आज के दौर में मोबाइल ऐप्स जीवन का अहम हिस्सा बन चुके हैं. फिर चाहे वो बैंकिंग हो, मनोरंजन, शॉपिंग या कामकाज, हर जरूरत के लिए लोग मोबाइल ऐप्स का सहारा लेते हैं. लेकिन कई बार अचानक ऐप का बंद हो जाना या बार-बार क्रैश होना बेहद परेशान कर देता है. इससे न केवल ज़रूरी काम रुकते हैं बल्कि कभी-कभी डेटा खोने का भी खतरा रहता है. अच्छी बात यह है कि इस समस्या का मतलब हमेशा आपके स्मार्टफोन की बड़ी खराबी नहीं होता. कई बार सिंपल तरीकों से ही ऐप्स को दोबारा सही तरीके से चलाया जा सकता है, जिनके बारे में आज हम आपको बता रहे हैं.
ज्यादातर ऐप्स तेज़ी से खुलने के लिए कैशे और टेम्परेरी डेटा सेव करते हैं. समय के साथ यह डेटा खराब या बोझिल हो सकता है, जिससे ऐप सही तरह से काम नहीं करता. सेटिंग्स में जाकर कैशे और गैर-ज़रूरी डेटा साफ करने से अक्सर समस्या तुरंत हल हो जाती है.
डेवलपर्स नियमित रूप से ऐप अपडेट जारी करते हैं जिनमें बग फिक्स और सुधार शामिल होते हैं. इसी तरह फोन कंपनियां भी सिस्टम अपडेट लाती हैं. अगर ऐप्स क्रैश हो रहे हैं तो देखें कि कोई नया अपडेट उपलब्ध है या नहीं. लेटेस्ट वर्ज़न इंस्टॉल करने से दिक्कत कम हो जाती है.
स्मार्टफोन को रीस्टार्ट करना कई ऐप समस्याओं का आसान हल है. इससे सिस्टम मेमोरी क्लियर होती है और बैकग्राउंड प्रोसेस रीसेट हो जाते हैं. बार-बार क्रैश की स्थिति में फोन रीस्टार्ट करना पहला कदम होना चाहिए.
कम स्टोरेज भी ऐप क्रैश होने का बड़ा कारण है. जब फोन की मेमोरी भर जाती है तो ऐप्स स्मूद तरीके से नहीं चलते. बेकार फाइलें डिलीट करना, कम इस्तेमाल होने वाले ऐप्स हटाना और मीडिया को क्लाउड पर शिफ्ट करना स्टोरेज खाली करने में मदद करता है.
कई ऐप्स स्थिर इंटरनेट पर निर्भर रहते हैं. कमजोर वाई-फाई या मोबाइल डेटा की वजह से भी ऐप बंद हो सकता है. नेटवर्क बदलकर देखना या सेटिंग्स रीसेट करना इस समस्या को दूर कर सकता है.
कुछ ऐप्स को सही ढंग से चलने के लिए स्टोरेज, कैमरा, माइक्रोफोन या लोकेशन एक्सेस चाहिए होता है. अगर यह परमिशन बंद है तो ऐप क्रैश कर सकता है. सेटिंग्स में जाकर ज़रूरी परमिशन एक्टिव करना काम आ सकता है.
बैटरी बचाने वाली सेटिंग्स कभी-कभी ऐप्स के बैकग्राउंड प्रोसेस को रोक देती हैं. इससे भी ऐप्स बंद हो सकते हैं. जिन ऐप्स का ज्यादा इस्तेमाल होता है, उनके लिए बैटरी ऑप्टिमाइजेशन बंद करना बेहतर विकल्प है.
अगर कोई विशेष ऐप बार-बार क्रैश हो रहा है तो उसे अनइंस्टॉल कर दोबारा इंस्टॉल करना सबसे आसान समाधान है. इससे करप्ट फाइलें हट जाती हैं और ऐप का नया वर्ज़न फोन में आ जाता है.
कभी-कभी थर्ड पार्टी ऐप्स या मैलवेयर भी परेशानी का कारण बनते हैं. भरोसेमंद एंटीवायरस से स्कैन करना और संदिग्ध ऐप्स हटाना फोन की स्थिरता बहाल करता है.
जब कोई भी तरीका काम न करे और कई ऐप्स प्रभावित हों तो फैक्ट्री रीसेट करना पड़ सकता है. यह फोन को शुरुआती स्टेट में ले जाता है और सारा डेटा मिटा देता है. इसलिए रीसेट से पहले बैकअप लेना बेहद जरूरी है.
अगर इन सभी उपायों के बाद भी ऐप्स क्रैश होते रहें तो समस्या हार्डवेयर या गहरे सॉफ्टवेयर लेवल पर हो सकती है. ऐसे में अधिकृत सर्विस सेंटर या टेक एक्सपर्ट से कॉन्टैक्ट करना सही रहेगा.