पहलगाम आतंकी हमले में बैसारन वैली में 26 निर्दोष लोगों की हत्या के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बहुत बढ़ गया. इसके जवाब में, भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर चलाया, जिसमें पड़ोसी देश के 9 आतंकी ठिकानों को बिना किसी नागरिक को नुकसान पहुंचाए नष्ट किया गया. जिससे पाकिस्तान बौखला गया है और भारत पर अटैक कर रहा है. लेकिन हमारी सेना उसे मुंह तोड़ जवाब दे रही है.
अब भारत सरकार ने देश के वित्तीय और महत्वपूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्रों को निशाना बनाने वाले बड़े साइबर हमलों की आशंका के खिलाफ सख्त चेतावनी जारी की है. कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने एक साइबर सिक्योरिटी एडवाइजरी जारी की. जिसमें सरकारी और निजी संस्थानों से सतर्क रहने और अपनी साइबर सुरक्षा को मजबूत करने की अपील की गई.
CERT-In के मुताबिक, बैंक और वित्तीय संस्थान खास तौर पर पाकिस्तान-आधारित समूहों के साइबर हमलों का आसान निशाना हो सकते हैं. एडवाइजरी में सुझाव दिया गया कि इन संस्थानों को अपने आंतरिक अलर्ट सिस्टम और मॉनिटरिंग सिस्टम को बेहतर करना चाहिए ताकि किसी भी असामान्य या संदिग्ध ऑनलाइन गतिविधि को तुरंत पकड़ा और रोका जा सके.संस्थानों को NASSCOM जैसे इंडस्ट्री संगठनों के साथ मिलकर काम करने की सलाह दी गई है ताकि रियल-टाइम अलर्ट और थ्रेट-शेयरिंग नेटवर्क को मजबूत किया जा सके. यह सहयोग साइबर खतरों से निपटने में तेजी और प्रभावशीलता लाएगा.
पाकिस्तानी हैकर्स Dance Of The Hillary के जरिए भारतीयों पर साइबर अटैक कर रहे हैं. आपको बता दें कि ‘डांस ऑफ द हिलेरी’ नाम का एक वायरस फर्जी वीडियो फाइल्स और संदिग्ध डॉक्यूमेंट्स के जरिए फैल रहा है. भारतीय सरकार ने अलर्ट जारी कर लोगों से सावधान रहने और अनजान लिंक्स या फाइल्स न खोलने की अपील की है.
‘डांस ऑफ द हिलेरी’ एक मैलवेयर है, जो डिवाइस को नुकसान पहुंचाने या उस तक अनधिकृत पहुंच बनाने के लिए डिजाइन किया गया है. यह आमतौर पर वीडियो या डॉक्यूमेंट के रूप में आता है. इसे खोलने पर यह आपके फोन या कंप्यूटर को नुकसान पहुंचा सकता है और संवेदनशील जानकारी चुरा सकता है.
यह वायरल आपकी बैंकिंग डिटेल्स, पासवर्ड, कॉन्फिडेंशियल फाइल्स चुरा सकता है. यह वायरस बैकग्राउंड में इंस्टॉल होकर पर्सनल जानकारी चुराता है. बैंक क्रेडेंशियल्स और पासवर्ड अनलॉक करता है. इसके अलावा फोन या कंप्यूटर को हैंग करता है और हैकर्स को डिवाइस पर पूरा कंट्रोल देता है.
कुछ इन्फेक्टेड फाइल्स के नाम “.exe” जैसे “tasksche.exe” होते हैं, ऐसी फाइल्स से आपको सावधान रहने की जरूरत है. यह वायरस वॉट्सऐप वीडियो अटैचमेंट के साथ मैसेज, फर्जी जॉब इंटरव्यू या सरकारी नोटिफिकेशन के ईमेल, फेसबुक या सोशल मीडिया पर अनजान फाइल के जरिए फैल रहा है.
सरकार ने लोगों को वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतने की चेतावनी दी है. अनजान नंबरों या अकाउंट्स से भेजे गए मैलिशियस लिंक्स या फर्जी फाइल्स के जरिए यूजर्स को निशाना बनाए जाने का बड़ा खतरा है.
ये फाइल्स अच्छी लग सकती हैं, जैसे “डांस ऑफ द हिलेरी” जैसे मजेदार वीडियो या वायरल कंटेंट, लेकिन इनमें मैलवेयर या स्पायवेयर हो सकता है. यह फाइल आपके स्मार्टफोन या पीसी को हैक कर सकता है. हैक होने के बाद इन डिवाइस का इस्तेमाल जासूसी या बड़े पैमाने पर डेटा चोरी के लिए हो सकता है.
तनाव तब और बढ़ गया, जब भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत सीमा पार आतंकी ठिकानों पर हमले किए. इस ऑपरेशन के बाद, भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान से आने वाले डिजिटल खतरों में तेजी देखी. CERT-In लगातार स्थिति पर नजर रख रहा है और उसने दोहराया कि सरकारी और निजी दोनों संस्थानों को हाई अलर्ट पर रहना होगा.
साइबर सुरक्षा बढ़ाएं: बैंकों और वित्तीय संस्थानों को अपने सिस्टम में फायरवॉल, एंटी-मैलवेयर, और इंट्रूजन डिटेक्शन सिस्टम अपडेट रखने चाहिए.
संदिग्ध गतिविधि की निगरानी: किसी भी अनजान लॉगिन या डेटा ट्रांसफर को तुरंत जांचें.
सोशल मीडिया सावधानी: अनजान लिंक्स या फाइल्स पर क्लिक न करें. खासकर वॉट्सऐप या टेलीग्राम यूजर्स ज्यादा सावधान रहें.
रिपोर्टिंग: संदिग्ध कंटेंट को CERT-In की वेबसाइट (cert-in.org.in) या हेल्पलाइन पर तुरंत रिपोर्ट करें.
डेटा बैकअप: महत्वपूर्ण डेटा का नियमित बैकअप रखें ताकि रैनसमवेयर हमलों से बचा जा सके.
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