माइक्रोसॉफ्ट ने हिंदी और भारतीय अंग्रेज़ी में अपनी न्यूरल टेक्स्ट -टु-स्पीच सर्विस की पेशकश की

Updated on 27-Jul-2023
HIGHLIGHTS

माइक्रोसॉफ्‍ट इंडिया ने अपने न्‍यूरल टेक्‍स्‍ट-टु-स्‍पीच (न्‍यूरल टीटीएस) सर्विस लैंग्‍वेज सेट में भारतीय अंग्रेज़ी और हिंदी को शामिल करने की घोषणा की है

दोनों भारतीय भाषाएं 15 नई भाषाओं में शामिल हैं जिन्‍हें अत्‍याधुनिक एआइ ऑडियो क्‍वॉलिटी से सक्षम सर्विस में शामिल किया गया है

न्‍यूरल टीटीएस एज्‍योर कॉग्निटिव सर्विसेज का हिस्‍सा है और टेक्‍स्‍ट को ज्‍यादा स्‍वाभाविक इंटरफेस के लिए एक बेहतरीन भाषण में बदलता है

माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने अपने न्यूरल टेक्स्टटुस्पीच (न्यूरल टीटीएस) सर्विस लैंग्वेज सेट में भारतीय अंग्रेज़ी और हिंदी को शामिल करने की घोषणा की है। दोनों भारतीय भाषाएं 15 नई भाषाओं में शामिल हैं जिन्हें अत्याधुनिक एआइ ऑडियो क्वॉलिटी से सक्षम सर्विस में शामिल किया गया है। न्यूरल टीटीएस एज्योर कॉग्निटिव सर्विसेज का हिस्सा है और टेक्स्ट को ज्यादा स्वाभाविक इंटरफेस के लिए एक बेहतरीन भाषण में बदलता है। यह सर्विस कस्टमाइज्ड वॉयस, फाइन-ट्यून्ड ऑटो कंट्रोल एवं क्लाउड से एड्ज में फ्लेक्सिबल डिप्लॉयमेंट उपलब्ध कराती है।

स्‍वाभाविक लगने वाली स्पीच के साथ जोकि स्ट्रेस पैटर्न और मानवीय स्वर के उच्चारण से मेल खाती है, न्यूरल टीटीएस यूजर द्वारा एआइ सिस्टम के साथ बात करने के दौरान सुनने की थकान को कम करता है। इसलिए यह सर्विस ग्राहकों के साथ संवाद करने हेतु इंटरफेस विकसित करने के लिए आदर्श है। टेलीकॉम, मीडिया एवं एंटरटेनमेंट, रिटेल, मैन्युफैक्चरिंग और प्रोडक्ट/सर्विस डेवलपमेंट जैसे विभिन्न सेक्टर्स के संगठन न्यूरल टीटीएस का इस्तेमाल कर रहे हैं। भारत का सबसे बड़ा ऑनलाइन बिजनेस-टु-बिजनेस (बी2बी) मार्केटप्लेस उड़ान एज्योर में टेक्स्ट-टु-स्पीच का उपयोग करता है ताकि उनके वॉयस असिस्टेंट्स के लिए संवादपरक इंटरफेस विकसित किए जा सके।

सुंदर श्रीनिवासन, जनरल मैनेजर, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया (आरएंडडी) प्राइवेट लिमिटेड ने कहा, हमारी टेक्स्ट-टु-स्पीच सेवाओं ने सूचना पाने की प्रक्रिया को लोकतांत्रिक बनाने और लोगों एवं संगठनों को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। न्यूरल टीटीएस में भारतीय अंग्रेज़ी और हिंदी को शामिल कर हमने भारत में व्यक्तिगत एवं कारोबारी इस्तेमाल के लिए स्पीच एवं वॉयस-बेस्ड सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए अपनी निरंतर प्रतिबद्धता को दिखाया है। हम लोगों को सशक्त बनाने के लिए स्पीच सेवाओं में और प्रगति करना जारी रखेंगे और उन्हें जानकारी तक आसानी से पहुंच मिलेगी।”

माइक्रोसॉफ्ट के न्यूरल टीटीएस का उपयोग चैटबॉट्स एवं वर्चुअल असिस्टेंट्स के साथ बातचीत को अधिक स्वाभाविक एवं भागीदारीपूर्ण बनाने में किया जा सकता है। इसका इस्तेमाल डिजिटल टेक्स्ट जैसे ई-बुक्स को ऑडियोबुक्स बदलने में भी किया जा सकता है। साथ ही कार के नैविगेशन सिस्टम में इसे लगाया जा सकता है।
यह सर्विस अन्य नई भाषाओं में अरेबिक (इजिप्ट एवं सउदी अरब), डैनिश, फिनिश, कैटेलान, पोलिश, डच, पुर्तगीज, रशियन, थाई, स्वीडिश एवं चाइनीज (कैंटोनीज ट्रैडिशनल एवं ताइवानीज मंडेरियन) शामिल हैं। कुल मिलाकर, माइक्रोसॉफ्ट टीटीएस 110 स्वर और 45 से अधिक भाषाओं एवं वैरिएंट्स को सपोर्ट करता है। माइक्रोसॉफ्ट की टेक्स्ट टु स्पीच सर्विस के बारे अधिक जानकारी यहां से प्राप्‍त कर सकते हैं।

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