Starlink की एंट्री जल्द भारत में होने वाली है. कंपनी दूरसंचार विभाग (DoT) के तहत लाइसेंस के लिए एक अनिवार्य आवश्यकता पर सहमत हो गई है. Elon Musk के Starlink ने कहा है कि वह जरूरी सुरक्षा और डेटा संग्रहण नियमों का पालन करेगी. यानी Starlink सुरक्षा और डेटा संग्रहण मानदंडों से सहमत है. इससे कंपनी का भारत एंट्री का रास्ता साफ हो गया है.
Starlink ने जो शर्त पर सहमति जताई है उसके अनुसार, भारतीय यूजर्स का डेटा भारत में ही लोकली स्टोर किया जाएगा. इसके अलावा कंपनी ने भरोसा दिलाया है कि जरूरत पड़ने पर वह इंटेलिजेंस एजेंसियों को कानूनी रूप से इंटरसेप्शन एक्सेस देगी. यह राष्ट्रीय सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुरूप है.
हालांकि, Starlink ने कुछ शर्तों में कुछ ढील देने का भी अनुरोध किया है. जिसे वह अपने एप्लीकेशन के मंजूर होने के बाद धीरे-धीरे पूरा करने का आश्वासन दे रहा है. आपको बता दें कि एप्लीकेशन फिलहाल गृह मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा समीक्षा के अधीन है. इसके साथ भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) सैटेलाइट सर्विसेज के लिए स्पेक्ट्रम आवंटन और प्राइसिंग फ्रेमवर्क को फाइनल करने पर काम कर रहा है.
यह भी पढ़ें: Airtel-Jio-Vi की दुखती रग पर BSNL ने रखा हाथ! केवल ₹99 में दे रहा अनलिमिटेड कॉल, चेक करें बिना डेटा वाले सभी प्लान
अधिकारियों को उम्मीद है कि सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस पूरी तरह से 2025 के अंत तक लॉन्च हो जाएगी. DoT टेलीकॉम एक्ट के तहत सैटेलाइट- बेस्ड नेटवर्क के लिए नेटवर्क अथॉराइजेशन को फाइनल कर रहा है.
आपको बता दें कि Starlink और बाकी कंपनियों की सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस भारत में ट्रेडिशनल ब्रॉडबैंड सर्विसेज की तुलना में काफी महंगी हैं. Starlink की कीमत 800 रुपये से लेकर 40 हजार रुपये तक होती है. वहीं भारत में ब्रॉडबैंड प्लान की कीमत 350 रुपये से शुरू हो जाती है. इसके अलावा स्टारलिंक हार्डवेयर के लिए भी लोगों को 25-30 हजार रुपये तक खर्च करने होंगे.
Starlink को लेकर कहा जा रहा है कि कंपनी भारत में दूसरी कंपनियों से मुकाबला करने के लिए अपनी कीमत को बजट कीमत पर पेश कर सकती है. हालांकि, यह कीमत कितनी होगी, यह देखना दिलचस्प होगा.
यह भी पढ़ें: क्या भारत में इस्तेमाल किया जा सकता है DeepSeek AI? जानें कैसे करें डाउनलोड, ChatGPT का है ‘बाप’!