ऐपल AR टेक्नोलॉजी के साथ iPhone 8's लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है. ये फोन रिएल्टी और डिजिटल प्रेसेंटेशन के बीच की लाइन को नए और क्रिएटिव तरीके से कम करेगा.
ऐपल के सीईओ टिम कुक ने मंगलवार को एक सम्मेलन के दौरान विश्लेषकों को बताया, "यह उन बड़ी चीजों में से एक है, जिसे हम देखकर आश्चर्यचकित होंगे।" कई विश्लेषक कुक के इस बात से सहमत भी हैं. जैकडॉ रिसर्च के जैन डॉसन ने कहा कि 2008 में ऐप स्टोर के बाद से एप्पल द्नारा बनाया गया ये सबसे महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म है.
संभवत Apple अपने अगले बड़े कार्य के लिए तैयार हो सकता है एक ऐसी टेक्नोलॉजी डेवलप कर के जो इमैजनरी दुनिया को सजीव कर दे, और आप स्क्रीन के जरिए देख सकें.
यदि आपने AR के बारे में सुना है, तो आपने जरुर "पॉकेमोन गो" का सामना किया होगा. जिसमें प्लेयर को अपने फोन पर मॉनस्टर को पकड़ने के लिए आस-पड़ोस में घूमते रहना पड़ता है.
Apple में AR की शुरुआत iOS 11 के लॉन्च के साथ हुई. हालांकि, यह ऐप केवल किसी भी ऐपल डिवाइस पर काम नहीं करेगा, केवल आईफोन 6S और उसके बाद के मॉडल में काम करेगा. 2017 के आईपैड और आईपैड प्रो में भी AR सिस्टम चलेंगे.
ऐसा नहीं है कि ऐपल ही केवल AR पर बात करने वाली कंपनी है. फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने भी कहा था कि AR एक महत्वपूर्ण तकनीक है, जो हमारे फोन इस्तेमाल करने के तरीके को बदल देगा. ऐपल के प्रतिद्वंद्वी जैसे Google और माइक्रोसॉफ्ट भी AR के इस्तेमाल की तैयारी में हैं.
Digi-Capital के प्रबंध निदेशक टिम मेरेल का मानना है कि AR का इस्तेमाल ऐपल का मार्केट बढा़एगा. अनुमान है कि 2021 तक इसका मार्केट 83 अरब डॉलर तक होगा. Google पहले से ही AR सॉफ्टवेयर Tango बना चुका है, जो पिछले साल एक Lenovo स्मार्टफोन पर लॉन्च हुआ और अब ये Asus के हाई-एंड डिवाइस का हिस्सा होगा.
माना जा रहा है कि अगर AR को पसंद करनेवालों की संख्या बढ़ी तो Apple AR स्पेसिफिक डिवाइस बनाना शुरू कर देगा. संभावना है कि iPhone में एक AR ग्लास हो, जो लोगों को डिजिटल रिएल्टी दिखाने में सक्षम हो.