12 लाख से भी ज्यादा यूजर्स ने BSNL में दिखाया भरोसा, अपने नंबर किये पोर्ट

Updated on 10-Apr-2018
By
HIGHLIGHTS

वित्त वर्ष 2017-18 में मोबाइल नेटवर्क क्षेत्र में उपभोक्ताओं का भरोसा भारत सरकार की राज्य की स्वामित्व वाली भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) पर बढ़ा है। इस दौरान 12 लाख मोबाइल उपभोक्ताओं ने अपने मोबाइल नंबर बीएसएनएल में पोर्ट करा लिए हैं।

वित्त वर्ष 2017-18 में मोबाइल नेटवर्क क्षेत्र में उपभोक्ताओं का भरोसा भारत सरकार की राज्य की स्वामित्व वाली भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) पर बढ़ा है। इस दौरान 12 लाख मोबाइल उपभोक्ताओं ने अपने मोबाइल नंबर बीएसएनएल में पोर्ट करा लिए हैं। 'कोलकाता टेलीफोन्स' के मुख्य महाप्रबंधक एस.पी. त्रिपाठी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "पिछले वित्त वर्ष में मोबाइल उद्योग के राजस्व संग्रह में 10 से 20 फीसदी की कमी होने के बावजूद बीएसएनएल का राजस्व संग्रह अन्य मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियों से बेहतर रहा है।"

कंपनी ने सिम कार्ड बेचने का लक्ष्य प्राप्त करने और ग्राहकों की शिकायतों का निस्तारण करने में भी अच्छा प्रदर्शन किया है। त्रिपाठी ने कहा, "पिछले वित्त वर्ष (2017-18) में देश भर में 12 लाख मोबाइल उपभोक्ताओं ने अन्य कंपनियों को छोड़कर बीएसएनएल को वरीयता दी।"

Flipkart ऑफर्स: इन स्मार्टफोंस पर मिल रहा है डिस्काउंट

उन्होंने कहा कि बीएसएनएल-कोलकाता मोबाइल्स ने नया फैमिली ब्रॉडबैंड संयुक्त ऑफर पेश किया है, जिसके अनुसार तीन मोबाइल कनेक्शनों को देश भर में किसी भी मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी से असीमित कॉल और 1,199 रुपये के मासिक शुल्क वाला इंटरनेट प्लान उपभोक्ता द्वारा सुझाए गए परिजनों को दे दिए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि इस दौरान 40 जीबी खर्च होने तक इंटरनेट की 10 एमबी प्रति सेकेंड की दर से चलेगा तथा इसके बाद दो एमबी प्रति सेकेंड की दर से चलेगा। त्रिपाठी ने इस प्लान से कंपनी का व्यापार बढ़ने की उम्मीद जताई।

हमें Instagram पर फॉलो करने के लिये यहां क्लिक करें 

हमें YouTube पर सब्सक्राइब करने के लिये यहां क्लिक करें

लैंडलाइन कनेक्शन के विभिन्न प्लान की जानकारी देते हुए त्रिपाठी ने कहा कि लैंडलाइन के विभिन्न प्लान में एक नई सुविधा जोड़ी गई है। इसके तहत रविवार और रात्रि के समय किसी भी बीएसएनएल के नेटवर्क पर निशुल्क बात की जा सकती है। उन्होंने कहा कि लैंडलाइन, ब्रॉडबैंड और एफटीटीच कनेक्शन लगाने का सेवा शुल्क माफ कर दिया गया है।

Disclaimer: Digit, like all other media houses, gives you links to online stores which contain embedded affiliate information, which allows us to get a tiny percentage of your purchase back from the online store. We urge all our readers to use our Buy button links to make their purchases as a way of supporting our work. If you are a user who already does this, thank you for supporting and keeping unbiased technology journalism alive in India.
IANS

Indo-Asian News Service

Connect On :
By