बैंकों के मामले में इसकी डिक्लाइन दर 0.04% है। 

पेटीएम वॉलेट कुल लेन-देन में व्यापारिक भुगतानों की 85% हिस्सेदारी के साथ लगातार वृद्धि कर रहा है।

पीपीबीएल ने पेटीएम वॉलेट के जरिए देश में ऑनलाइन भुगतान की प्रक्रिया का लोकतांत्रिकरण किया है और यह लगातार सबसे बेहतरीन और मजबूत डिजिटल पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर बना हुआ है। मासिक आधार पर इसकी ग्रोथ रेट 15% है। 32.5 करोड़ पेटीएम वॉलेट के साथ यह अग्रणी डिजिटल पेमेंट सर्विस प्लेटफॉर्म बना हुआ है। 78% से अधिक वॉलेटधारी रोजाना के भुगतान या लेन-देन के लिए इस सेवा का इस्तेमाल करते हैं। जनता के बीच पेटीएम वॉलेट के व्यापक इस्तेमाल की लोकप्रियता को इस बात से आंका जा सकता है कि 85% से अधिक वॉलेट लेन-देन व्यापारिक लेन-देन हैं, जो ऑनलाइन प्लेटफफॉर्म और किराना स्टोर के जरिए होता है।

90 लाख फास्टैग के साथ डिजिटल टोल पेमेंट के मामले में अग्रणी

अभी तक करीब 90 लाख से अधिक फास्टैग की बिक्री और 4.2 लाख मासिक लेन-देन के साथ पेटीएम पेमेंट बैंक का फास्टैग डिजिटल टोल भुगतान के मामले में भारत का सबसे बड़ा और पसंदीदा विकल्प बन कर उभरा है। इसके जरिए उपभोक्ता सीधे अपने पेटीएम वॉलेट से फास्टैग के लिए भुगतान कर सकते हैं। सुविधाजनक इस्तेमाल और आसान एकीकरण प्रक्रिया, जिसमें न्यूनतम दस्तावेजों की जरूरत, तत्काल एक्टिवेशन और उम्मीद से बेहतर ग्राहक सेवा शामिल है, के कारण यह व्यावसायिक परिवहन समेत वाहन मालिकों के बीच काफी तेजी से लोकप्रिय हुआ है। पीपीबीएल 270 टोल प्लाजाओं पर कैशलेस भुगतान की सुविधा दे रहा है और इसके जरिए इस पर मासिक 5.7 करोड़ लेन-देन हो रहा है।

पेटीएम पेमेंट बैंक लिमटेड के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर सतीश कुमार गुप्ता ने कहा कि, “डिजिटल बैंकिंग और भुगतान में हमारा नेतृत्व इस भरोसे का गवाह है जो पूरे देश ने हमारी सेवाओं पर दिखाया है। हम लगातार और अधिक व्यापारियों का सशक्तीकरण करते रहेंगे और उन्हें डिजिटल लेन-देन की व्यवस्था में शामिल करते रहेंगे ताकि उन्हें हमारी नवीनतम सेवाओं का लाभ मिल सकें। हम आत्मनिर्भर भारत को बनाने के मामले में अहम भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

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