Google ने अपने लेटेस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम Android Q के ऑफिशियल नाम का ऐलान किया है, दरअसल अब कम्पनी ने परंपरा को तोड़ते हुए किसी स्वीट डिश का नाम न रखते हुए इस सॉफ्टवेयर को एंड्राइड 10 नाम दिया गया है। लेटेस्ट OS के कई डेवलपर्स तक पहुंचने और बीटा वर्जन पर टेस्टिंग से नए ऑपरेटिंग सिस्टम के कुछ फीचर्स का पता चला है।
डार्क मोड फीचर को पहले पब्लिक बीटा में पेश किया गया था और इसके बारे में IO डेवलपर कांफ्रेंस में इसे पेश किया गया था। डिवाइसेज़ तक एंड्राइड 10 का स्टेबल अपडेट आने पर यूज़र्स अपनी मर्ज़ी से डार्क मोड को इनेबल कर सकते हैं जो आपके फोन की बैटरी की क्षमता को भी बढ़ाएगा।
लेटेस्ट एंड्राइड 10 में गूगल ने यूज़र्स की प्राइवेसी को ख़ास ध्यान में रखा है और लोकेशन फीचर को रखा गया है। लोकेशन को ऑन और ऑफ करने के अलावा इसमें तीसरा विकल्प शामिल किया गया है। इस तीसरे विकल्प से ऐप सेटिंग में आप चुन सकते हैं कि लोकेशन ऐप उपयोग होते समय या एक्टिव होने के दौरान ही लोकेशन का उपयोग हो।
गूगल के नए फीचर से यूज़र्स किसी भी फाइल को आसानी से शेयर कर पाएंगे।
इस समय मौजूद स्मार्टफोंस में हमें % के साइन से हमें बैटरी का पता चलता है लेकिन आगामी एंड्राइड 10 में यूज़र्स जान सकते हैं कि स्मार्टफोन की बैटरी कितनी देर चलेगी। OS आपको टेक्स्ट दिखेगा जैसे: ‘Until 1pm’, इसका मतलब है बैटरी 1 बजे तक चलेगी।
एंड्राइड 10 आने के बाद आपके स्मार्टफोन की थीम्स बदली जा सकती है और कलरफुल थीम्स के साथ यूज़र इंटरफेस में बदलाव मिलने वाला है।
लेटेस्ट OS में बिना पासवर्ड भी Wifi कनेक्ट कर सकेंगे। इसका मतलब यह है कि, यूज़र को वाई-फाई कनेक्ट करने के लिए बार-बार पासवर्ड नहीं डालना होगा बल्कि QR कोड से स्कैन कर के वाई-फाई कनेक्ट कर सकते हैं।
अगर यूज़र एंड्राइड 10 में थर्ड पार्टी ऐप्स से फोटो क्लिक करते हैं तो नया OS बेहतर फोटो डिलीवर करेगा। नए OS से यूज़र डेप्थ कंट्रोल कर सकते हैं और बोकेह मोड को कनेक्ट कर सकते हैं।
आगामी एंड्राइड वर्जन में ओपन सोर्स विडियो codec AV1 सपोर्ट मिलेगा। इसका मतलब है कि स्मार्टफोंस पर हाई-क्वालिटी विडियो कॉन्टेंट और विडियो को कई तरह के फॉर्मेट में देख पाएंगे।
नए OS में किसी भी ऐप को कुछ देर तक टैप करने पर नोटिफिकेशंस ब्लॉक करने जैसा विकल्प मिलेंगे।