Daksha Robot: देश का पहला एंटी टेरर रोबोट है Daksha; जानिये इसके 10 शानदार फीचर

Updated on 28-Jan-2020

युद्ध या शीत युद्ध एक विश्वव्यापी घटना है। दुनिया के लगभग हर देश के अपने पड़ोसी देश के साथ कुछ सीमाएँ और आर्थिक विवाद हैं। यह युद्ध जैसी स्थिति वास्तविक युद्ध में बदल जाती है और दोनों पक्षों के सैनिक इस युद्ध में मारे जाते हैं। इसी को देखते हुए लगभग सभी के सभी देश अब एक रोबोटिक आर्मी का निर्माण कर रहा हैं, ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि जान माल की हानि को काफी हद तक कम किया जा सके। ऐसे में भारतीय परिपेक्ष्य में डिफेन्स रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गेनाइजेशन यानी DRDO की ओर से भारत का पहला एंटी टेरर रोबोट निर्मित किया है, इस रोबोट को Daksha नाम दिया गया है। आज हम आपको इसी रोबोट के बारे में 10 ख़ास बातें बताने वाले हैं, और इसके बाद आप जान जायेंगे कि आखिर यह जिस लक्ष्य को ध्यान में रखकर निर्मित किया गया है, क्या उसपर लक्ष्य को पूरा कर सकता है या नहीं। तो आइये शुरू करते हैं और जानते हैं कि आखिर Daksha रोबोट किन 10 फीचर्स के कारण सबसे खास बन जाता है। 

क्या है Daksha Robot?

बैटरी से चलने वाला रोबोट 'Daksha' मुख्य रूप से कई कैमरों, एक्स-रे उपकरणों का उपयोग करके आईईडी की सुरक्षित हैंडलिंग और विनाश आदि का पता लगाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें एक बन्दूक है, जो बंद दरवाजों को तोड़ सकती है। इसमें लगा स्कैनर विस्फोटकों को जांचने के लिए कारों को स्कैन कर सकता है।

Daksha Robot को 500 मी लाइन से अधिक वायरलेस कम्युनिकेशन द्वारा या 100 मीटर से अधिक दूरी पर फाइबर ऑप्टिक संचार द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है। यह सिर्फ एक रिचार्ज में 3 घंटे तक लगातार काम कर सकता है। सीमा पर आईईडी और अन्य विस्फोटक तत्वों का पता लगाने के लिए दक्ष का इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे गश्त के दौरान कई भारतीय सैनिकों की जान बचाई जा सकती है।

Daksha Robot के फीचर्स

अगर हम Daksha Robot के कुछ फीचर्स की बात करें तो आपको बता देते हैं कि यह कई सबसे बढ़िया फीचर्स से लैस है। ऐसा भी सामने आ रहा है कि 500 से ज्यादा यूनिट्स को जल्द ही भारतीय सेना में भी देखा जा सकता है, हालाँकि अभी आधिकारिक तौर पर इस बारे में कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन मीडिया की कई रिपोर्ट्स में इस बारे में जानकारी आ चुकी है। 

  • यह रोबोट यानी Daksha Robot फूली ऑटोमैटिक है।
  • यह बायोलॉजिकल, केमिकल और रेडियोलॉजिकल हथियारों को भी नाश करने की क्षमता रखता है.
  • इसमें एक रेडियो फ्रीक्वेंसी शील्ड होती है जो सिग्नल को जाम कर सकती है और इसे फटने से बचा सकती है।
  • यह हवाई अड्डे पर किसी भी संदिग्ध सामान का पता लगा सकता है और इसे हवाई अड्डे से बाहर या भीड़ से दूर ले जाकर नष्ट कर सकता है।
  • यह अपने रोबोटिक आर्म की मदद से किसी भी वस्तु को उठा सकता है। यदि, यह IED या बम है; तब यह अपने पानी के जेट से इसे नष्ट कर सकता है।
  • इसमें एक्स-रे डिवाइस हैं जो विस्फोटक सामग्री के लिए किसी भी कार / वाहन को स्कैन कर सकते हैं।
  • इसमें स्लोटेड पहिए भी हैं, जो आवश्यकताओं के समय सीढ़ियों पर चढ़ने में मदद भी कर सकते हैं।

अपनी इन खूबियों के साथ इसे एक दमदार रोबोट कहा जा सकता है जो जल्द ही हमें हमारी सेना में भी नजर आ सकता है, हालाँकि यह कब तक होने वाला इस बारे में कोई भी जानकारी अभी तक नहीं मिली है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि यह हमारी सेवा में जरुर शामिल किया जा सकता है।

वाया:

Disclaimer: Digit, like all other media houses, gives you links to online stores which contain embedded affiliate information, which allows us to get a tiny percentage of your purchase back from the online store. We urge all our readers to use our Buy button links to make their purchases as a way of supporting our work. If you are a user who already does this, thank you for supporting and keeping unbiased technology journalism alive in India.
Digit Hindi

Ashwani And Aafreen is working for Digit Hindi, Both of us are better than one of us. Read the detailed BIO to know more about Digit Hindi

Connect On :