EPFO discontinued covid 19 advance from 12 June 2024
EPFO (Employees Provident Fund Organisation) ने 2025 में Employee Deposit Linked Insurance (EDLI) स्कीम में अहम बदलाव किए हैं। इन बदलावों का मकसद कर्मचारियों और उनके परिवारों को बेहतर वित्तीय सुरक्षा देना है। अच्छी बात यह है कि इस बीमा के लिए कर्मचारियों को कोई प्रीमियम नहीं देना होगा, यानी यह बिल्कुल मुफ्त बीमा है।
EDLI स्कीम की शुरुआत 1976 में हुई थी। यह स्कीम EPF (Employees Provident Fund) से जुड़े कर्मचारियों को सेवा के दौरान मृत्यु होने पर बीमा राशि प्रदान करती है। यदि कोई कर्मचारी सेवा में रहते हुए मर जाता है, तो उसके नामांकित व्यक्ति या कानूनी वारिस को बीमा राशि दी जाती है।
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कर्मचारी को बीमा प्रीमियम नहीं देना होता। मालिक कर्मचारी के मूल वेतन का 0.5% इस स्कीम में योगदान करता है। यह बीमा पूरी तरह मुफ्त होता है।
बीमा कवर ₹7 लाख तक बढ़ा – पहले अधिकतम बीमा राशि ₹2.5 लाख थी, जिसे बढ़ाकर अब ₹7 लाख कर दिया गया है। यह राशि कर्मचारी के पिछले 12 महीनों के औसत मूल वेतन के आधार पर तय की जाएगी।
नए कर्मचारियों को भी ₹50,000 की गारंटी – पहले अगर कोई कर्मचारी एक साल के अंदर सेवा के दौरान मर जाता था तो बीमा नहीं मिलता था। अब नए नियमों के अनुसार, पहले साल में मृत्यु होने पर भी कम से कम ₹50,000 का बीमा कवर मिलेगा।
नौकरी बदलने पर भी बीमा जारी रहेगा – अगर कर्मचारी नौकरी बदलता है और दो नौकरियों के बीच का गैप 2 महीने से ज्यादा नहीं है, तो उसका बीमा कवर जारी रहेगा। इससे ट्रांजिशन पीरियड में भी परिवार सुरक्षित रहेगा।
EPFO के मुताबिक हर साल करीब 1,000 कर्मचारियों की काम की जगह पर मृत्यु होती है। नए नियमों से इन परिवारों को वक्त पर और ज्यादा आर्थिक मदद मिल सकेगी।
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EPFO ने यह बदलाव कर्मचारियों को रिटायरमेंट के साथ-साथ सुरक्षा कवच देने के लिए किए हैं। बिना किसी खर्च के ज्यादा बीमा राशि और आसान क्लेम प्रक्रिया के साथ, यह स्कीम अब भारत के कर्मचारी वर्ग के लिए सबसे उपयोगी मुफ्त बीमा स्कीम बन गई है।