देश के किसानों के लिए खुशखबरी! अब घर बैठे अपनी फ़सल का सौदा करें एग्रीबाज़ार मोबाइल ऐप के ज़रिए

Updated on 22-Jun-2020
HIGHLIGHTS

देश भर में किसान ई-नाम जैसे पोर्टल्स और एग्रीबाज़ार जैसी इलेक्ट्रॉनिक मंडियों के ज़रिये ऑनलाइन खरीदी और बिक्री कर रहे हैं

राजस्थान में एग्रीबाज़ार का प्रोग्राम काफ़ी सफ़ल रहा है, जहां किसान एग्रीबाज़ार इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफ़ार्म के ज़रिये सीधे मिलों को फ़सल बेचते हैं

एग्रीबाज़ार ऐप डाउनलोड किया जा सकता है, या टोल-फ़्री ऑल इंडिया नंबर + 91 9090397777 पर कॉल करके टेली मदद ली जा सकती है

कोविड19 प्रकोप के दौरान, भारत के पहले निजी क्षेत्र के इलेक्ट्रॉनिक कृषि मंडी एग्रीबाज़ार ऐप को पूरे भारत में छोटे किसानों से जबरदस्त प्रतिक्रिया (400% की वृद्धि) मिली है। इस ऐप को डाउनलोड करके, किसान अपनी उपज का विवरण अपलोड करने में मदद करते हैं और फोन बटन के टैप से खरीदारों को सीधे ढूंढते हैं। यह प्लेटफार्म पारदर्शिता और प्रत्यक्ष क्रेता-विक्रेता बातचीत की सुविधा देता है, और यह सुनिश्चित किया जाता है कि छोटे किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिल सके।

शुरुआत से ही, एग्रीबाज़ार ऐप प्लेटफॉर्म में लगभग 10,000 व्यापारी और प्रोसेसर 36 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 100 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के 2 लाख से अधिक किसानों के नेटवर्क से जुड़ चुके हैं। उदाहरण के लिए, ऐप के ज़रिये प्रधानमंत्री जन कल्याण अन्न योजना के तहत पूरे भारत में 8 मिलियन मीट्रिक टन दाल खरीदी और बेची गई है। इसी तरह, अकेले मध्य प्रदेश राज्य में, ऐप से सफलतापूर्वक 40,000 मीट्रिक टन अनाज की नीलामी कर गई है, जिससे किसानों के बीच अपनी उपज बेचने के तरीके में तेज़ी से बदलाव आया है। 2016 में अपनी स्थापना के बाद से, ऐप ने 14,000 करोड़ जीएमवी का व्यापार किया है।

एग्रीबाज़ार के सह-संस्थापक और सीईओ अमित अग्रवाल ने कहा, “कोविड-19 भारतीय कृषि क्षेत्र के लिए एक वास्तविक परीक्षा और हकीकत का आईना रहा है। इसने साबित कर दिया है कि कैसे डिजिटल और एग्री-टेक प्लेटफॉर्म के ज़रिये छोटे किसान सोशल डिस्टैंसिंग के मानदंडों को बनाए रखते हुए अपनी उपज उचित दर पर और अधिक तेजी से बेच सकते हैं। हमारे ई-मंडी ऐप को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है, और भारतीय किसानों ने बड़ी तेजी से इसे अपनाकर हमें भी हैरान कर दिया है। मैं इस ट्रेंड को भविष्य में आगे बढ़ते हुए देखता हूं, जहां सभी किसान तकनीक का इस्तेमाल करके एग्री-वैल्यू चेन में आगे बढ़ेंगे।”

इसी तरह, राजस्थान में, हमारे कार्यक्रम को बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है, जहां किसान एग्रीबाज़ार मोबाइल ऐप से अपनी उपज सीधे मिलों को बेच सकते हैं। इस कार्यक्रम को जल्द ही अन्य राज्यों में भी शुरू किया जाएगा।

आज किसान अपनी उपज बिना किसी मंडी में जाए बेच सकते हैं, जिससे कोविड19 के दौरान उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य को भी मदद मिली है। एक बार सौदा पूरा हो जाने के बाद, गृह मंत्रालय (एमएचए) की सुरक्षा और एसओपी के दिशानिर्देशों के अनुसार, एग्रीबाज़ार की ऑन ग्राउंड सेवाएं किसान से उपज लेने और इसे खरीदार के गंतव्य तक पहुंचने का इंतज़ाम करती है।

एग्रीबाज़ार ऐप आईओएस और ऐप स्टोर दोनों से डाउनलोड किया जा सकता है और इसे स्मार्ट और फीचर फोन दोनों में चलाया जा सकता है। किसान टोल-फ़्री ऑल इंडिया नंबर + 91 9090397777 पर कॉल कर सकते हैं और एक कंपनी एक्ज़ीक्यूटिव प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण करने और ट्रेडिंग शुरू करने के लिए जानकारी अपलोड करने पर उनका मार्गदर्शन कर सकते हैं।

Disclaimer: Digit, like all other media houses, gives you links to online stores which contain embedded affiliate information, which allows us to get a tiny percentage of your purchase back from the online store. We urge all our readers to use our Buy button links to make their purchases as a way of supporting our work. If you are a user who already does this, thank you for supporting and keeping unbiased technology journalism alive in India.
Digit Hindi

Ashwani And Aafreen is working for Digit Hindi, Both of us are better than one of us. Read the detailed BIO to know more about Digit Hindi

Connect On :