Pahalgam Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने भारत-पाकिस्तान के रिश्तों को काफी ज्यादा खराब कर दिया है. आतंकी हमले में कई लोगों की जान गई है. इसके बाद से पाकिस्तान की हालत खराब हो रही है. अब Pakistan Stock Exchange (PSX) में भारी गिरावट देखी गई.
हमले के लिए लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े Resistance Front (TRF) ने ज़िम्मेदारी ली है. भारत ने जवाबी कार्रवाई की घोषणा की, जिसके बाद PSX का KSE-100 इंडेक्स धड़ाम से गिरा और उसकी वेबसाइट भी ऑफलाइन हो गई.
भारत की जवाबी कार्रवाइयों की घोषणा के बाद Pakistan Stock Exchange में भारी उथल-पुथल मच गई. 24 अप्रैल 2025 को सुबह ट्रेडिंग शुरू होते ही KSE-100 इंडेक्स 2.12% यानी 2,485.85 पॉइंट्स लुढ़ककर 114,740.29 पर पहुंच गया. इससे पहले 23 अप्रैल को ये 1,300 पॉइंट्स (1.10%) गिरकर 1.17 लाख पॉइंट्स पर बंद हुआ था. निवेशकों में डर का माहौल है, क्योंकि भारत के कड़े कदमों से पाकिस्तान की इकॉनमी पर बड़ा असर पड़ सकता है.
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इसके अलावा PSX की ऑफिशियल वेबसाइट (www.psx.com.pk) अचानक ऑफलाइन हो गई. वेबसाइट पर मैसेज दिखा, “हम जल्द वापस आएंगे. PSX वेबसाइट अगले नोटिस तक मेंटेनेंस के लिए बंद है.” PSX ने इसे मेंटेनेंस बताया, लेकिन X पर पोस्ट्स और मीडिया रिपोर्ट्स में अटकलें हैं कि ये पैनिक सेलिंग रोकने की कोशिश हो सकती है.
भारत की कार्रवाइयों के ठीक बाद वेबसाइट का डाउन होना सवाल उठाता है कि क्या ये टेक्निकल इश्यू था या जानबूझकर किया गया. PSX ने अभी इस पर कोई ऑफिशियल बयान नहीं दिया है.
आपको बता दें कि 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम के पास बैंसारन वैली में 5-6 आतंकियों ने हमला किया. अनंतनाग ज़िले में ये इलाका टूरिस्ट्स के बीच बेहद पॉपुलर है. आतंकियों ने पिकनिक मना रहे, घोड़े की सवारी करने वाले और खाना खा रहे टूरिस्ट्स पर ताबड़तोड़ फायरिंग की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) ने 23 अप्रैल को मीटिंग की, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर शामिल थे.
इंडस वॉटर्स ट्रीटी सस्पेंड: भारत ने 1960 की इंडस वॉटर्स ट्रीटी को अनिश्चितकाल के लिए सस्पेंड कर दिया. ये वर्ल्ड बैंक मध्यस्थता वाला समझौता 6 क्रॉस-बॉर्डर नदियों के पानी के बंटवारे को कवर करता है. भारत ने कहा कि जब तक पाकिस्तान क्रॉस-बॉर्डर आतंकवाद को पूरी तरह बंद नहीं करता, ये सस्पेंशन रहेगा. इससे पाकिस्तान की खेती और पानी की सप्लाई पर गहरा असर पड़ सकता है.
अटारी-वाघा बॉर्डर बंद: भारत-पाकिस्तान का मुख्य लैंड बॉर्डर अटारी-वाघा चेकपोस्ट तुरंत बंद कर दिया गया. वैलिड ट्रैवल डॉक्यूमेंट्स वाले पाकिस्तानी नागरिकों को 1 मई 2025 तक वापस जाने की मोहलत दी गई है. इससे ट्रेड, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सिख तीर्थयात्रा प्रभावित होगी.
वीज़ा प्रतिबंध: SAARC वीज़ा एग्ज़ेम्पशन स्कीम पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सस्पेंड कर दी गई है. पहले जारी वीज़ा रद्द कर दिए गए हैं, और भारत में मौजूद पाकिस्तानी SAARC वीज़ा होल्डर्स को 48 घंटे में देश छोड़ने को कहा गया है.
डिप्लोमैटिक कटौती: भारत ने दिल्ली में पाकिस्तानी हाई कमीशन के मिलिट्री, नेवल और एयर एडवाइज़र्स को पर्सोना नॉन ग्राटा घोषित किया, और उन्हें एक हफ्ते में देश छोड़ने को कहा. भारत इस्लामाबाद में अपने डिफेंस एडवाइज़र्स को भी वापस बुला रहा है. दोनों देशों के हाई कमीशन्स में स्टाफ 55 से घटाकर 30 कर दिया जाएगा. भारत ने पाकिस्तान के टॉप डिप्लोमैट साद अहमद वर्राइच को समन कर मिलिट्री डिप्लोमैट्स की निष्कासन नोटिस दी.
सिक्योरिटी बढ़ाई: CCS ने सिक्योरिटी एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रहने और भविष्य के हमलों को रोकने के लिए ज़रूरी कदम उठाने के निर्देश दिए. गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर और पहलगाम का दौरा किया, पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा व DGP के साथ सिक्योरिटी रिव्यू किया. भारतीय एजेंसियों ने तीन संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकियों आसिफ फौजी, सुलेमान शाह, और अबु ताल्हा—के स्केच जारी किए.
PSX की गिरावट और वेबसाइट का ऑफलाइन होना पाकिस्तान की कमज़ोर इकॉनमी पर बढ़ते दबाव को दिखाता है. पहले से ही कमज़ोर रुपये और IMF निगोशिएशन्स से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए इंडस वॉटर्स ट्रीटी का सस्पेंशन बड़ा झटका है. अटारी-वाघा बॉर्डर बंद होने से ट्रेड और सांस्कृतिक रिश्ते रुक गए हैं. ग्लोबली, पाकिस्तान अलग-थलग पड़ रहा है. भारत को US, फ्रांस, जापान, ऑस्ट्रेलिया और UK जैसे देशों ने हमले की निंदा कर समर्थन दिया, जबकि पाकिस्तान को इंटरनेशनल कम्युनिटी से कोई खास सपोर्ट नहीं मिला. पाकिस्तान ने हमले को “फॉल्स फ्लैग” बताने की कोशिश की, लेकिन इसे कोई तवज्जो नहीं मिली.
पाकिस्तान ने LoC पर हाई अलर्ट जारी किया और अपनी एयर फोर्स को स्टैंडबाय पर रखा है, क्योंकि उसे 2016 के उरी सर्जिकल स्ट्राइक्स या 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक्स जैसे जवाब का डर है. PM शहबाज़ शरीफ ने नेशनल सिक्योरिटी कमेटी की मीटिंग बुलाई, जिसमें मिलिट्री चीफ्स और बड़े मिनिस्टर्स शामिल हुए. पाकिस्तानी पूर्व डिप्लोमैट अब्दुल बासित ने भारत की “मिसएडवेंचर” की चेतावनी दी, जबकि पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने पॉलिटिकल यूनिटी की अपील की.