e-Rupee is coming: कैसे आपके जीवन को आसान बनायेंगी CBDC या Digital Rupee, देखें

Updated on 14-Nov-2022

UPI ने अपने आने के साथ ही देश में फाइनैन्स से जुड़ी गतिविधियों को बल दिया है, ऐसा भी कहे सकते है कि Financial गतिविधियों की दुनिया में एक क्रांति ला दी है। इसके माध्यम से रोड के किनारे बैठे सब्जीवाले से लेकर प्रीमियम सुपरमार्किट तक, एक ऑटो चालक से लेकर सभी बड़ी एयरलाइंस तक को बड़ा लाभ हुआ है, असल में UPI के माध्यम से आसानी से पेमेंट करके इन सभी सेवाओं का लाभ उठाया जा सकता है। 

अब जैसे ही मैंने इंटरनेट पर इस समय एक खबर को देखा जो e-Rupee आधिकारिक डिजिटल करन्सी के ट्रायल की शुरुआत के बारे में मुझे जानकारी दे रही थी, इसी समय से मैं यह जानने के लिए उत्सुक हो गया कि आखिर यह कैसे उस डिजिटल मनी से अलग है, जिसका इस्तेमाल हम UPI Apps के माध्यम से लेनदेन करने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। आपको भी इसके बारे में जानने की इच्छा जरूर हो रही होगी। हम इसके बारे में आज यहाँ बात करने वाले हैं, हालांकि इसके पहले सबसे जरूरी जो बात है, वह यह है कि क्या क्या इसके माध्यम से वित्तीय समावेशन के किन किन नए क्षेत्रों को सक्षम बनाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा यह क्या यह भी सुनिश्चित करेगी कि भारत के गरीब से गरीब को तकनीकी की शक्ति से लाभ मिले। 

The Reserve Bank of India (RBI) इस समय देश में करन्सी पेमेंट्स का आधिकारिक गारजीयन है, इसने एक नए पायलट प्रोजेक्ट को शुरू किया है, यानि RBI की ओर से एक नए पायलट प्रोजेक्ट को शुरू किया गया है, यह भारत की डिजिटल करन्सी e-Rupee है। इसे हम Central Bank Digital Currency यानि CBDC नाम से भी जानते हैं। आपको जानकारी के लिए बता देते है कि यह डिजिटल रूपी (Digital Rupee) उतनी ही वैल्यू रखता है, जितना आपके वॉलेट में मौजूद कागज का नोट या सिक्के रखते हैं। इसे आप परंपरागत पैसों का डिजिटल रूप कह सकते हैं। इसके माध्यम से ही हम वह सब कर सकते हैं, जो हम UPI या नेट बैंकिंग के माध्यम से काफी समय से करते आ रहे हैं। 

हालांकि इसे लेकर डिटेल्स अभी तक सामने नहीं आई है, मैं यहाँ इस आर्टिकल को लिखने के दौरान की बात आपसे कर रहा हूँ। लेकिन जहां तक मैं RBI की ओर से जारी की गई Digital e-Rupee और पम्परागत कैश या डिजिटल मनी के बीच में अंतर कर रहा हूँ तो मुझे यहाँ बिचोलिए की कमी नजर आ रही है। उदाहरण के लिए आपको उस पैसे के लिए किसके पास जाना होगा, जो आपका है? जाहिर है कि, ऐसा सब कुछ एक बैंक अकाउंट के माध्यम से होने वाला है, जहां आप अपना सभी पैसा रखते हैं। अब चाहे यह एक चेक हो, या स्टॉक आदि का लिक्विडैशन, ई-कॉमर्स को भुगतान करना हो या आपके इम्प्लॉइअर की ओर से आपका मासिक सैलरी क्रेडिट- यह सभी कुछ एक बैंक से ही शुरू होता है और एक बैंक पर जाकर ही खत्म होने वाला है। आपको जानकारी के लिए बता देते है कि इस पैसे का इस्तेमाल फिर चाहे आप कैश में कर रहा हो या डिजिटल फॉर्मैट में, किसी भी प्रकार से यह प्रक्रिया कहीं भी छिपी रहने वाली नहीं है। हालांकि e-Rupee की घोषणा के बाद कई मामलों में पैसे जुड़ी समस्या को सीधे RBI देखने वाला है। 

जब आप अपने बैंक अकाउंट में पैसे डालते हैं या निकालते हैं, अब यह चाहे आप UPI के माध्यम से करें या किसी अन्य तरह से, आप ऐसा अपने बैंक अकाउंट के माध्यम से करते हैं, यह सीधे RBI से पूरे नहीं होते हैं। हालांकि Digital Rupee लेनदेन करने पर यह e-Rupee सीधे RBI की बैलेंस शीट में नजर आने वाले हैं। 

कागज के नोट महंगे होते हैं, और अपने साथ इन्हें रखना अब सुरक्षित नहीं माना जाता है, यह खतरा बना ही राहत है कि आप इस पैसे को खो सकते हैं। हालांकि इस समस्या को e-Rupee के माध्यम से दूर किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। 

हालांकि एक खास बात इसकी यह है कि आप CBDC या डिजिटल रूपी के का इस्तेमाल बिना बैंक अकाउंट के भी कर सकते हैं। हालांकि असल में कैसा होने वाला है, इसके बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं है। हालांकि मुझे नहीं लगता है कि बैंक फाइनैन्शल चैन से अपने को कट-ऑफ देखकर ज्यादा खुश होने वाले हैं। ऐसा भी कहा जा सकता है कि कहीं ऐसा तो नहीं है कि RBI ही सभी नैशनल और प्राइवेट बैंकों का काम करने वाला है। हालांकि अब देखना होगा कि आखिर असल में क्या होता है। 

जैसे UPI Apps के माध्यम से रीटेल बैंकिंग के कामों को इस समय किया जा रहा है, ऐसा लगता है कि Digital e-Rupee के भी कुछ स्पेशल ऐप्स हो, जो RBI लेवल पर लेनदेन के लिए जिम्मेदार हों। हालांकि मुझे लगता है कि बैंकिंग सेक्टर के गैप्स को भरने के लिए e-Rupee को लाया जा रहा है। यानि इसके माध्यम से गैप्स को भरा जा सकता है, ऐसा हो सकता है कि बैंकों को पूरी तरह से नजरंदाज न किया जाए। 

मानकर चलिए कि, सरकारी एजेंसी एक टोकन को किसी सेवा प्रदाता से अड्वान्स देकर खरीदती है, अब इस टोकन को उस व्यक्ति को प्रदान करती है जो उनकी लिस्ट में है- इस लिस्ट में वो लोग हैं जिन्हें इसकी जरूरत है लेकिन इनके पास एक बैंक अकाउंट नहीं है। यह टोकन एक SMS या QR Code के रूप मे जरूरतमंद को भेजे जाने वाले हैं। यह टोकन ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं के लाभ के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं। हालांकि इन्हें शिक्षा के क्षेत्र में भी विस्तारित किया जा सकता है। यह उन लोगों के लिए बेहद जरूरी प्रक्रिया है जो एक सस्ते फोन के साथ साथ सस्ते इंटरनेट कनेक्शन का भी इस्तेमाल करते हैं। यानि यह उन गरीब लोगों के लिए बेहद लाभकारी हो सकता है जो अपना एक बैंक अकाउंट खुलवाने में सक्षम नहीं हैं। 

आपको क्या लगता है कि भविष्य में हम e-Rupee का इस्तेमाल कर पाएंगे? हमें कमेन्ट बॉक्स में लिखकर बताए। 

Disclaimer: Digit, like all other media houses, gives you links to online stores which contain embedded affiliate information, which allows us to get a tiny percentage of your purchase back from the online store. We urge all our readers to use our Buy button links to make their purchases as a way of supporting our work. If you are a user who already does this, thank you for supporting and keeping unbiased technology journalism alive in India.
Ashwani Kumar

अश्वनी कुमार डिजिट हिन्दी में पिछले 7 सालों से काम कर रहे हैं! वर्तमान में अश्वनी कुमार डिजिट हिन्दी के साथ सहायक-संपादक के तौर पर काम कर रहे हैं।

Connect On :