भारत में 5 वर्ष में डेटा ट्रैफिक में लगभग 60 गुना की वृद्धि – नोकिया एमबिट 2021 रिपोर्ट

Updated on 11-Feb-2021
HIGHLIGHTS

वर्ष 2020 में डेटा ट्रैफिक में 4जी का करीब 99 प्रतिशत योगदान

डेटा उपभोग में भारत परिपक्व बाज़ारों में शामिल, प्रति माह प्रति उपभोक्ता डेटा उपयोग 13.5 जीबी से अधिक

भारतीयों ने स्मार्टफोन पर प्रतिदिन लगभग 5 घंटे खर्च किए जोकि वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक में शामिल है

नोकिया ने भारत में मोबाइल ब्रॉडबैंड निष्पादन पर अपना मोबाइल ब्रॉडबैंड इंडिया ट्रैफिक इंडेक्स (एमबिट) 2021 आज लांच किया। इस रिपोर्ट में कई तथ्य उजागर हुए हैं जैसे भारत में पिछले 5 साल में डेटा ट्रैफिक लगभग 60 गुना से अधिक बढ़ा है जोकि वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक डेटा ट्रैफिक में से एक है। 4जी डेटा खपत बढ़ने के चलते वर्ष 2021 में डेटा ट्रैफिक साल दर साल 36 प्रतिशत से अधिक बढ़ा। इस दौरान 10 करोड़ नए 4जी उपभोक्ताओं के जुड़ने के साथ 4जी उपभोक्ताओं की संख्या 70 करोड़ का आंकड़ा पार कर गई। देशभर में दर्ज कुल डेटा ट्रैफिक में अकेले 4जी का योगदान लगभग 99 प्रतिशत रहा। ऑपरेटर द्वारा 4 जी पर ध्यान दिए जाने की वजह से महानगरों के मुकाबले ए, बी और सी वर्गों में अधिक वृद्धि दर दर्ज की गई।

इस अध्ययन के मुताबिक, प्रति उपयोगकर्ता औसत मासिक डेटा खपत दिसंबर, 2020 में सालाना 20 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 13.5 जीबी पहुंच गया। इसकी मुख्य वजह डेटा उपयोगकर्ताओं की संख्या में वृद्धि और मोबाइल वीडियो उपभोग में वृद्धि है। मासिक डेटा उपयोग में वृद्धि की एक वजह ग्रामीण इलाकों से नए उपयोगकर्ताओं का भी योगदान रहा। मनोरंजन और उत्पादकता के प्राथमिक स्रोत के तौर पर मोबाइल उभरा क्योंकि औसत भारतीय ने स्मार्टफोन पर प्रतिदिन लगभग 5 घंटे खर्च किए जोकि वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक में से एक है। सबसे तेजी से बढ़ते कंटेंट वर्ग में लघु वीडियो प्रारूप प्रमुख रहा। इंटरनेट यूज़र्स की बढ़ती संख्या के साथ प्रतिमाह लघु कंटेंट पर खर्च कुल समय वर्ष 2025 तक चार गुना बढ़ने की संभावना है।

जहां तक डिवाइस के रूख का संबंध है, इस रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि 4जी उपकरण धारकों की संख्या 60.7 करोड़ यूनिट पार कर गई है और इसकी पैठ का स्तर 77 प्रतिशत पहुंच गया है। कुल एलटीई हैंडसेट में 93 प्रतिशत हिस्सेदारी वीओएलटीई उपकरणों की है। देशभर में पहले से ही 20 लाख सक्रिय 5जी उपकरण हैं। जैसा कि लोग हाइब्रिड वर्क मॉडल, ई लर्निंग आत्मसात कर रहे हैं और ओटीटी प्लेटफॉर्मों पर कंटेंट का उपभोग कर रहे हैं, 2021 में स्मार्टफोन उद्योग के लिए दहाई अंक की वृद्धि की संभावना है। सस्ते 4 जी स्मार्टफोन के लांच होने से डेटा वृद्धि के लिए आवश्यक गुंजाइश पैदा होगी क्योंकि बड़ी संख्या में 2जीध्3जी उपभोक्ता 4जी स्मार्टफोन की ओर रूख कर रहे हैं। 

इस 2021 एमबिट रिपोर्ट में फिक्स्ड ब्रॉडबैंड की संभावना भी तलाशी गई है। केवल 2.2 करोड़ फिक्स्ड ब्रॉडबैंड उपभोक्ताओं के साथ इस खंड के लिए वृद्धि के जबरदस्त अवसर मौजूद हैं। जैसा कि भारत कोविड-19 के बीच 5जी लांच करने की तैयारी में है, फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (एफडब्ल्यूए) और एफटीटीएक्स के जरिये फिक्स्ड ब्रॉडबैंड तक पहुंच से ऑपरेटरों के लिए आय के नए स्रोत पैदा करने में मदद मिलेगी।

नोकिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और भारतीय बाजार के प्रमुख संजय मलिक ने कहा, श्भारत में मूल्य सृजन के लिए 5जी में भारी संभावना है क्येंकि डिजिटलीकरण की गति बढ़ रही है। भारत में डेटा उपभोग में उल्लेखनीय वृद्धि से वृहद ब्रॉडबैंड एवं फिक्स्ड क्षमता के लिए मांग बढ़ेगी। विभिन्न आईओटी और एंटरप्राइस यूज मामलों के साथ इंडस्ट्री 4.0, इमर्सिव एप्लीकेशंस अनुभव (एआरध्वीआर), स्मार्ट होम, फैक्टरी एवं जन सुरक्षा के मामलों के साथ एलटीई, 5जी की वृद्धि में तेजी आएगी और इससे डेटा का उपभोग और बढ़ेगा।श् 

नोकिया एमबिट अध्ययन से सामने आए अन्य प्रमुख्य तथ्यः

  • वर्ष 2015 से 2020 तक प्रतिमाह औसत डेटा उपभोग में 76 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई
  • वॉयस ओवर एलटीई (वीओएलटीई) स्मार्टफोन की संख्या बढ़कर 56.3 करोड़ पहुंचने के साथ वर्ष 2020 में अखिल भारतीय स्तर पर 4जी क्षमता वाले उपकरणों का प्रसार 2020 में बढ़कर 77 प्रतिशत पर पहुंच गया।
  • एलटीई क्षमता वाले उपकरणों के लगभग 10 करोड़ उपभोक्ता अब भी 2जीध्3जी सेवाओं पर निर्भर हैं।
  • 5जी के बावजूद भारत का मोबाइल ब्रॉडबैंड प्रसार लगभग 63 प्रतिशत (2020) है। हालांकि, फिक्स्ड ब्रॉडबैंड प्रसार केवल 7.5 (2020) प्रतिशत पर है।
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