भारत सरकार ने देश के iPhone, iPad और Mac यूजर्स के लिए एक गंभीर सुरक्षा चेतावनी (security warning) जारी की है. यह अलर्ट CERT-In (Indian Computer Emergency Response Team) की ओर से आया है, जिसमें साफ तौर पर कहा गया है कि यदि यूजर्स ने अपने Apple डिवाइस को लेटेस्ट अपडेट पर नहीं रखा, तो वे हैकिंग या डेटा चोरी का शिकार हो सकते हैं.
Apple ने हाल ही में अपने यूजर्स के लिए iOS 18.6.2 अपडेट जारी किया है. यह खासतौर पर इस सिक्योरिटी वल्नरेबिलिटी को फिक्स करने के लिए लाया गया है. CERT-In ने अपने बुलेटिन में बताया है कि यह खामी ImageIO कंपोनेंट में पाई गई है, जो इम्प्रॉपर बाउंड्स चेकिंग की वजह से होती है.
सरल भाषा में कहें तो कोई भी अटैकर एक खास तरह की इमेज फाइल तैयार कर सकता है, जिसे जैसे ही आपका डिवाइस प्रोसेस करेगा, आपके सिस्टम में मेमोरी करप्शन हो सकती है और अटैकर को आपके डिवाइस में डेटा एक्सेस करने का मौका मिल सकता है. सरकार ने कहा है कि यह बग “high severity” के अंतर्गत आता है, यानी इसका असर बहुत गंभीर हो सकता है अगर समय रहते अपडेट नहीं किया गया.
CERT-In और Apple के अनुसार, नीचे दिए गए OS वर्जन पर चल रहे डिवाइस इस सिक्योरिटी रिस्क के दायरे में आते हैं:
Apple ने यह अपडेट iPhone XS और उसके बाद के सभी मॉडल्स के लिए जारी कर दिया है. लेकिन अगर आपने iOS 26 या किसी बीटा वर्जन पर शिफ्ट कर लिया है, तो यह अपडेट आपके लिए तब तक उपलब्ध नहीं होगा जब तक आप पुराने स्टेबल वर्जन पर वापस नहीं आते हैं.
Settings फिर General – Software Update में जाकर तुरंत अपने डिवाइस को अपडेट करें. अगर आप बीटा वर्जन पर हैं, तो डाउनग्रेड करके स्टेबल वर्जन इंस्टॉल करें. इसके अलावा अनजान या संदिग्ध इमेज फाइल्स को ओपन करने से बचें. साथ ही डिवाइस पर एंटी-वायरस या सिक्योरिटी सेटिंग्स को एक्टिव रखें.
सरकार का उद्देश्य साफ है जैसे-जैसे iPhone 17 लॉन्च नजदीक आ रहा है, मौजूदा करोड़ों iPhone यूजर्स को अलर्ट करना और यह सुनिश्चित करना कि उनका डेटा और प्राइवेसी सुरक्षित रहे.
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